दूरबीन की खोज किसने की? |Durbin Ki Khoj Kisne Ki.

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Durbin Ki Khoj: दूरबीन (Durbin) एक ऐसा यंत्र जो दूर की चीजों को पास दिखाता है। कई बार हमने आस-पास दूरबीन (Durbin) का नाम जरूर सुना होगा। क्या आपको पता है कि दूरबीन (Durbin) की शुरुआत कैसे हुई थी? और ये कितनी तरह की होती है। दूरबीन (Durbin) की खोज के कारण ही आज हम ब्रह्मांड में होने वाली घटनाओं को देख पाते हैं।
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दूरबीन (Durbin) के आविष्कार से पहले दूर की वस्तुओं को देखना नामुमकिन था। लेकिन इसके आविष्कार (Invention) ने सम्भव कर दिया। दूरबीन (Durbin) एक चमत्कार की तरह है। जब दूरबीन का आविष्कार हुआ था। तब लोगों को यह चमत्कार की भांति लगा था। ब्रह्मांड के अनसुलझे रहस्यों की परतें खोलने में दूरबीन का विशेष योगदान है। दूरबीन की मदद से दूर स्थित पिंड को देखा जा सकता है। अंतरिक्ष में मौजूद ग्रहों को दूरबीन से निहारा जाता है।

दूरबीन (Durbin) की खोज किसने की?

दूरबीन का आविष्कार हेंस लिपरशी (Hans Lippershey) ने साल 1608 किया था। दूरबीन का आविष्कार 17वीं सदी की शुरुआत में हॉलैंड के मिडलबर्ग (Middelburg) शहर में रहने वाले एक चश्मा व्यापारी के बेटे द्वारा खेल-खेल में किया गया था। दूरबीन (Durbin) का आविष्कार संयोगवश हुआ था। इस व्यापारी का नाम हेंस लिपरशी (Hans Lippershey) था। इसके लिए हेंस लिपरशी ने कोई विशेष कोशिश नही बनाई थी। और ना ही हेंस लिपरशी (Hans Lippershey) कोई बहुत पढ़ा लिखा वैज्ञानिक था।

दूरबीन (Durbin) क्या है?

दूरबीन (Durbin) ऑप्टिकल उपकरण है। जो लेंस या घुमावदार दर्पण और लेंस (Lens) का उपयोग करके दूर की वस्तुओं को बड़ा दिखता है। दूरबीन शब्द का प्रयोग वर्ष 1611 में ग्रीक गणितज्ञ गियोवन्नी डेमिसियानी (Giovanni Damisiani) द्वारा गैलीलियो गैलिली (Galileo Galilei) के एकेडेमिया देई लिन्सेई में एक भोज में प्रस्तुत किए गए उपकरणों में से एक के लिए किया गया था।

दूरबीन (Durbin) को हिंदी भाषा में दूरदर्शी कहा जाता है और बोलचाल की भाषा में इसे दूरबीन (Durbin) कहा जाता है। यदि आपको दूर की ग्रह को देखना या फोटो क्लिक करना चाहते हैं तो आप दूरबीन (Durbin) की मदद ले सकते हैं।

ये है दुनिया के 5 सबसे बड़े दूरबीन

साल (2009) में ग्रान टेलीस्कोपियो कैनारिस, एपर्चर का आकार- 409 इंच

साल (1993-1996) में केस्क 1 और केस्क 2, मौना किआ ऑब्जर्वेटरी, एपर्चर का आकार- 394 इंच

साल (2005) साल्ट, दक्षिण अफ़्रीकी खगोलीय ऑब्जर्वेटरी, एपर्चर का आकार- 362 इंच

साल (2004) एलबीटी, माउंट ग्राहम ऑब्जर्वेटरी, एपर्चर का आकार- 330 इंच

साल (1999) सुबारू, मौन केआ ऑब्जर्वेटरी, एपर्चर का आकार- 323 इंच

दूरबीन (Durbin) का आविष्कार कैसे हुआ था?

