Jaipur-Ajmer Blast

Jaipur-Ajmer Blast: दर्दनाक हादसे में 14 से ज़्यादा की मौत..35 से ज़्यादा गाड़ियां जली

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Jaipur-Ajmer Blast: दर्दनाक हादसे की पूरी कहानी पढ़िए

Jaipur-Ajmer Blast: जयपुर-अजमेर हाईवे पर दिल दहला देने वाला दर्दनाक हादसा हो गया है। आपको बता दें कि जयपुर-अजमेर हाईवे (Jaipur-Ajmer Highway) पर भयंकर एक्सीडेंट सुबह 5.30 बजे के करीब एक ट्रक ने सीएनजी (CNG) से भरे ट्रक को टक्कर से हुआ। यह हादसा शुक्रवार सुबह का है। हादसा कितना भयानक था इसका इसी बात से अंदाजा लगा सकते हैं कि जब ब्लास्ट (Blast) हुआ तो उसकी आवाज 10 किलोमीटकर तक सुनाई दी। धुएं का गुबार भी कई किलोमीटर तक देखाई दिया। सिर्फ इतना ही नहीं, फ्यूल टैंक फटने के कारण एक के बाद एक कई विस्फोट हुए। शुरुआती जांच में पाया गया था कि जिस ट्रक की वजह से खौफनाक हादसा हुआ, वह सीएनजी से भरा हुआ था।

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आपको बता दें कि, सीएनजी से भरा एक टैंकर (CNG Tanker) भांकरोटा के पास घुमाव पर यू-टर्न ले रहा था। उसी दौरान जयपुर की ओर से आ रहे एक कंटेनर ने उसको टक्कर मार दी। इस टक्कर से वहां गैस लीक होने लगी और यह हादसा हो गया। इस हादसे की चपेट में अब तक 42 लोग आ चुके हैं। इनमें से 14 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 35 झुलस गए। इसके अलावा, कुल 40 से ज्यादा गाड़ियां जल कर खाक हो गई हैं। आग बुझाने के लिए दमकल की करीब 20 गाड़ियां घटनास्थल पर मौजूद रहीं।

बिजी रूट होने की वजह से कई गाड़ियां थीं मौजूद

जयपुर-अजमेर का यह रूट अजमेर (Ajmer) रोड हमेशा ही बिजी रहता है। लोग सुबह-सुबह यहीं से ऑफिस-कॉलेज, स्कूल भी जाते हैं और यहां दिन के करीब हर घंटे गाड़ियों की भरमार रहती है। जब यह हादसा हुआ, उस समय भी तमाम गाड़ियां हाईवे पर मौजूद थीं, जो ट्रकों टक्कर के बाद अचानक अपनी रफ्तार पर कंट्रोल नहीं कर पाईं और एक दूसरे से टकराती चली गईं। एक समाचार एजेंसी के मुताबिक, हादसे के 300 मीटर के रेडियस में सभी गाड़ियां आग की चपेट में आ गईं और पूरी तरह से झुलस गईं।

घटनास्थल पर चारों ओर सामान बिखरा पड़ा हुआ था। लोग बिना दिशा देखे इधर उधर भाग रहे थे और भगदड़ मच गई थी। पेट्रोल पंप के बिल्कुल सामने आग का तालाब सा बन गया था, जो और भी ज्यादा खतरनाक हो सकता था।

इस दर्दनाक हादसे में यात्री बसें, पिकअप वाहन, कई गाड़ियां और मोटरसाइकिल आ गईं। बसों में से यात्रियों ने तुरंत बस से कूद कर भागना शुरू किया और अपनी जान बचाई। जो भाग सके वो बच गए, लेकिन यहीं वो लोग भी मौजूद थे जो अपनी गाड़ियों में फंसे रह गए। कार और दूसरे वाहनों के दरवाजे खोलने की जगह न होने के कारण लोग अंदर ही फंसे रह गए, उन्हें भागने का भी मौका नहीं मिला और वे बुरी तरह से झुलस गए। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक लगभग 28 लोग बुरी तरह से जख्मी हैं और उनकी हालत बेहद खराब है।

वहीं डॉक्टर्स का कहना है कि जिन घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, उनमें से कई ऐसे हैं जो 80 फीसदी तक जल चुके हैं। इन लोगों के बचने की न के बराबर उम्मीद है और कंडीशन बेहद क्रिटिकल है।

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गाड़ियों को काटना पड़ा तब निकले यात्री

