Haryana

डबल इंजन की सरकार कर रही शहीदों के सपनों को साकार : CM Nayab Saini

हरियाणा
Spread the love

डेरा बाबा भूमणशाह में 84वें शहीदी महासम्मेलन में मुख्यमंत्री ने शहीदों को दी श्रद्धांजलि

9वीं कक्षा की इतिहास की पुस्तक में प्रदेश सरकार ने शहीद उधम सिंह की जीवनी शामिल कर दी सच्ची श्रद्धांजलि

मुख्यमंत्री ने विभिन्न स्थानों पर निर्माणाधीन कंबोज धर्मशालाओं के लिए की 51 लाख रुपये देने की घोषणा

Haryana: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार शहीदों के सपनों को साकार करने के लिए उनके दिखाए मार्ग पर चल रही है। देश व प्रदेश में विकास कार्यों में आमूलचूल परिवर्तन आया है। डबल इंजन की सरकार ने नई योजनाओं को शुरु करके शहीदों के सपनों को पूरा करने का बीड़ा उठाया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की 9वीं कक्षा की इतिहास की पुस्तक में प्रदेश सरकार ने शहीद उधम सिंह जी की जीवनी को शामिल किया है। यह उनके प्रति हमारी एक सच्ची श्रद्धांजलि है।

ये भी पढ़ेः Paris Olympic- देश के खिलाड़ियों पर गर्व है: CM Nayab Saini

ख़बरीमीडिया के Whatsapp ग्रुप को फौलो करें https://whatsapp.com/channel/0029VaBE9cCLNSa3k4cMfg25

मुख्यमंत्री बुधवार को जिला सिरसा में डेरा बाबा भूमणशाह संगर सरिस्ता में शिरोमणि शहीद उधम सिंह के 84वें शहीदी महासम्मेलन में शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के उपरांत एक विशाल जनसमूह को संबोधित कर रहे थे।

मुख्यमंत्री ने शहीदों को नमन करते हुए कहा कि क्रांतिकारी वीरों की शहादत की बदौलत आज हम खुली हवा में सांस ले रहे हैं। शहीद उधम सिंह एक महान क्रांतिकारी थे। उन्होंने बाल्यकाल में ही यह संकल्प धारण कर लिया था कि जलियांवाला बाग हत्याकांड के दोषी जनरल डायर से बदला लेंगे। उन्होंने कहा कि 21 सालों की कड़ी तपस्या के बाद शहीद उधम सिंह ने एक सभा में जनरल डायर को गोलियां मार कर जलियांवाला बाग हत्याकांड का बदला लिया।

उन्होंने कहा कि अंग्रेजों ने हमारे क्रांतिकारियों पर अनेक जुल्म ढाए। क्रांतिकारी वीरों ने तपस्या की, कष्ट सहन किए। उनकी गाथा सुनकर आज हमारे रोंगटे खड़े हो जाते हैं। उन्होंने शहीद उधम सिंह के माता पिता को भी याद किया कि उन्होंने ऐसे महान वीर को जन्म दिया।

मुख्यमंत्री ने विभिन्न स्थानों पर निर्माणाधीन कंबोज धर्मशालाओं के लिए की 51 लाख रुपये देने की घोषणा

मुख्यमंत्री ने सिरसा, करनाल, रादोर, भुन्ना, कुरुक्षेत्र, रतिया, जगाधरी में निर्माणाधीन कंबोज धर्मशालाओं के लिए 51 लाख रुपये देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने हिसार के पुराने गवर्नमेंट कॉलेज के मैदान में लगी शहीद उधम सिंह की प्रतिमा के पास उनके नाम पर लाइब्रेरी बनाने की घोषणा भी की।

मुख्यमंत्री ने की मापदंड पूरे होने पर रंगोई नाला निकालने की घोषणा

साध संगत द्वारा मुख्यमंत्री के समक्ष गांव मुसाहिबवाला से गुजरने वाली घग्गर नदी से रंगोई नाला के विस्तारीकरण की मांग रखी गई। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस नाले को निकालने के लिए व्यवहारिकता जांची जाएगी और सभी प्रकार के मापदंड पूरे होने पर सरकार इसे मंजूरी देगी। उन्होंने एनएच-9 से डेरा बाबा भूमण शाह रोड के फोरलेन की मांग पर कहा कि इसके लिए अगर जमीन उपलब्ध होगी तो सरकार इसे फॉर लेन बनाएगी। उन्होंने मुख्यधाम की ओर जाने वाली सड़क पर बस क्यू शेल्टर बनाने की भी घोषणा की।

