ख़बर नोएडा के उस स्कूल से है जिसने 1500 बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ किया है। उनके सपने को कुचल दिया है। नाम है उत्तराखंड पब्लिक स्कूल जो नोएडा के सेक्टर-56 में स्थित है। प्राधिकरण ने करीब 15.49 करोड़ रुपए बकाया न चुकाने पर सेक्टर 56 स्थित सीबीएसई से मान्यता प्राप्त एक स्कूल को सील कर दिया और आज इसकी स्कूल के ख़िलाफ़ FIR दर्ज कर ली गई है।
ऑल नोएडा पैरेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष यतेंद्र कसाना, सचिव के. अरुणाचलम, उपाध्यक्ष विकास बंसल की अगुवाई में तमाम पैरेंट्स नोएडा के सेक्टर 58 पुलिस चौकी पहुंचे और स्कूल के ख़िलाफ़ शिकायत दर्ज करवाई। बताया जा रहा है कि 3 साल पहले स्कूल का अलॉटमेंट रद्द करके नोएडा अथॉरिटी ने स्कूल को नोटिस भी भेजा था। उसके बावजूद स्कूल मैनेजमेंट स्कूल चलाता रहा और नए एडमिशन लेता रहा।
क्या है पूरा मामला ?
उत्तराखंड पब्लिक स्कूल को 1991 में 3549 वर्गमीटर जमीन कुल जमीन की कीमत के 20 फीसदी पर आवंटित की गई थी। उसके बाद से स्कूल प्रबंधन ने कभी कोई राशि नहीं दी। प्राधिकरण ने 3 सितंबर 2020 में भूमि आवंटन रद्द कर दिया था। लेकिन कोविड महामारी के कारण कोई कार्रवाई नहीं की गई। इस स्कूल में 1500 से ज्यादा बच्चे पढ़ते हैं।
ख़बर के मुताबिक सेक्टर-56 के ई-1ए के भूखंड पर स्कूल का निर्माण किया गया है। भूखंड का आवंटन उत्तराखंड जन कल्याण परिषद के नाम से 1991 का है। 1992 में कब्जा लिया गया। इस दौरान 20 प्रतिशत पैसा जमा किया गया।
80 प्रतिशत के लिए किस्त बनाई गई। लेकिन एक बार भी पैसा जमा नहीं किया गया। बकाया के संबंध में प्रबंधन को 11 अगस्त को 2020 को अंतिम नोटिस जारी किया गया था। उन्होंने बताया कि इससे पहले 14 मार्च 2023 और 6 अप्रैल 2023 को भी कब्जा वापस करने के लिए पत्र दिए गए। लेकिन कब्जा वापस नहीं किया गया। 21 अप्रैल 2023 को कब्जा वापस करने के लिए नोटिस जारी कर तीन दिन का समय दिया गया। जिसके बाद 24 अप्रैल को प्राधिकरण ने स्कूल को सील कर दिया गया।