Chandigarh PGI will give teleconsultation to the children of Haryana.

अच्छी खबर..चंडीगढ़ PGI हरियाणा के बच्चों को देगा टेलीकंसल्टेशन

हरियाणा हेल्थ & ब्यूटी
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Chandigarh News: चंडीगढ़ पीजीआई से अच्छी खबर है। चंडीगढ़ पीजीआई (Chandigarh PGI) हरियाणा के बच्चों को टेलीकंसल्टेशन देगा। बता दें कि चंडीगढ़ पीजीआई पीडियाट्रिक सेंटर का हरियाणा स्वास्थ्य विभाग (Haryana Health Department) के साथ हालही में एक एमओयू (Memorandum of Understanding) साइन हुआ। अब पीजीआई इन बच्चों को टेलीकंसल्टेशन के जरिए इलाज दे पाएगा। ऐसे में बच्चों को रेफर करने की नौबत कम आएगी। पढ़िए पूरी खबर…
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Pic Social Media

आपको बता दें कि पड़ोसी राज्यों सुपर स्पेशलिटी (Super Speciality) न होने की वजह से कई गंभीर बच्चों को पीजीआई रेफर कर दिया जाता है। एक रेफरल संस्थान होने की वजह से पीजीआई मना नहीं करता। जिस वजह से मरीजों की संख्या ज्यादा बढ़ती जा रही है। कई बार 1-1 बेड पर 2-2 बच्चों को भी एडमिट करने की नौबत आ जाती है। लेकिन अब पीजीआई को इससे थोड़ी राहत मिलेगी।

जरूरत पड़ने पर ही लाना पड़ेगा पीजीआई

मरीज को अगर जरूरत पड़ेगी तभी पीजीआई (PGI) लाया जाएगा। पीजीआई टेली मेडिसिन विभाग के हेड डॉ. बिमान सैकिया (Dr. Biman Saikia) के मुताबिक यह बहुत ही अच्छा और बड़ा कदम है। इसकी मदद से जरूरतमंद बच्चों को अच्छा इलाज मिल सकेगा। पीजीआई एडवांस पीडियाट्रिक सेंटर में सुविधाएं होने के साथ ही विशेषज्ञ बहुत हैं। ऐसे में दूर बैठे मरीजों को इन विशेषज्ञ की मदद मिल सकेगी।

टेलीमेडिसिन का हब बनाने की कोशिश

जीएमएसएच (GMSH) भी टेलीमेडिसन का हब बनाने की कोशिश में है। अस्पताल मौजूदा समय में सुबह 9 से दोपहर 3 बजे तक सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में टेली कंसल्टेशन (Tele Consultation) की सुविधा है। जिसके जरिए मरीजों को इलाज मिल रहा है। विभाग के पास रोजाना 70 से 75 कॉल रहती हैं। जिसमें ट्राईसिटी के साथ-साथ आसपास के एरिया के लोग भी होते हैं। यह पूरी तरह से ऑनलाइन सुविधा है। मौजूदा स्टाफ ही यहां सेवाएं दे रहा है।

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जीएमएसएच से पीजीआई किया जाता रेफर

पीजीआई के पीडियाट्रिक सैंटर (Pediatric Centre) में पहले ही मरीजों की संख्या पहले ही बहुत ज्यादा है। ऐसे में उन्हें भी राहत मिल रही है। कोविड के समय में जीएमएसएच में इस सर्विस को शुरू किया था। लेकिन रिस्पॉन्स इतना अच्छा रहा। जीएमएसएच जून, 2023 से केंद्र सरकार की ई. संजीवनी ओपीडी योजना के तहत टेलीफोन के जरिए से मरीजों को इलाज दे रहे हैं। वहीं, टेली मेडिसिन सेंटर मरीजों के साथ डॉक्टर्स के लिए भी एक बड़ी राहत है।

अम्बाला से पहले गंभीर बच्चों को आमतौर पर जीएमएसएच से पीजीआई रेफर (PGI Refer) किया जाता था। लेकिन टेलीमेडिसिन (Telemedicine) की सुविधा शुरू करने के बाद रेफर की नौबत नहीं आ रही है। आईसीयू में एडमिट नवजात बच्चों को एक खास केयर की जरूरत होती है। ऐसे में हॉस्पिटल से पीजीआई विशेषज्ञ की मदद ली जा रही है। इस सुविधा की वजह से अभी तक 100 से ज्यादा नवजात बच्चों का ऑनलाइन टेली कंसल्टेशन विभाग दे चुका है।