Bullet Train Updates: रेल मंत्री वैष्णव ने साबरमती मल्टीमॉडल (Multimodal) ट्रांसपोर्ट हब का वीडियो जारी किया है। लगभग 43 सेकंड के इस वीडियो में टर्मिनल (Terminal) में शामिल कई सुविधाओं और आधुनिकता को दिखाया गया है।
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भारतीयों को बुलेट ट्रेन (Bullet Train) की रफ्तार का मजा लेने के लिए अब ज्यादा इंतजार नहीं करना होगा। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव की तरफ से आए अपडेट से इसके संकेत मिलने लगे हैं। एक वीडियो के जरिए उन्होंने देश के पहले बुलेट ट्रेन टर्मिनल की झलक दिखाई है। सोशल मीडिया पर शेयर टर्मिनल के वीडियो में संस्कृति और आधुनिकता का मिश्रण साफ नजर आ रहा है। सरकार ने पहले ही साफ कर दिया था कि बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट को साल 2022 से 2023 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
रेल मंत्री वैष्णव ने साबरमती मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब (Sabarmati Multimodal Transport Hub) का वीडियो जारी किया है। लगभग 43 सेकंड के इस वीडियो में टर्मिनल में शामिल कई सुविधाओं और आधुनिकता को दिखाया गया है। उन्होंने लिखा है कि भारत की पहली बुलेट ट्रेन के लिए टर्मिनल। भारत में बुलेट ट्रेन को लेकर पहल साल 2017 में की गई थी।
इसमें 12 स्टेशन होंगे
रेल मंत्रालय की तरफ से वर्ष 2017 में जारी विज्ञप्ति के मुताबिक यह ट्रेन मुंबई और अहमदाबाद स्टेशनों को जोड़ेगी। सरकार ने बताया था, साबरमती और मुंबई (508 Km) के मध्य रेल पटरी जमीन के ऊपर स्तंभों पर आधारित होगी। इसमें 12 स्टेशन होंगे। अधिकतम गति 350 किलोमीटर प्रति घंटा होगी। जबकि संचालन गति 320 किलोमीटर प्रति घंटा होगी।
जापान सरकार कर रही है मदद
रेल मंत्रालय (Ministry of Railways) ने बताया था कि एक तेज ट्रेन के लिए मुंबई से साबरमती के बीच यात्रा अवधि 2.07 घंटे होगी। रास्ते में पड़ने वाले सभी स्टेशनों पर रूकने वाली ट्रेन के लिए यह अवधि 2.58 घंटे होगी। परियोजना की अनुमानित लागत 1,08,000 करोड़ रूपये। कुल परियोजना लागत की 81 प्रतिशत राशि जापान सरकार द्वारा ऋण के रूप में उपलब्ध कराई गई है। 0.1 प्रतिशत ब्याज दर वाला यह ऋण 15 वर्षों की अनुग्रह अवधि के साथ 50 वर्षों में देय है।
भारत सरकार हाई स्पीड रेल (High Speed Rail) की योजना बना रही है। इसके अनुसार 6 अतिरिक्त कॉरिडोर को लेकर चर्चाएं जारी हैं। इनमें दिल्ली से वाराणसी, दिल्ली से अहमदाबाद, मुंबई से नागपुर, मुंबई से हैदराबाद, चेन्नई से मैसूर और दिल्ली से अमृतसर शामिल है।