क्रांतिकारी वीरों के इतिहास को छुपाया गया

मुख्यमंत्री ने कहा कि अंग्रेजों ने हमारे वीरों पर अनेक अत्याचार किए और उन्हें जंजीरों में बांधकर काले पानी तक की सजा दी गई। यदि कोई वीर इस जेल में शहादत को प्राप्त हो जाता था तो उन्हें उठा कर समुद्र में फेंक देते थे। उन्होंने कहा कि अंग्रेजों ने सेलुलर जेल के असली इतिहास को छुपाया गया। हमारे वीर क्रांतिकारियों ने गुलामी की जंजीरों को काटकर देश की मजबूती और आजादी के लिए अपने प्राण न्योछावर किए।

विभाजन ने हमारी संस्कृति पर की चोट

सीएम नायब सिंह सैनी ने कहा कि बाबा भूमण शाह का एक डेरा दीपालपुर पाकिस्तान में था, जो 1200 एकड़ में फैला हुआ था। करोड़ों लोग इस डेरे के साथ जुड़े हुए थे। उन्होंने कहा कि जिन्हें देश की संस्कृति और इतिहास का ज्ञान नहीं था, ऐसे लोगों ने एक नक्शे पर पेन से निशान लगाकर देश के दो टुकड़े कर दिए। उन्होंने कहा कि इससे हमारी संस्कृति को चोट पहुंची है। सरदार भगत सिंह ने आजादी की लड़ाई लड़ी। उनका गांव भी पाकिस्तान में हैं, गुरुनानक देव जी ने भी जिस पवित्र धरती पर तपस्या की, वह स्थान भी पाकिस्तान में चला गया है। मुख्यमंत्री ने इसके लिए सीधा सवाल उठाया कि इस विभाजन के कौन लोग जिम्मेवार हैं, जिन्होंने हमारी संस्कृति को चोट पहुंचाई। हमें उनका भी ज्ञान होना जरूरी है।

एक पेड़ माँ के नाम लगाने का किया आह्वान

मुख्यमंत्री ने शहीदी दिवस पर आए हुए जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि वे यह संकल्प लेकर जाएं कि शहीदों के जन्मदिन, उनके शहादत दिवस, माता पिता के जन्मदिन व अन्य उपलक्ष्य के दिन वातावरण की शुद्धि के लिए एक-एक पेड़ लगाएं। उन्होंने कहा कि आज बढ़ रहा तापमान हमारे लिए चिंतनीय है और हमें वातावरण की शुद्धि के लिए पेड़ पौधे लगाने होंगे। उन्हेांने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5 जून को पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में एक पेड़ माँ के नाम लगाने का आह्वान किया था। इसको लक्ष्य निर्धारित करते हुए प्रदेश सरकार आगे बढ़ रही है और इस साल प्रदेश में डेढ करोड़ पौधे लगाने का संकल्प लिया गया है।

जर्मनी में भी शहीद उधम सिंह जी की शहादत पर होगा कार्यक्रम- जर्मनी के सांसद राहुल कंबोज

इस अवसर पर जर्मनी के सांसद राहुल कंबोज ने कहा कि वह एक साथी बनकर लोगों के बीच आएं है और उन्हें बड़ी खुशी है कि हम एक महान क्रांतिकारी का शहीदी दिवस मना रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की प्रशंसा करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री 24 घंटे लोगों की सेवा कर रहे हैं और उनकी उपलब्धियां देश में ख्याति ले रही हैं। उन्होंने कहा कि मेरा जन्म जर्मनी में जरूरी हुआ है परंतु भारत देश की मिट्टी की खुशबू आज भी मुझे महसूस हो रही है। उन्होंने कहा कि जर्मनी में भी शहीद उधम सिंह जी की शहादत पर एक कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।

शहीदों के दिखाए मार्ग पर चलें लोग- बाबा ब्रह्मदास महाराज

बाबा ब्रह्मदास महाराज ने महान क्रांतिकारी शहीद शिरोमणि उधम सिंह की शहादत दिवस पर पहुंचने पर मुख्यमंत्री और श्रद्धालुओं का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि बड़ी श्रद्धा के साथ हम शहीदी दिवस मना रहे हैं। आए हुए श्रद्धालु इनसे प्रेरणा लें और शहीदों के दिखाए मार्ग पर चलें।

समारोह को हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. बी आर कंबोज, अंतरराष्ट्रीय कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय के सलाहकार डॉ. संदीप सिंह कोरा ने भी संबोधित किया।

इस अवसर पर ऊर्जा मंत्री रणजीत सिंह, स्थानीय शहरी निकाय राज्य मंत्री सुभाष सुधा, विधायक गोपाल कांडा, दूड़ाराम, लक्ष्मण नापा, पूर्व मंत्री कर्णदेव कंबोज, पूर्व सांसद डॉ. अशोक तंवर, सुनीता दुग्गल तथा मनजिंदर सिंह सिरसा सहित बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक मौजूद थे।