इस बिल्डर के झांसे में आकर अगर फ्लैट खरीदा तो समझो लुट गए!

उत्तरप्रदेश
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Prayagraj News: अगर आप भी फ्लैट खरीदना चाह रहे हैं तो यह खबर जरूर पढ़ लीजिए। आपको बता दें कि रियल स्टेट और शेयर बाजार में पैसा लगाने के नाम पर 400 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी के आरोपी निहारिका वेंचर्स कंपनी (Niharika Ventures Company) के एमडी अभिषेक द्विवेदी (MD Abhishek Dwivedi) ने काली कमाई से करीब 50 करोड़ की संपत्ति बना ली है। वह 40 लाख रुपए की गाड़ी से चलने लगा था। उसने यह संपत्ति पिता, पत्नी और बहन के नाम नैनी, झूंसी, सिविल लाइंस, नोएडा, लखनऊ समेत कई दूसरे शहरों में बनाई है। FIR दर्ज होने के बाद से मुख्य आरोपी अभिषेक की पत्नी निहारिका भी गायब हो गयी है। शिवकुटी पुलिस (Shivkuti Police) के अनुसार अब तक की जांच में करोड़ों की संपत्ति का मामला सामने आया है। दूसरे आरोपियों के पकड़े जाने के बाद पता चला है कि उसने कहां-कहां संपत्ति बनाई है।
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Pic Social media

निवेशक अधिवक्ता कौशल सिंह ने जानकारी दी कि नैनी स्थित एक अपार्टमेंट में आरोपी अभिषेक द्विवेदी के तीन फ्लैट पिता, पत्नी और बहन के नाम पर है। इसके साथ ही सिविल लाइंस स्थित एक अपार्टमेंट में पिता और पत्नी के नाम पर दो फ्लैट, गोविंदपुर स्थित अपार्टमेंट में एक फ्लैट पिता ओपी द्विवेदी के नाम में लिया गया है। नैनी रोड पर चार सौ गज का एक प्लाट भी है। झूंसी के एक अपार्टमेंट में दो फ्लैट पत्नी के नाम पर है। एक फ्लैट गाजियाबाद में और पीजीआई लखनऊ के पास घर निहारिका के नाम पर है। इसके साथ ही दूसरे कई शहरों में इसके फ्लैट और घर की बात सामने आ रही है। आपको बता दें कि इस मामले में अधिवक्ता कौशल सिंह समेत अन्य सैकड़ों निवेशकों की तहरीर पर एमडी अभिषेक द्विवेदी, निहारिका और डा. ओम प्रकाश द्विवेदी के खिलाफ धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज कराया। पुलिस एक आरोपी एमडी के पिता ओपी द्विवेदी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। दूसरे आरोपियों की तलाश की जा रही है। शिवकुटी थाना प्रभारी संजय प्रसाद गुप्ता ने जानकारी दी कि फरार आरोपियों की तलाश में छापामारी चल रही है।

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बेटे की अकूत कमाई देख पिता हैरान

इस मामले में गिरफ्तार ओपी द्विवेदी ने पुलिस को बताया कि वह बेटे की करतूत को नहीं जानते थे। यह पता था कि बेटा बिजनेस कर रहा है जिसमें उसे और निवेशकों को काफी लाभ मिल रहा है। बीते कुछ दिनों से निवेशकों का दबाव बढ़ा तो तब उन्हें पूरे मामले के बारे में पता चला। इस पर ओपी द्विवेदी ने कई निवेशकों को अपने खाते से पैसे भी वापस किए।

व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़कर की ठगी

प्रयागराज के टैगोर टाउन के आकाश ने ऑनलाइन व्हाट्सएप ग्रुप में जुड़कर 27 लाख रुपये गंवा दिए हैं। तो वहीं, दूसरी तरफ सुरेंद्र 7.50 लाख रुपये की ठगी के शिकार हुए हैं। साइबर अपराधियों के जाल में फंसे दोनों लोगों ने साइबर थाने में केस दर्ज कराया है। टैगोर टाउन में रहने वाले आकाश मेहरोत्रा ने पुलिस को जानकारी दी कि साइबर शातिरों ने एक व्हाट्सएप ग्रुप पर उन्हें जोड़ा था। विकिंग ग्लोबल इन्वेस्टमेंट के नाम पर धोखाधड़ी हुई। आकाश ने जानकारी दी कि जनवरी में उसे ग्रुप में जोड़ा गया और बताया गया कि स्टॉक मार्केट में निवेश करना है। लगभग डेढ़ महीने तक मुनाफा देखने के बाद आकाश ने भी डेढ़ महीने में करीब 27 लाख रुपये निवेश किया। ठगों ने एक मोबाइल एप डाउनलोड कराकर शेयर खरीदने और बेचने का काम दिया था लेकिन 15 अप्रैल को ऐप ही बंद हो गया। व्हाट्सएप ग्रुप में शातिर कोई रिप्लाई नहीं कर रहे थे। इसके बाद पीड़ितों ने पुलिस से शिकायत की। दूसरी तरफ अलका विहार कॉलोनी बमरौली के सुरेंद्र बहादुर सिंह ने ठगी के शिकार होने पर एफआईआर कराई है। पुलिस को बताया कि साइबर ठगों ने निवेश के नाम पर उनसे कुल 7.50लाख रुपये की ठगी किए हैं।

रिश्तेदारों के साथ भी की ठगी

निहारिका वेंचर्स कंपनी के एमडी अभिषेक द्विवेदी ने अपने रिश्तेदारों के साथ भी ठगी की है। उसके फरार होने के बाद कई करीबी रिश्तेदार थाने पहुंचे और बताया कि उनके भी करोड़ों रुपये लेकर वह फरार है।

नेपाल भागने की आशंका

पुलिस को जांच में जानकारी हुई है कि जब उसके घर पर निवेशक पहुंचे तो उसका मोबाइल बंद मिला। पहले वह मोबाइल चला रहा था। उसकी आखिरी लोकेशन फैजाबाद में मिली थी। ऐसे में आशंका है कि वह नेपाल भाग सकता है।

40 लाख की कार से चलता था एमडी अभिषेक द्विवेदी

निहारिका वेंचर्स का एमडी अभिषेक द्विवेदी चालीस लाख की कार से चलता था। जब निवेशकों का दबाव बढ़ा तो नैनी स्थित अपार्टमेंट में कार खड़ी कर दूसरी गाड़ी से भाग निकला।