बड़ी ख़बर झज्जर जिले में बहादुरगढ़ के बराही फाटक के पास से आ रही है। जहां अज्ञात कार सवार हमलावरों ने पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला की पार्टी इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) के प्रदेश अध्यक्ष नफे सिंह राठी की हत्या कर दी। हमले में राठी के सुरक्षाकर्मी की भी मौत हो गई जबकि दो सुरक्षाकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए।
क्या है पूरा मामला?
नफे सिंह राठी जब अपनी फॉरचुनर गाड़ी में पांच बजे के करीब कही जा रहे था जब वह बराही रेलवे फाटक पर पहुंचे तो गाड़ी की गति धीमी हो गई इसी दौरान ही I-10 गाड़ी में सवार हत्यारों ने गाड़ी पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी। इस फायरिंग में करीब 50 गोलियां दागी गई। निशाने पर सीधे राठी थे क्योंकि राठी आगे वाली सीट पर बैठे हुए थे और पिछली सीट पर सुरक्षाकर्मी। अचानक हुई ताबड़तोड़ फायरिंग में सुरक्षाकर्मियों को संभलने तक का मौका नहीं मिला। फ्रंट सीट पर बैठे राठी को कई गोलियां मारी गई जिससे उन्हें गंभीर हालत में ब्रह्मशक्ति संजीवनी अस्पताल में भर्ती करवाया गया जिससे उनकी मौत हो गई।
पुलिस के मुताबिक राठी कार की फ्रंट सीट पर बैठे थे। उनके गले और कमर में गोलियां लगी थीं। वहीं घायलों का इलाज ब्रह्मशक्ति संजीवनी अस्पताल में चल रहा है। झज्जर के एसपी अर्पित जैन ने कहा कि इस मामले में क्राइम इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (CIA) और स्पेशल टास्क फोर्स (STF) को लगा दिया गया है। इस वारदात के पीछे गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और उसके करीबी काला जठेड़ी पर शक जताया जा रहा है। शुरुआती जांच में हत्या के पीछे प्रॉपर्टी का विवाद बताया जा रहा है।
इनेलो विधायक अभय चौटाला ने कहा कि नफे सिंह राठी जान का खतरा बताकर सरकार से सिक्योरिटी मांगी थी लेकिन उन्हें सुरक्षा नहीं दी गई।
नफे सिंह राठी की हत्या पर भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने जताया गहरा रोष
पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने इनेलो प्रदेश अध्यक्ष की हत्या पर गहरा रोष, संवेदना और गुस्सा प्रकट किया है। हुड्डा का कहना है की प्रदेश में ऐसे हालात ना बनें, इसके लिए बार-बार विपक्ष की तरफ से सड़क से लेकर विधानसभा तक इस मुद्दे को उठाया गया और सरकार को चेताया गया। लेकिन सरकार की अनदेखी के चलते प्रदेश में कानून व्यवस्था का दिवाला निकल गया।