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गाड़ी वाले दें ध्यान..बीमा, प्रदूषण और फिटनेस फेल गाड़ियों का टोल पर खुद कटेगा Challan

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बीमा, प्रदूषण और फिटनेस फेल गाड़ियों का टोल पर खुद ही हो जाएगा Challan

E-Challan: अगर आपके भी वाहन को लेकर बाहर निकलते हैं और आपके वाहन का बीमा-प्रदूषण (Insurance-Pollution) या फिटनेस सर्टिफिकेट (Fitness Certificate) नहीं है तो आपका लंबा चालान हो सकता है। आपको बता दें कि अब परिवहन विभाग ने ऐसी व्यवस्था कर दी है कि आप बच नहीं सकते हैं। ऐसे लोगों का किसी भी टोल प्लाजा से गुजरते ही ई-चालान कट जाएगा। इसका सबसे बड़ा असर तो यह होगा कि इससे मोटरवाहन अधिनियम (Motor Vehicle Act) का उल्लंघन करने वाले वाहनों की पहचान की जा सकेगी और उनसे जुर्माना भी वसूला जा सकेगा। सिर्फ यही नहीं इससे बिना परमिट चलने वाली बसों पर भी लगाम लगाई जा सकेगी।
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Pic Social Media

किसी भी टोल प्लाजा (Toll Plaza) से गुजरते ही वहां पर लगे ई-डिटेक्शन मशीन (E-Detection Machine) से ऐसे वाहनों का ई-चालान ऑटोमेटिक कट जाएगा। राज्य के सभी टोल प्लाजा पर ई-डिटेक्शन सिस्टम लगा दिया गया है। जो वाहनों की जांच करेगी और आवश्यक दस्तावेज न होने पर खुद ही ई-चालान जारी करेगी। ऐसे में इसे धोखा देना किसी वाहन मालिक के बस में नहीं होगा।

खासकर मोटरवाहन अधिनियम का उल्लंघन करने वाले वाहन मालिक तो किसी भी हाल में इससे बच नहीं पाएंगे। प्रायोगिक तौर पर इसका परीक्षण भी पूरा हो चुका है। इसके तहत पिछले दो दिनों में टोल प्लाजों पर 5 हजार से अधिक ज्यादा वाहनों का ई चालान काटा गया है। परीक्षण सफल होने के बाद अब इसे पूरे प्रदेश में लागू कर दिया जा रहा है। यह चालान एक दिन में किसी टोल प्लाजा पर एक ही बार काटा जाएगा। इसकी सूचना संबंधित वाहन मालिक के मोबाइल नंबर पर मैसेज के द्वारा भेज दी जाएगी।

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इस तरह कटेगा ई-चालान

एनएच के टोल प्लाजा से जाने वाले वाहन जब फास्टैग के संपर्क में आएंगे, तो फोटो सहित वाहन से संबंधित सारा डाटा सॉफ्टवेयर में आ जाएगा। इसके बाद इस डाटा का एनआईसी के वाहन पोर्टल पर उपलब्ध डाटा से मिलान किया जाएगा। इसके जरिए संबंधित वाहन के निबंधन, फिटनेस, बीमा, प्रदूषण नियंत्रण प्रमाणपत्र आदि की अद्यतन जानकारी प्राप्त हो जाएगी। इसमें कमी पाए जाने पर संबंधित वाहन मालिकों को ई-चालान जारी किया जाएगा।

सड़क सुरक्षा को मिलेगा बढ़ावा

आपको बता दें कि बिहार सरकार ने यह फैसला सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने और मोटरवाहन अधिनियम के उल्लंघन पर प्रभावी कार्रवाई करने के लिए लिया है। ई डिटेक्शन प्रणाली के शुरू होने से वाहन चालकों को मोटरवाहन अधिनियम के नियमों का पालन करने में सहायता होगी और सड़क दुर्घटनाओं में कमी आएगी। प्रदेश में हो रही सड़क दुर्घटनाओं में सर्वाधिक मौत राष्ट्रीय राजमार्ग पर होती है। इसपर नियंत्रण के लिए जरूरी है कि वाहन का फिटनेस, परमिट, बीमा, मोटर वाहन कर आदि का अनुपालन शत-प्रतिशत सख्ती से लागू किया जाए।