Maa Vaishnodevi: माँ वैष्णोदेवी के दर्शन को जाने वाले भक्तों के लिए बड़ी ख़बर सामने आ रही है। आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर के रियासी जिला स्थित कटरा कस्बा प्रस्तावित रोपवे परियोजना (Ropeway Project) के खिलाफ बुधवार को पूरी तरह बंद रहा। जिससे यात्रियों को काफी मुसीबत का सामना करना पड़ा। आपको बता दें कि कटरा, त्रिकुटा पहाड़ियों पर स्थित श्री माता वैष्णो देवी मंदिर (Shri Mata Vaishno Devi Temple) में दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं का आधार शिविर है।
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बड़ी संख्या में दुकानदारों और अन्य हितधारकों ने भी कस्बे में रैली निकाली, जो श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड (SMVDSB) द्वारा समस्याओं के हल और अगले माह उनके साथ बैठक करने के आश्वासन के बाद समाप्त हुई। श्राइन बोर्ड (Shrine Board) ने परियोजना कार्य शुरू करने से बैठक का आश्वासन दिया है।
वहीं, बाजार बंद होने के कारण श्रद्धालुओं को काफी परेशानी हुई और उनमें से कई भक्तों ने बताया कि उन्हें बिना प्रसाद के ही वापस लौटना पड़ा।
एसएमवीडीएसबी (SMVDSB) ने ताराकोटे मार्ग से सांझी छत के बीच 12 किलोमीटर लंबे मार्ग पर मंदिर तक 250 करोड़ रुपये की रोपवे परियोजना को मंजूरी दी थी। दुकानदारों और वहां काम कर रहे बहुत से लोगों को आशंका है कि रोपवे के निर्माण से उनका रोजगार चला जाएगा। सिर्फ इतना ही नहीं वे दिल्ली-कटरा एक्सप्रेसवे (Delhi-Katra Expressway) पर चल रहे काम को लेकर भी काफी ससंकित और परेशान हैं और उन लोगों का कहना है कि सड़क को सीधे ताराकोटे से जोड़ ऐतिहासिक शहर कटरा को अलग करने की कोशिश की जा रही है।
एसएमवीडीएसबी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अंशुल गर्ग ने बताया कि रोपवे बुजुर्गों, चिकित्सकीय रूप से अयोग्य और शारीरिक रूप से अक्षम लोगों की सुविधा के लिए है। उन्होंने आगे बताया कि हेलीकॉप्टर की सीमित क्षमता और मार्ग पर वैकल्पिक सुविधाएं प्रदान करने के अदालत के निर्देश के बाद तीर्थयात्रियों को अच्छी सुविधाएं प्रदान करने के लिए रोपवे परियोजना बोर्ड का फैसला है। जनवरी में हितधारकों के साथ एक बैठक प्रस्तावित है और इसी बैठक में उनकी सभी समस्याओं को हल निकाला जाएगा।