डॉ. महेश शर्मा की जीत पक्की है! गौतमबुद्ध नगर का सियासी समीकरण समझिए

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Dr. Mahesh Sharma: देशभर में लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर सियासत जोरों पर हो रही है। सभी दल अपने प्रत्याशियों को जीत दिलाने के लिए चुनाव प्रचार अभियान में लगे हुए हैं। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के गौतमबुद्ध नगर (Gautam Buddha Nagar) में बीजेपी (BJP) ने इस बार के चुनाव में फिर से सांसद और पूर्व केन्द्रीय मंत्री डॉक्टर महेश शर्मा को चुनावी मैदान में उतारा है। इस बार भी महेश शर्मा की जीत पक्की मानी जा रही है। राजनीति के जानकारों की मानें तो महेश शर्मा इस बार गौतमबुद्ध नगर (Gautam Buddha Nagar) लोकसभा चुनाव से हैट्रिक लगाने में कामयाब होंगे। आपको बता दें कि पिछले दो चुनावों से इस सीट पर डॉ. महेश शर्मा बड़े अंतरों से चुनाव जीत रहे हैं।

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जानिए कौन हैं डॉ. महेश शर्मा

आपको बता दें कि गौतमबुद्ध नगर (Gautam Buddha Nagar) के सांसद डॉ. महेश शर्मा का जन्म 30 सितंबर 1959 को राजस्थान के अलवर जिले के नीमराना के पास मनेठी गाँव में हुआ था। उनके पिता कैलाश चंद शर्मा एक स्कूल में अध्यापक थे। उनकी शुरुआती पढ़ाई गांव में हुई। इसके बाद वरिष्ठ माध्यमिक शिक्षा के लिए वह दिल्ली आ गए। उन्होंने यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंसेज से स्नातक की उपाधि प्राप्त की। वर्ष 2012 में उन्हें नोएडा के एमिटी यूनिवर्सिटी से मानद डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त हुई।

डॉ. शर्मा बचपन से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े हुए थे। डॉ. महेश शर्मा अपने छात्र जीवन के दौरान अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में भी सेवा दिए हैं। बाद में वह बीजेपी में शामिल हो गये। साल 2012 में विधानसभा चुनाव के दौरान वह नोएडा से विधायक बने। वह पेशे से डॉक्टर हैं और नोएडा स्थित कैलाश ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल के मालिक भी हैं। 12 नवंबर 2014 को उन्हें संस्कृति और पर्यटन और नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नियुक्त किया गया। उन्होंने यूपी में नोएडा विधानसभा के पहले विधायक के रूप में भी काम किया है। उन्होंने राज्य और केंद्रीय स्तर पर भाजपा के दृष्टिकोण को आकार देने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

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2009 में बनी थी नोएडा लोकसभा सीट

साल 2014-2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी डॉ. महेश शर्मा ने जीत दर्ज की थी। इस संसदीय सीट के तहत विधानसभा की पांच सीटे आती हैं। खास बात यह है कि इन सभी विधानसभा सीटों के मुद्दे अलग हैं। इन सीटों पर विकास तो मुद्दा है ही लेकिन जातीय समीकरण भी यहां काफी मायने रखता है। इस सीट की एक खास बात यह भी है कि यह जिला बसपा सुप्रीमों मायावती का गृह जिला है। गौतमबुद्ध नगर लोकसभा सीट पर वर्ष 2009 में पहली बार चुनाव हुए थे। गौतमबुद्ध नगर लोकसभा सीट का गठन वर्ष 2009 में हुआ था।

2019 का परिणाम

अगर आंकड़ों की बात करें तो साल 2019 में सांसद डॉ. महेश शर्मा को पांचों विधानसभा क्षेत्रों में नोएडा 31.35%, दादरी 23.37%, जेवर 13.03%, सिकंदराबाद 15.30% और खुर्जा 16.61 प्रतिशत वोट मिले थे। उनको कुल 8,30,812 वोट मिले थे। उनका वोट प्रतिशत लगभग 60 फीसदी रहा था। वहीं बसपा के प्रत्याशी सतबीर नागर को 4,93,890 वोट मिले थे। तीसरे स्थान पर कांग्रेस के डॉ. अरविंद कुमार सिंह रहे थे जिनको 42077 वोटों से संतोष करना पड़ा था।

सपा-बसपा गठबंधन ने लड़ा था 2019 का चुनाव

लोकसभा चुनाव 2019 में बसपा और सपा ने आपस में समझौता कर लिया था। वर्ष 2019 लोकसभा चुनाव में बसपा ने सपा के साथ गठबंधन में लड़ा था। इस गठबंधन में बसपा को 10 सीटें और सपा को पांच सीटें मिली थीं। इस चुनाव के बाद सपा और बसपा का समाप्त हो गया। अब तक के राजनीतिक इतिहास की बात की जाए तो गौतमबुद्ध नगर जिले में अभी तक लोकसभा के तीन बार चुनाव हो चुके है। इनमें एक बार बसपा और दो बार बीजेपी को इस संसदीय सीट पर जीत मिली है। साल 2014-2019 के लोकसभा चुनाव में लगातार बीजेपी ने दो बार इस सीट पर जीत हासिल की है। अब तक के राजनीतिक समीकरण की बात की जाए तो कयास लगाए जा रहे है कि इस लोकसभा सीट पर बीजेपी के साथ कोई भी पार्टी टक्कर में नहीं है। वहीं अगर इस बार भी बीजेपी जीत दर्ज कर लेती है तो भाजपा के वर्तमान सांसद डॉ. महेश शर्मा की हैट्रिक भी होगी।

बात करें इस सीट पर चुनावी समीकरण की तो इस संसदीय सीट पर गुर्जर, ठाकुर, दलित, मुसलमान व ब्राह्मण वोटरों की संख्या सबसे अधिक हैं। इन्हीं जातियों के वोटर्स यहां की उम्मीदवारों की किस्मत तय करते हैं। गौतमबुद्ध नगर लोकसभा सीट में लगभग 26,11331 लाख मतदाता हैं। नोएडा, दादरी और जेवर विधानसभा क्षेत्र में लगभग 1830964 लाख मतदाता हैं। इन तीनों विधानसभा क्षेत्र में लगभग 10,08349 लाख पुरुष, 82, 2519 लाख महिला और 96 थर्ड जेंडर मतदाता हैं। वहीं सिकन्द्राबाद विधानसभा क्षेत्र में लगभग 205956 लाख पुरुष, 18,7255 लाख महिला और 29 थर्ड जेंडर मतदाता हैं। खुर्जा विधानसभा क्षेत्र में करीब 2,3356 लाख पुरुष, 18,3748 लाख महिला और 23 थर्ड जेंडर मतदाता हैं।