Jyoti Shinde,Editor, khabrimedia.com
पूर्व केंद्रीय मंत्री और गौतमबुद्ध नगर से बीजेपी सांसद डॉक्टर महेश शर्मा(Dr Mahesh Sharma) ने एक सपना देखा था..सपना नोएडा में इंटरनेशनल एयरपोर्ट(Noida International Airport) बनते देखने का। आज जेवर में ना सिर्फ इंटरनेशनल एयरपोर्ट बन रहा है बल्कि कुछ ही समय में यहां देश-दुनिया के लिए उड़ाने भी शुरू हो जाएंगी। जेवर में इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए डॉक्टर महेश शर्मा ने पीएम मोदी और यूपी में सीएम योगी की डबल इंजन सरकार का धन्यवाद भी जताया है।
मील का पत्थर साबित होगा जेवर एयरपोर्ट
उत्तर प्रदेश के विकास में मील का पत्थर साबित होने वाले नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का सपना डॉक्टर महेश शर्मा ने बहुत पहले संजो लिया था। लेकिन पूर्व में यूपी की सरकारों ने इसे नज़रअंदाज़ कर दिया। लेकिन महेश शर्मा ने उम्मीद नहीं छोड़ी। पूर्व मंत्री डॉ महेश शर्मा ने अपने कार्यकाल में एयरपोर्ट को जेवर में बनाने का सुझाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने रखा और उस सुझाव पर प्रधानमंत्री ने मुहर लगाते हुए कार्य को आगे बढ़ाने का निर्देश दे दिया था.
‘पीएम मोदी का सपना होगा साकार’
नोएडा सांसद डॉ महेश शर्मा ने जेवर में एयरपोर्ट बनाए जाने को लेकर पीएम मोदी और सीएम योगी की दूरदर्शी सोच बताया। डॉक्टर शर्मा ने कहा कि नोएडा इंटरनेश्नल एयरपोर्ट से ना सिर्फ लाखों युवाओं को रोजगार मिलेगा बल्कि यूपी के विकास को भी पंख लग जाएंगे।
लाखों लोगों को मिलेगा रोज़गार
डॉ महेश शर्मा ने कहा कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के शुरू होने से लाखों युवाओं को नए रोजगार के साधन उपलब्ध होंगे. जिससे पश्चिमी उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश में बेरोजगारी का स्तर भी कम होगा. बड़ी-बड़ी विदेशी कंपनियां भी यहां पर इनवेस्ट करेंगी, जिससे रोजगार और कारोबार दोनों को बढ़ावा मिलेगा.
ऐसा होगा नोएडा का इंटरनेशनल एयरपोर्ट
नोएडा में भारत और एशिया का सबसे बड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Noida International Airport) बन रहा है. माना जा रहा है कि यह उत्तर भारत का गेटवे होगा और इससे देश के विकास को नए पंख लगेंगे. इसका पहला चरण 2024 में शुरू होने की उम्मीद है. इस एयरपोर्ट का निर्माण स्विट्जरलैंड की कंपनी ज्यूरिख एयरपोर्ट एशिया (Zurich Airport Asia) कर रही है.
एयरपोर्ट का निर्माण करीब 3300 एकड़ में किया जा रहा है. इस एयरपोर्ट में उत्तर प्रदेश सरकार और नोएडा की 37.5 प्रतिशत हिस्सेदारी है. जबकि, ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण की 12.5 फीसदी हिस्सेदारी है. यह इलाका मैन्युफैक्चरिंग और कॉमर्स का हब बनकर उभरेगा. इससे हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा और लॉजिस्टिक कॉस्ट में कमी आएगी.
2024 तक उड़ाने भरने का लक्ष्य
एयरपोर्ट का कार्य लगभग 60% पूरा हो चुका है और सितंबर 2024 में एयरपोर्ट से उड़ाने भरने का लक्ष्य रखा गया है. इस एयरपोर्ट का निर्माण करीब 3300 एकड़ में किया जा रहा है. जेवर के निर्माण के साथ NCR में दो बड़े एयरपोर्ट हो जाएंगे. दिल्ली के इंदिरा गांधी हवाई अड्डे के टर्मिनल-1 का विस्तार साल के आखिरी में हो जाएगा. अगले एक साल में NCR से हर घंटे 100 से अधिक उड़ानें होंगी. करीब 11.50 करोड़ यात्री सालाना सफर कर सकेंगे.
