लाखों रुपए खर्च करके आशियाना खरीदने वालों की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। खबर दिल्ली के द्वारका से है। द्वारका की सैकड़ों सोसाइटी को 10 दिन के अंदर स्ट्रक्चरल सेफ्टी ऑडिट कराने का आदेश दिया गया है. इस आदेश के अनुसार परिवार के मालिक को जल्द से जल्द अपने फ्लैट और मकान की बिल्डिंग गुणवत्ता की जांच करानी होगी. ऐसा नहीं करने पर एमसीडी बिजली और पानी का कनेक्शन काट देगा. वैसे इस आदेश पर अमल को लेकर द्वारका सोसाइटी के लोगों में असमंजस की स्थिति भी है.
नोटिस में क्या है ?
नोटिस में साफ लिखा है कि अगर सोसाइटियां ऐसा नहीं करती है तो उनके बिजली व पानी के कनेक्शन काट दिए जाएंगे. निगम के इस नोटिस के बाद से द्वारका की इन सोसाइटियों में खलबली का माहौल है. इससे पूर्व डीडीए भी द्वारका की सोसाइटियों को करीब दो से तीन बार स्ट्रक्चरल सेफ्टी ऑडिट और रेट्रोफिटिंग के नोटिस जारी कर चुका है.
क्यों है स्ट्रक्चरल सेफ्टी ऑडिट जरूरी
दरअसल, दिल्ली में बीते तीन से चार सालों में कई बार भूकंप के झटके महसूस किए जा चुके हैं. ऐसे में स्ट्रक्चरल सेफ्टी ऑडिट का मकसद इमारतों की मजबूती का पता लगाना है. जानकारी के अनुसार, 19 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट में इस मामले को लेकर सुनवाई है, उससे पहले सभी सोसाइटियों को सजग करने के लिए नोटिस जारी किया गया है.
2019 में शुरू हुआ था काम
मार्च 2001 से पहले बनी सभी 15 मीटर व इससे ऊंची इमारतों के सेफ्टी आडिट होने हैं. यह प्रक्रिया 2019 में शुरू हुई थी, लेकिन कोरोना महामारी की वजह से यह काफी धीमी रही. अब तक समय-समय पर डीडीए की तरफ से सोसाइटियों को नोटिस मिलते थे, पर पहली बार निगम ने इस दिशा में कदम उठाया है.