Greater Noida West: कैब ड्राइवर विवाद पर कार्रवाई, बदल गए 3 SHO
Greater Noida West: गौतमबुद्धनगर पुलिस कमिश्नरेट (Gautam Buddha Nagar Police Commissionerate) में एक बार फिर बड़ा फेरबदल हुआ है। आपको बता दें कि प्रशासनिक आवश्यकताओं और जनहित को ध्यान में रखते हुए पुलिस कमिश्नरे गौतमबुद्धनगर (Gautam Buddha Nagar) के कुछ थाना प्रभारियों का ट्रासंफर हुआ है। इस स्थानांतरण में तीन पुलिस अधिकारियों को नए दायित्व दिए गए हैं। खासतौर से नोएडा सेंट्रल जोन (Noida Central Zone) में बड़ा बदलाव किया गया है। पहले नोएडा सेंट्रल (Noida Central) की डीसीपी सुनीति (DCP Suniti) को हटाया गया। उसके बाद 3 एसएचओ देर रात बदल गए हैं। गौतमबुद्ध नगर की पुलिस कमिशनर लक्ष्मी सिंह एक्शन मोड़ में हैं।
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- निरीक्षक मनोज कुमार सिंह, जो अब तक थाना सूरजपुर के प्रभारी निरीक्षक थे, उनको थाना बिसरख का नया प्रभारी निरीक्षक की जिम्मेदारी दी गई है। कैब ड्राइवरों से वसूली करने के मामले में बुधवार को बिसरख के मौजूदा थानाध्यक्ष पर एक्शन हुआ है। पुलिस कमिशनर लक्ष्मी सिंह ने थानाध्यक्ष को सस्पेंड कर दिया है। उनके स्थान पर मनोज कुमार को ग्रेटर नोएडा वेस्ट भेजा गया है।
- निरीक्षक विनोद कुमार, जो थाना इकोटेक-3 के कार्यवाहक प्रभारी निरीक्षक थे, अब थाना सूरजपुर के नए प्रभारी निरीक्षक बनाए गए हैं।
- निरीक्षक अनिल पांडे, जो पहले पुलिस लाइन में तैनात थे, को थाना इकोटेक-3 का नया प्रभारी निरीक्षक बनाया गया है।
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यह स्थानांतरण (Transfer) तत्काल प्रभाव से लागू हो गया है। पुलिस कमिश्नरेट के मुताबिक यह कदम क्षेत्र में बेहतर कानून व्यवस्था और प्रशासनिक कार्यकुशलता सुनिश्चित करने में मदद करेगा। स्थानीय नागरिकों से अपेक्षा की जाती है कि वे इन नए थाना प्रभारियों के साथ सहयोग करें जिससे समाज में शांति और सुरक्षा बनाए रखी जा सके। यह समाचार पुलिस कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर के मीडिया सेल द्वारा जारी किया गया है।
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जानिए क्यों हुआ एक्शन
आपको बता दें कि बिसरख थाना क्षेत्र के गौर सिटी इलेवन एवेन्यू में बीते 2 अगस्त की रात एक बजे दिल्ली के पंचशील विहार से महिला सवारी छोड़ने आए कैब ड्राइवर राकेश तोमर ने दरोगा और उसके चार साथियों पर मारपीट करके सात हजार रुपये छीनने का आरोप लगाया था। ड्राइवर ने आरोप लगाया है कि ट्रेनी दरोगा ने 3000 रुपये ऑनलाइन भी लिए। इस मामले में स्थानीय पुलिस चौकी पर सुनवाई न होने पर तीन दिन बाद पुलिस आयुक्त से इसकी शिकायत की गई थी।
कैब ड्राइवर ने आरोप लगाया है कि दो कार से पांच लोग उनके पास आए। उन्हें नीचे उतारकर उनके साथ अभद्रता की गई। उनमें से एक व्यक्ति पुलिस की वर्दी में था। वे उन्हें और महिला सवारी को अपनी गाड़ी में बैठाकर सुनसान स्थान पर ले गए। उनके साथ मारपीट करके सात हजार रुपये छीन लिए। खर्चे का पैसा नहीं होने की बात करने पर पांच सौ रुपये वापस देकर भगा दिया।
इसकी शिकायत करने पर चौकी प्रभारी ने उस दरोगा को बुलाकर पहचान तो करवाई, लेकिन उसका नाम नहीं बताया। 7 हजार रुपये वापस कराकर समझौता करने के लिए कहा लेकिन शिकायतकर्ता ऐसा करने को तैयार नहीं हुए। इसके बाद उसने पुलिस आयुक्त को शिकायत दी। मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारी ने मामला सही पाया और इसकी जानकारी पुलिस कमिश्नर को दी, जिसके बाद बड़ा एक्शन हुआ।