दूरबीन (Durbin) का आविष्कार सही मायने में हेंस लिपरशी (Hans Lippershey) ने नहीं बल्कि उनके एक छोटे से शैतान बेटे (Devil Son) ने खेल- खेल में किया था। उसका बेटा रंग बिरंगे कांचों से दिन भर खेलता और उन पर सूरज की रोशनी डालकर सबको परेशान किया करता था। स्कूल की छुट्टी वाले दिन उसका पापा उसे दुकान पर अपने काम में हाथ बंटाने के लिए लाया और उसे कांच की एक टोकरी (Basket) में से एक जैसे रंगों वाले कांचों (Glass) को छांटने के लिए बोला।

बेटे ने वैसा ही करना शुरू कर दिया लेकिन वह हर रंगीन कांच को अपनी आँखों में लगाकर दरवाजे के बाहर देख रहा था। कभी लाल (Red) कभी पीला (Yellow) और कभी सबको एक साथ मिला के देखना शुरू किया। तभी वो डर गया उसने देखा की सामने जो गिरजाघर (Church) की मीनार है वो एक दम से पास आ गयी है।

इस दृश्य को देखकर हेंस लिपरशी (Hans Lippershey) भी हैरान रह गया क्योंकि जिस वस्तु को वो देख रहा वो वस्तु तीन गुणा अधिक उसके पास आ गयी थी। और वो मीनार एकदम उसके सामने खड़ी दिख रही थी।

वर्ष 1608 को लिपरशी ने दूरबीन (Durbin) का पेटेंट अपने नाम करवाया था। इस दूरबीन (Durbin) में उत्तल लेंस और अवतल लेंस दोनों का उपयोग किया गया था।

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जानिए गैलीलियो गैलिली का दूरबीन

इसके बाद गैलीलियो गैलिली (Galileo Galilei) के इस दूरबीन के बारे में खबर सुनी जो कि किसी भी वस्तु को 3 गुणा पास दिखा सकती है तो उसने भी बिना लिपरशी की दूरबीन देखे बिना ही अपनी दूरबीन बनाने की सोची और बनाने लगा, लिपरशी की दूरबीन (Durbin) किसी वस्तू को सिर्फ 3 गुणा पास दिखा सकती थी। लेकिन गैलीलियो गैलिली (Galileo Galilei) ने उस से ज्यादा लेंस का इस्तेमाल की और एक दूरबीन बनाई जो किसी वस्तु को 20 से 30 गुणा पास ला सकती थी।

जानिए दूरबीन के कितने प्रकार होते है?

परावर्तक दूरबीन (Refracting Durbin): यह दूरबीन किसी भी वस्तु का प्रतिबिंब नजदीक दिखाने के लिए विद्युत चुम्बकीय स्पेक्ट्रम का उपयोग करती है। इस दूरदर्शी में लेंस (Lens) की जगह दर्पण का इस्तेमाल होता है। वस्तु को सीधे आंख से दूरबीन (Durbin) में देख सकते है।

अपवर्तक दूरबीन (Reflecting Durbin): अपवर्तक दूरदर्शी 2 प्रकार के होते है। खगोलीय दूरदर्शी (Astronomical Telescope) और प्रकाशीय दूरदर्शी। खगोलीय दूरदर्शी का उपयोग आकाशीय पिंडों को देखने में होता है। इस दूरबीन में वस्तु की इमेज उल्टी बनती है। प्रकाशीय दूरदर्शी (Optical Telescope) एक आम दूरबीन है, जिसका इस्तेमाल पृथ्वी पर मौजूद वस्तुओं को देखने में होता है।

आज के समय में लाखों गुना शक्तिशाली दूरबीन (Durbin) बन चुके जो ब्रह्मांड को निहार रहे है। इन दूरबीन की सहायता से नित्य नई खोजे की जा रही है। करोड़ो प्रकाश वर्ष दूर स्थित ग्रह और तारों को हम पृथ्वी से देख रहे है। दुनिया का सबसे शक्तिशाली दूरबीन (Durbin) हब्बल टेलीस्कोप अंतरिक्ष में स्थापित है। इस दूरबीन का नाम हबल महान वैज्ञानिक एडविन हबल (Edwin Hubble) पर रखा गया है।