सूर्यांश सिंह, ख़बरीमीडिया
Haunted Place In Delhi: दिल्ली की भूतिया कोठी (Haunted Mansion) है जहां 20 साल से कोई नहीं रहता है। इन जगहों से जुड़ा होता है एक ऐसा खौफनाक इतिहास (Scary History) जिसकी वजह से ये लोगों की नजर में भूतिया बन जाती है। आपको ऐसी ही जगहों बारे में आपको बता रही है जहां हुए जुर्म और फिर धीरे-धीरे उन जगहों को लोगों ने हॉन्टेड (Haunted) कहना शुरू कर दिया।
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दिल्ली की भूतिया कोठी का रहस्य
दिल्ली की पॉश कॉलोनी ग्रेटर कैलाश (Greater Kailash) जहां बड़ी कोठियां हैं। जिसे दिल्ली की बड़ी कॉलोनियों में से एक माना जाता है। इसी कॉलोनी में एक मकान भूतिया कहलाता है। ग्रेटर कैलाश की कोठी नंबर डब्लू 3 जहां लोग दिन दोपहर आने जाने से डरते हैं। इस घर से कई सालों तक खौफ का नाम जुड़ा रहा। लोग कहते थे इस घर से चीखने चिल्लाने, हंसने मुस्कुराने बोलने की आवाजें आती हैं। ये घर सालों से बंद रहा लेकिन आस पड़ोस के लोगों को यहां अक्सर डरावनी आवाजें सुनाई देती।
जानिए ग्रेटर कैलाश की कोठी कैसे बनी हॉन्टेड
आपको बता दें ग्रेटर कैलाश वन में बनी ये कोठी 27 साल बंद रही। ऐसा नहीं था कि ये सुनसान इलाके में है। लेकिन बावजूद इसके इस मकान में रहने कोई नहीं आया। न किराए पर दिया गया और न ही इस कोठी को किसी ने खरीदा आखिर क्यों लोग इसे भूतिया मानने लगे। यहां जाकर आस पास के लोगों से बात करके पता चला कि इस कोठी में एक बुजुर्ग कपल यादू कृष्णन कौल और मधू कौल रहते थे।
बुजुर्ग दंपत्ति की हुई थी यहां हत्या
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक साल 1986 में यादू कृष्णन कौल और मधु कौल की हत्या हो गई। उनके ही घर में उनके योगा टीचर ने उनका कत्ल कर दिया। कहा जाता है कि गला रेतने के बाद उनके शरीर को वहीं अंडरग्राउंड टैंक (Underground Tank) में छुपा दिया गया। इन दोनों का और कोई नहीं था इसलिए किसी को हत्या का पता भी नहीं चल पाया। लेकिन जब लाश सड़ने लगी बदबू से आस पड़ोस के लोगों को खबर लगी। पुलिस ने इस मामले में दूसरी थ्योरी दी थी। पुलिस ने इस घटना को लूटपाट की घटना बताया था।
जानिए डब्लू 3 कोठी से जुड़ी कहानी
दोनों की मौत के बाद ये घर वीरान (House Deserted) हो गया। घर में कोई नहीं रहता था। ताला लग चुका था। बस इसके बाद धीरे-धीरे ये कोठी भूतिया के नाम से मशहूर होने लगी। इसे अफवाह कहें या लोगों का भ्रम लोगों ने ये बोलना शुरू कर दिया कि यहां बुजुर्ग दंपत्ति की आत्मा भटकती है। ये बात दूर-दूर तक फैलने लगी। कई सालों तक डब्लू 3 की चर्चा दिल्ली में रही, लेकिन फिर कुछ सालों पहले दिल्ली के ही गुप्ता परिवार ने इसे खरीद लिया।
3 दिन तक कोठी में हुआ था हवन
आपको बता दें कि जब उन्होंने इस कोठी को खरीदा तो यहां पर 3 दिन तक हवन (Hawan) करवाया गया। पूजा पाठ किया गया। तब जाकर वो इस घर में आए। लेकिन आज भी ये घर बंद ही रहता है। गुप्ता परिवार कभी-कभी छुट्टियां मनाने इस घर में आता है। जब से उन्होंने इस घर को खरीदा है तब से लोगों ने इसे भूतिया कहना कम कर दिया है।