Credit Card: क्रेडिट कार्ड यूजर्स के लिए बड़ी और जरूरी खबर
Credit Card: क्रेडिट कार्ड यूजर्स के लिए जरूरी खबर सामने आ रही है। आपको बता दें कि देश में बड़े शहरों से लेकर छोटे शहरों तक क्रेडिट कार्ड (Credit Card) का उपयोग बढ़ता ही जा रहा है। अगर आप भी क्रेडिट कार्ड का प्रयोग करते हैं तो यह खबर जरूर पढ़ लीजिए। आपको बता दें कि क्रेडिट कार्ड से पेमेंट करने से रिवॉर्डिंग (Rewarding) और फायदेमंद हो सकता है। लेकिन वहीं अगर सही से क्रेडिड कार्ड का उपयोग न किया जाए तो यह कर्ज के जाल में फंसा सकता है। ऐसे में आप क्रेडिट कार्ड स्वाइप करने की सोच रहे हैं तो आपके लिए ये जानना जरूरी है कि क्रेडिट कार्ड से पेमेंट करने के 5 बड़े फाइनेंशियल रिस्क (Financial Risk) क्या क्या हैं? आइए आज के खबर में विस्तार से जानते हैं..

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ज्यादा ब्याज दरें
आपको बता दें कि क्रेडिट कार्ड की ब्याज दर्ज बहुत ज्यादा होती है। यह आमतौर पर सालाना 18 फीसदी से 36 फीसदी तक होती हैं। जब आप हर महीने पूरा बैलेंस नहीं चुकाते हैं, तो इंटरेस्ट चार्ज (Interest Charges) तेजी से बढ़ने लगता है, जिससे समय के साथ मामूली खरीदारी भी काफी महंगी पड़ जाती है। रिवॉल्विंग बैलेंस (Revolving Balance) रखने से आप कर्ज के जाल में फंस सकते हैं.। ऐसे में हर महीने पूरा बैलेंस जरूर चुकाएं।
लेट पेमेंट से खराब हो सकता है क्रेडिट स्कोर
एक बार चूक या लेट पेमेंट (Late Payment) आपके क्रेडिट स्कोर को भी प्रभावित कर सकता है। जिससे आपके लिए लोन लेना, घर किराए पर लेना या नौकरी पाना मुश्किल हो सकता है। इससे बचने के लिए आप ऑटोमैटिक पेमेंट या कैलेंडर रिमाइंडर जरूर सेट कर दें जिससे आप कभी भी डेडलाइन न चूकें। मिनिमम पेमेंट समय पर करना भी न करने से बेहतर है।
क्रेडिट कार्ड का ज्यादा यूज
क्रेडिट कार्ड से बहुत ज्यादा खर्च करना आपके क्रेडिट स्कोर (Credit Score) को नुकसान पहुंचा सकता है। फिर चाहे आप भले ही आप नियमित रूप से रीपेमेंट करते हों। अपने क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेश्यो (CUR) को 30 फीसदी से कम रखें। अगर आपके क्रेडिट कार्ड की लिमिट 1 लाख रुपये है, तो किसी भी समय बकाया राशि को 30,000 रुपये से कम रखने की कोशिश करें।
रिवॉर्ड्स के चक्कर में कहीं कर दें न ज्यादा खर्च
रिवॉर्ड पॉइंट्स (Reward Points) और कैशबैक बहुत ही आकर्षक होते हैं, लेकिन वे आपको सामान्य से ज्यादा खर्च करने के लिए प्रेरित भी करने का काम करते हैं। ऐसे में अपने क्रेडिट कार्ड को डेबिट कार्ड की तरह काम करें। केवल वही खर्च करें जो आप पूरी तरह से चुकाने में सक्षम हों और रिवॉर्ड्स को बोनस वैल्यू के रूप में देखें।
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शर्तों को जरूर ध्यान से पढे़ं
क्रेडिट कार्ड के कई चार्ज आपकी जेब पर चुपके से डाका भी डालने का काम कर सकते हैं। जैसे ज्वाइनिंग फीस, एनुअल फीस, लेट फीस, फॉरेन ट्रांजैक्शन फीस, ओवर-द-लिमिट फीस आदि। ऐसे में आप अपने क्रेडिट कार्ड की शर्तों को ध्यान से जरूर पढ़ें और अपने ट्रांजैक्शन को मॉनिटर करें।