इस हादसे के बाद पुलिस और दमकल विभाग की टीमों ने राहत और बचाव कार्य के दौरान गाड़ियों को काट-काट कर लोगों को किसी भी तरह बाहर निकाला और एंबुलेंस के माध्यम से उन्हें अस्पताल ले गए। आग कई ट्रकों और गाड़ियों तक फैल गई थी। चश्मदीदों ने जानकारी दी कि सीसीटीवी फुटेज में भी देखा गया कि कैसे लोग जिंदा तक जल गए हैं। गाड़ियों में बैठे लोग, जो भाग नहीं सके, उनके जिंदा जल जाने की खबर है।

और भी भयानक रूप ले सकता था हादसा

आपको बता दें कि इस हादसे की चपेट में एक दूसरे ट्रक का ऊपरी भाग भी जल गया। हालांकि, फायर डिपार्टमेंट की टीम ने आग पर काबू पा लिया। जब उसे काट कर देखा गया तो उसमें माचिस की तीलियों से भरे डब्बे रखे गए थे। ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि अगर इस ट्रक में आग लग जाती तो हादसा कितना भयानक रूप ले सकता था। पानी की बौछारें मार कर उसे ठंडा किया गया और फिर क्रेन से काटा गया। इसके साथ ही केमिकल से भरे कंटेनर भी घटनास्थल पर मौजूद थे। अगर ये कंटेनर भी आग के संपर्क में आ जाते तो हादसा और भयावह हो सकता था। फिलहाल, माचिस से भरे ट्रक को तोड़ कर उसे खाली किया जा गया है। बतादें कि, घटनास्थल के ठीक सामने पेट्रोल पंप भी है। अगर आग वहां तक पहुंच जाती तो विस्फोट की तीव्रता का अंदाजा लगाना बहुत मुश्किल हो जाता।

पाइप बनाने की फैक्ट्री तबाह

यह हादसा इतना भयानक था कि राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे पाइप बनाने वाली एक फैक्टरी भी पूरी तरह से तबाह हो गई और पाइप पिघल गए हैं। हादसे में राष्ट्रीय राजमार्ग का लगभग 300 मीटर का हिस्सा प्रभावित हुआ, जिससे वाहनों की लंबी कतार लग गई। एक स्कूल वैन चालक ने बताया कि आग की लपटें एक किलोमीटर दूर से दिखाई दे रही थीं और वहां अफरातफरी मची हुई थी।

सीएम भजनलाल शर्मा घटनास्थल पर पहुंचे

इस हादसे को लेकर राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा (CM Bhajan Lal Sharma) भी घटनास्थल पर पहुंचे और मौके का जायजा लिया। इस दौरान सीएम शर्मा ने कहा कि सभी अस्पतालों में मेडिकल अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि इस हादसे के पीड़ितों का इलाज तुरंत किया जाए। हादसा बहुत सुबह हुआ। जब उन्हें जानकारी मिली तो तुरंत अस्पताल गए और पीड़ितों के हाल की जानकारी ली। इस मामले में सरकार पूरी तरह से जांच करेगी और पीड़ितों का हर संभव मदद करेगी। सरकार की ओर से जैसे सहयोग की भी जरूरत होगी, सब किया जाएगा। वहीं, सीएम ने कहा कि ऐसे हादसों को रोका कैसे जाए इसको लेकर भी सरकार विचार करेगी।

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पीड़ितों को मुआवजे का ऐलान

भांकरोटा हादसे को लेकर भजनलाल सरकार (Bhajanlal Sarkar) ने सहायता राशि की घोषणा की है। सरकार द्वारा मृतकों के परिवार को 5 लाख रुपये और घायलों को 1 लाख रुपये की आर्थिक सहायता राशि देने का फैसला लिया गया है। इसके अतिरिक्त, घायलों के समुचित और त्वरित उपचार को सुनिश्चित करने के लिए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।

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जांच के लिए एसआईटी का हुआ गठन

वहीं इस हादसे को लेकर जयपुर के पुलिस कमिश्नर बीजू जार्ज जोसफ ने शनिवार को एसआईटी का गठन करते हुए विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया है। जांच कमेटी में एडिशनल डीसीपी आलोक सिंगल, एसीपी हेमंत शर्मा, एसीपी राजेंद्र रावत, एसएचओ मनीष गुप्ता, एसएचओ किरण सिंह को शामिल किया गया है। इससे पहले शुक्रवार को क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय की एक टीम भी घटना की जांच करने के लिए मौके पर पहुंची। अधिकारियों ने कहा कि फॉरेंसिक विशेषज्ञों की ने मौके से साक्ष्य जुटाए हैं।