नोएडा-ग्रेटर की हाइराइज सोसायटी में लिफ्ट फंसने का मामला लगातार सुर्खियों में है। ताजा मामला ग्रेटर नोएडा की सोसायटी शिवालिक होम्स से है। जहां सोमवार दोपहर 2 बजे स्कूल से लौटते वक्त एक 7 साल का बच्चा 25 मिनट तक लिफ्ट में फंसा रहा। लिफ्ट में फंसे बच्चे ने अलार्म बजाकर मदद मांगी, लेकिन अलार्म खराब होने से कोई मदद नहीं मिल सकी। बच्चे के रोने की आवाज सुनकर लिफ्ट के पास से गुजर रहे लोगों को बच्चे के फंसे होने का शक हुआ। इसकी जानकारी फैसिलिटी टीम को दी। इसके साथ ही सूचना देने के साथ लिफ्ट खोलने की कोशिश की गई।
काफी मशक्कत के बाद खुली लिफ्ट
लिफ्ट का गेट थोड़ा खुल जाने के बाद अंदर झांक कर देखा तो डरा सहमा बच्चा पसीने से लथपथ रो रहा था। वहां मौजूद लोगों ने लिफ्ट का दरवाजा थोड़ा खुलने के बाद सबसे पहले बच्चे को पानी भिजवाया और उसकी हिम्मत बढ़ाई। सूचना मिलने के बाद भी करीब 15 मिनट की कड़ी मशक्कत के बाद लिफ्ट में फंसे बच्चे को बाहर निकाला जा सका।
शिवालिक होम्स सोसायटी के डी टावर में एक 13वीं मंजिल के फ्लैट में राजेंद्र जायसवाल अपने परिवार के साथ रहते हैं। उनकी पत्नी राजकुमारी जायसवाल ने बताया कि पति-पत्नी दोनों नौकरी करते हैं। वह पल्ला गांव के एक शिक्षण संस्थान में टीचर हैं। उन्होंने बताया कि उनका बेटा दर्श जायसवाल बैथनी कॉन्वेंट स्कूल में कक्षा दो का छात्र है। दोपहर दो बजे बच्चे की छुट्टी हो जाती है। स्कूल बस से उतरकर बच्चा सीधे लिफ्ट में सवार होकर फ्लैट पहुंच जाता है। दोनों नौकरी पेशा होने की वजह से इसका उन्होंने प्रशिक्षण भी दिया हुआ है। बावजूद इसके मेंटनेंस की गलती से बच्चा लिफ्ट में फंस गया।