Greater Noida News: ग्रेटर नोएडा वेस्ट के बिसरख से अच्छी खबर सामने आ रही है। आपको बता दें कि बिसरख गांव में स्थित रावण के मंदिर (Ravana Temple) का जीर्णोद्धार होगा। इसको लेकर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण (Greater Noida Authority) ने योजना बनाने का काम शुरु कर दिया है। यह मंदिर काफी पुराना है। इस मंदिर का निर्माण रावण के पिता विश्रवा ने बनाया था। इस मंदिर के जीर्णोद्धार (Renovation) के लिए बिसरख गांव और कई लोगों ने मांग की थी, जिसके बाद ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण (Greater Noida Authority) के सीईओ ने यह फैसला लिया है।
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जानिए मंदिर की खासियत
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने रावण के मंदिर के जीर्णोद्धार को लेकर तैयारियां करनी शुरू कर दी है। मंदिर का सर्वे का काम शुरू हो गया है। इस मंदिर में तालाब बनाया जाएगा। इस तालाब के साथ ही तमाम कलाकारी की जाएगी। मंदिर को पूरी तरह से सजाया जाएगा। यहां दूर-दूर से लोग भगवान भोलेनाथ की पूजा करने के लिए आते हैं। मंदिर में जो भगवान भोलेनाथ की शिवलिंग हैं, उसका कोई अंत नहीं है। कई सालों पहले लोगों ने शिवलिंग का अंत ढूढ़ने के लिए खुदाई की थी, लेकिन कोई अंत मिला ही नहीं।
रावण का है बिसरख गांव से यह संबंध
बिसरख में बनी यह वही मंदिर है, जहां पर रावण ने भगवान भोलेनाथ की पूजा की थी। पूजा करते समय रावण ने शिवलिंग पर कई बलि चढ़ाई थी। बताया जाता है कि बिसरख गांव में रावण का जन्म हुआ था। मतलब, बिसरख गांव का बेटा रावण है। यह भारत का इकलौता मंदिर है।
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रावण का दहन नहीं करता बिसरख
आपको बता दें कि बिसरख गांव में रावण दहन नहीं होता। एक बार गांव में रावण दहन करने की कोशिश की गई तो गांव में कुछ अनहोनी हो गई थी। उसके बाद दोबारा से भगवान भोलेनाथ की पूजा की गई और बिसरख गांव के लोगों ने अपने पूर्वज रावण को शांत किया। उसके बाद ही गांव में सब कुछ शांत हुआ।