प्रदेश के अन्य शहरों को भी एयरपोर्ट से जोड़ा जाएगा:
गौतम बुद्ध नगर में बना रहा नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट देश के सबसे बड़े एयरपोर्ट को एनसीआर के बाकी हिस्सों से सीधा जोड़ने की तैयारी चल रही है. इसी कड़ी में फरीदाबाद को एयरपोर्ट से जोड़ने के लिए ग्रीन एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जा रहा है. इसके साथ ही उत्तर प्रदेश के विभिन शहरों को भी एयरपोर्ट से जोड़ने की तैयारी चल रही है. इसी कड़ी में यमुना एक्सप्रेसवे काफी सहायक होगा जो ग्रेटर नोएडा के परी चौक से आगरा तक बनाया गया है. इस एयरपोर्ट के बन जाने से उत्तर प्रदेश के साथ हरियाणा को भी बड़ा लाभ मिलेगा.
- 2024 में शुरू होगा जेवर एयरपोर्ट
जेवर एयरपोर्ट सितंबर 2024 में शुरू होने की उम्मीद है। इसके बनने से दिल्ली एयरपोर्ट का एयर ट्रैफिक लोड कम होगा। उड्डयन मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार लगभग 35 हजार यात्री दिल्ली से नोएडा एयरपोर्ट की तरफ जाएंगे। - दिल्ली से महज 70 किमी की दूरी पर जेवर एयरपोर्ट
दिल्ली के इंदिरा गांधी अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा से जेवर एयरपोर्ट की दूरी लगभग 70 किलोमीटर है। सरकार पहले ही कह चुकी है कि दिल्ली एयरपोर्ट के एयर ट्रैफिक को कम करने के लिए आसपास कम से कम तीन एयरपोर्ट चाहिए। ऐसे में जेवर का नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (NIA) काफी मददगार साबित हो सकता है। - घरेलू- अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें दोनों होंगी
पहले साल यहां से 8 घरेलू जबकि एक अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट उड़ान भरेगी। बनने के बाद धीरे-धीरे फ्लाइटस की संख्या बढ़ेगी। - जेवर एयरपोर्ट के लिए कैसी होगी कनेक्टिविटी?
अभी जेवर एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी यमुना एक्सप्रेस-वे, बुलंदशहर-जेवर हाईवे और पेरिफेरल एक्सप्रेसवे से है, लेकिन आगे कनेक्टिविटी बढ़ाने पर भी काम हो रहा है। आने वाले समय में यहां पहुंचने के लिए जेवर एयरपोर्ट से दिल्ली एयरपोर्ट तक मेट्रो कॉरिडोर बनाने की तैयारी है। इसके बाद ग्रेटर नोएडा नॉलेज पार्क टू से जेवर एयरपोर्ट तक मेट्रो चलेगी। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे से जोड़ने के लिए हरियाणा के बल्लभगढ़ से जेवर एयरपोर्ट तक 6 लेन की 31 किलोमीटर लंबी सड़क बनाने की भी योजना है। नोएडा फिल्म सिटी से जेवर एयरपोर्ट तक पॉड टैक्सी चलेगी। - एयरपोर्ट बनने के बाद उत्तर प्रदेश में बढ़ेगा निवेश
उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पहले चरण में लगभग 10,000 करोड़ रुपये का निवेश यहां आ सकता है। जेवर एयरपोर्ट बनने से नोएडा तथा ग्रेटर नोएडा समेत पूरे जिले में करीब 34 से 35 हजार करोड़ रुपये तक का निवेश आएगा। यही नहीं, इससे कम से कम एक लाख लोगों को रोजगार मिलने की भी उम्मीद है।
विरोधियों को खटक रही है डॉक्टर शर्मा की लोकप्रियता
2019 के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की गौतम बुद्ध नगर सीट से लगातार दूसरी बार जीत कर डॉ महेश शर्मा सांसद बने। पेशे से डॉक्टर महेश शर्मा ने भारत सरकार के संस्कृति, पर्यटन और नागरिक उड्डयन मंत्रालय में बतौर मंत्री रहते हुए ना सिर्फ अपने मंत्रालय की जिम्मेदारियां संभाली..बल्कि गौतमबुद्ध नगर के विकास में भी अपनी अहम भूमिका निभाई
लोकसभा चुनाव 2024 के लिए गौतम बुद्ध नगर लोकसभा सीट से सांसद डॉ महेश शर्मा सबसे अधिक प्रबल दावेदारों में से एक हैं। वहीं, विरोधी गुट डॉक्टर शर्मा के खिलाफ़ लगातार प्रॉपगैंडा फैला रहा है। लेकिन कहते हैं ना कि सत्यमेव जयते। और ये सर्वविदित है।