नीलम सिंह चौहान, ख़बरीमीडिया
MamaEarth मामाअर्थ जिस ब्रांड को आज कौन नहीं जानता, ये एक जाना माना ब्रांड बन चुका है. केवल 6 सालों में ही मामाअर्थ की पेरेंट कंपनी होनासा कंस्यूमर प्राइवेट लिमिटेड (Honasa Consumer Private Limited) यूनिकॉर्न बन गई है. दरअसल, MamaEarth की को फाउंडर Ghazal Alagh को टॉक्सिन फ्री बेबी प्रोडक्ट्स बनाने का विचार तब आया, जब उन्हें अपने छोटे से बेटे के लिए टॉक्सिन फ्री प्रोडक्ट नहीं मिले. ग़ज़ल को विदेशों से टॉक्सिन फ्री प्रोडक्ट मंगाने पड़ते थे. गजल ने अपने हस्बैंड वरुण के साथ मिलकर वर्ष 2016 में होनासा कंज्यूमर प्राइवेट लिमिटेड नाम से अपना स्टार्टअप शुरू किया,और MamaEarth ब्रांड नेम से प्रोडक्ट बाजार में उतारे.
MamaEarth आज बहुत बड़ा ब्रांड बन चुका है, वरुण और गजल की कंपनी होनासा अब स्किन केयर, बेबीकेयर और ब्यूटी सेगमेंट में कई सारे प्रोडक्ट बाजार में बेचती है. MamaEarth के आलावा डर्मा को The Derma Co और बीब्लंट BeBlunt भी होमासा के ब्रांड हैं. होनासा को आईपीओ लाने के लिए सेबी ने अगस्त 2023 में मंजूरी दी थी.अब कंपनी का आईपीओ जल्द ही लांच होने की चर्चाएं हैं. इस आईपीओ के जरिए कंपनी बाजार से 1700 करोड़ रुपये जुटाना चाहती हैं.
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कैसे आया ये आइडिया
गजल के बेटे अगस्त्य को बचपन से ही स्किन रिलेटेड प्रोब्लम थी। टॉक्सिन रिलेटेड प्रोडक्ट के इस्तेमाल होते ही, बच्चे की त्वचा खराब होने लग जाती थी। गजल को विदेश से स्पेशली अपने बच्चे के लिए टॉक्सिन फ्री प्रोडक्ट भारत मंगवाना पड़ता था। इसके बाद गजल ने देखा कि इस समस्या से भारत के कई पेरेंट्स परेशान होंगें। तब गजल को मामाअर्थ स्टार्ट करने का आइडिया आया।
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मामाअर्थ 1000 करोड़ का कर रही है व्यापार
होनासा कंज्यूमर का रेवेन्यू अब 1000 करोड़ रुपए के आस पास जा पहुंचा है। मामाअर्थ के पास रिसर्च लैब भी मौजूद है। यहां पर प्रोडक्ट को डेवलप और टेस्ट किया जाता है। इसके बाद अमेरिका की Madesafe एजेंसी के पास टेस्ट किए जाते हैं। कंपनी ने Madesafe की गाइडलाइंस के अनुसार फॉर्मुलेशन बनाए हैं।
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