Health Tips: अगर आप भी नहीं लेते पूरी नींद तो हो जाइए सावधान
Health Tips: हफ्तेभर की भागदौड़ में लोगों के पास खुद के लिए समय बचता ही नहीं है। भागमभाग में ठीक से न नींद पूरी हो पाती है और ना ही शरीर को आराम मिल पाता है। नींद न पूरी होने के कारण बीमारियों का खतरा बढ़ने लगता है। इसमें सबसे ज्यादा नुकसान हार्ट (Heart) को होता है। अधूरी नींद से बीपी, कोलेस्ट्रॉल और हार्ट अटैक (Heart Attack) का खतरा कई गुना तक बढ़ जाता है। ऐसे में इन बीमारियों से बचने के लिए वीकेंड (Weekend) पर कंप्लीट रेस्ट का महत्व काफी बढ़ जाता है। आपको बता दें कि एक नई स्टडी यह बात का खुलासा हुआ है कि अगर वीकेंड यानी छुट्टी वाले दिन पर्याप्त नींद (Sleep) लेकर सोया जाए तो बाकी दिन की नींद की कमी पूरी हो जाती है। आइए जानते हैं इसके फायदे….
ये भी पढ़ेंः Mental Health: ऊंचाई पर जाने से क्यों लगता है डर..जानिए बीमारी और बचने के उपाय
नींद न पूरी होने से होती है यह समस्या
चीन में हुए State Key Laboratory of Infectious Disease की 14 साल की स्टडी में यह बात सामने आई है कि वीकेंड पर लंबे समय तक सोने वालों की नींद की कमी की भरपाई हो जाती है। शोधकर्ताओं ने पाया कि जिन लोगों को सबसे अधिक कैच-अप नींद मिली, उनमें हार्ट अटैक (Heart Attack) और स्ट्रोक का रिस्क (Stroke risk) 20% कम हो जाता था। इस स्टडी में लगभग 91,000 लोगों के डेटा का प्रयोग हुआ, जो रात में कम नींद लेते थे।
ख़बरीमीडिया के Whatsapp ग्रुप को फौलो करें https://whatsapp.com/channel/0029VaBE9cCLNSa3k4cMfg25
दिल की सेहत के लिए नींद क्यों जरूरी है
जब हम सोते हैं तो हमारा पूरा शरीर पूरी तरह से आराम करता है। और खुद की मरम्मत करता है। सोते समय व्यक्ति की हार्ट स्पीड और ब्लड प्रेशर कम हो जाता है, क्योंकि उसकी सांसें स्थिर और नियमित रहती हैं। इसके साथ ही आप जितना कम सोएंगे, आपका तनाव हार्मोन कोर्टिसोल उतना ही अधिक ज्यादा समय तक सक्रिय रहेगा। जबकि यह आपके मेटाबॉलिज्म और तनाव से लड़ने के लिए आवश्यक है।
ये भी पढ़ेंः Uric Acid: सिर्फ़ 2 रुपए में कम करें यूरिक एसिड..ये रही डिटेल
कोर्टिसोल (Cortisol) के लगातार हाई लेवल का मतलब होता है कि आपके शरीर को इसकी आदत हो जाएगी। एक्स्ट्रा कोर्टिसोल से सूजन भी आ सकती है, ज्यादा केमिकल निकल सकते हैं जो प्लेटलेट के गाढ़ेपन या ब्लड क्लॉटिंग (Blood Clotting) को ट्रिगर कर सकते हैं। यह उन हार्मोनों के उत्पादन को भी प्रभावित कर सकता है जो ब्लड शुगर के लेवल को कंट्रोल करने में सहायक होते हैं। इससे इंसुलिन प्रतिरोध और अन्य हार्ट से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं।
होने लगती है ये समस्याएं
हेल्थ एक्सपर्ट्स (Health Experts) के अनुसार, नींद की कमी से हाई ब्लड प्रेशर, टाइप 2 डायबिटीज, मोटापा और हार्ट डिजीज का खतरा बहुत ज्यादा बढ़ ज्यादा बढ़ जाता है। नींद न पूरी होने पर स्ट्रेस हार्मोन रिलीज होता है और शरीर में इंफ्लामेशन बढ़ जाता है। इससे हार्ट में भी इंफ्लामेशन होता है, जिससे हार्ट अटैक का खतरा और भी बढ़ जाता है।
वीकेंड में कितना सोना है जरूरी
अगर आप अपनी नींद की कमी को पूरा करना चाहते हैं तो वीकेंड पर ज्यादा सोने का प्रयास करें, जिसका असर आपकी पर्सनल और सोशल लाइफ पर भी देखने को मिलेगा। 2023 में नेशनल स्लीप फाउंडेशन के एक अध्ययन से पता चला है कि एक घंटे की नींद की कमी को पूरा करने के लिए भी काफी ज्यादा समय लगता है। इसलिए हफ्ते के 5 दिनों की नींद की कमी को पूरा करने के लिए वीकेंड पर 48 घंटे से ज्यादा की आवश्यकता होती है।
नोट-खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है। आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।