• मानसिक स्वास्थ्य को समुदाय के स्तर पर सशक्त बनाने की वैश्विक सोच से प्रेरित, कनेक्टेड माइंड्स ने एक जमीनी पहल को राष्ट्रीय डिजिटल प्लेटफॉर्म का रूप दिया है।
• व्यक्तिगत अनुभव, वर्षों के भरोसे और विशेषज्ञों के मार्गदर्शन से बना यह प्लेटफॉर्म अवसाद, चिंता, भाग-दौड़ के इस दौर में भावनात्मक सहयोग और कनेक्शन पर ज़ोर देता है।
Connected Minds: ऐसे दौर में जब दुनिया भर में एक अरब से ज़्यादा लोग किसी न किसी मानसिक स्वास्थ्य की चुनौती से जूझ रहे हैं, सवाल सिर्फ़ इलाज का नहीं है। सवाल है सुने जाने का, समझे जाने का और समय रहते मदद मिलने का।

पिछले कुछ समय में भारत में मानसिक स्वास्थ्य पर बातचीत तो बढ़ी है, लेकिन ज़मीनी हकीकत आज भी यही है कि ज़्यादातर लोग तब मदद तक पहुँचते हैं, जब वे टूटने की कगार पर होते हैं। शुरुआती भावनात्मक सहयोग, सुरक्षित संवाद और भरोसेमंद मार्गदर्शन की कमी आज भी एक बड़ी चुनौती बनी हुई है। इसी खाली जगह को भरने की एक कोशिश है ‘कनेक्टड माइंडस’।
एक प्लेटफॉर्म नहीं, एक संवाद से शुरू हुई पहल
‘कनेक्टड माइंडस’ की शुरुआत किसी स्टार्टअप आइडिया या टेक प्रेज़ेंटेशन से नहीं हुई थी। इसकी शुरुआत हुई थी सात साल पहले, कुछ लोगों के बीच एक सुरक्षित बातचीत से, जहां बिना जजमेंट, बिना जल्दबाज़ी, सिर्फ़ सुना जाना सबसे ज़रूरी था।
धीरे-धीरे यह संवाद एक समुदाय में बदला। आज यह समुदाय 10 हजार से अधिक लोगों का भरोसा अपने साथ लेकर खड़ा है। यह पहल इस विश्वास पर टिकी रही कि मानसिक स्वास्थ्य की असली शुरुआत बातों और मंचों पर नहीं, बल्कि मानवीय जुड़ाव और विश्वास से होती है।

एक पत्रकार का निजी अनुभव, जिसने दिशा बदल दी
‘कनेक्टड माइंडस’ की परिकल्पना वरिष्ठ पत्रकार ऋतु भारद्वाज ने की है, जिनका मीडिया में दो दशकों से अधिक का अनुभव रहा है। एबीपी, स्टार न्यूज़, ज़ी स्टूडियोज़ और बीबीसी जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों के लिए काम करते हुए उन्होंने समाज, जेंडर और मानवीय सरोकारों से जुड़े कई अहम मुद्दों पर काम किया। मशहूर टीवी शो सत्यमेव जयते, ज़िंदगी विद ऋचा, यूएनडीपी के साथ जेंडर आधारित प्रोजेक्ट्स और डॉक्यूमेंट्री ‘प्लीज़ अरेस्ट मी’ जैसे कार्यों ने उन्हें समाज के उन हिस्सों के और करीब पहुंचाया, जिनकी आवाज़ अक्सर अनसुनी रह जाती है।
लेकिन ‘कनेक्टड माइंडस’ सिर्फ़ पेशेवर यात्रा का नतीजा नहीं है। गर्भावस्था के दौरान ख़ुद अवसाद का सामना करते हुए ऋतु भारद्वाज ने उस ख़ामोशी, सामाजिक झिझक और शुरुआती भावनात्मक सहयोग की कमी को करीब से देखा, जिससे लाखों लोग जूझते हैं।

ऋतु भारद्वाज का कहना है ‘मैंने महसूस किया कि लोग मदद इसलिए नहीं लेते क्योंकि उन्हें ज़रूरत नहीं होती, बल्कि इसलिए क्योंकि उन्हें रास्ता नहीं दिखता। मैंने उस घुटन को महसूस किया है जब आप बहुत कुछ कहना तो चाहते हैं, पर लोग क्या कहेंगे और कोई नहीं समझेगा का डर आपको रोक देता है और आप सबके बीच होते हुए भी अकेले हो जाते हैं।’
जब समुदाय को तकनीक का सहारा मिला
सात साल तक मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम करने के बाद आज ‘कनेक्टड माइंडस’ ने अपने वेब और मोबाइल ऐप प्लेटफॉर्म के साथ एक नया कदम आगे बढ़ाया है। इस डिजिटल विस्तार का मकसद है सही मदद और जानकारी को ज़्यादा से ज़्यादा लोगों तक पहुँचाना।
प्लेटफॉर्म का फोकस है-
• किसी संकट के पैदा होने से पहले हस्तक्षेप
• भावनात्मक सहारा और प्रोफेशनल मार्गदर्शन
• आत्महत्या की रोकथाम के लिए शुरुआती जुड़ाव और मदद
‘कनेक्टड माइंडस’ पर उपयोगकर्ताओं को मिलती हैं-
• मानसिक स्वास्थ्य असेसमेंट और गाइडेड सेल्फ-हेल्प टूल्स
• योग्य और अनुभवी मानसिक स्वास्थ्य एक्स्पर्ट से गोपनीय वीडियो/ऑडियो काउंसलिंग
• संकट की स्थिति में मदद और क्राइसिस सपोर्ट
• कार्यस्थलों और शिक्षण संस्थानों के लिए संरचित वेलबीइंग प्रोग्राम
प्लेटफॉर्म के लिए मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों का चयन अनुभवी क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट अशिता माथुर के मार्गदर्शन में किया जा रहा है, ताकि सेवाएं वैज्ञानिक, नैतिक और संवेदनशील बनी रहें।

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इसके साथ ही पत्रकारिता जगत का जाना-माना नाम ऋचा अनिरुद्ध, एक्टर और नैरेटर विजय विक्रम सिंह, डॉ. सरोज दुबे, डॉ. अंकुर शरण और मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ रश्मि साहा, करिश्मा मेहरा, रिद्धि दोषी और भारती रखेजा जैसे प्रतिष्ठित नामों का मार्गदर्शन भी इस पहल को मज़बूती प्रदान कर रहा है।
जागरूकता से आगे, वास्तविक सहायता की ओर
भारत में मानसिक स्वास्थ्य की ज़रूरतें तेज़ी से बढ़ रही हैं, जबकि संसाधन अब भी सीमित हैं। ऐसे समय में ‘कनेक्टड माइंडस’ जागरूकता और वास्तविक सहायता के बीच एक ज़रूरी सेतु बनकर उभर रहा है।
यह पहल एक आंदोलन की तरह है, जो लोगों को टूटने के बाद नहीं, टूटने से पहले थामने की कोशिश करता है।
‘कनेक्टड माइंडस’ के बारे में
‘कनेक्टड माइंडस’ भारत का पहला पत्रकार-स्थापित मानसिक स्वास्थ्य प्लेटफॉर्म है, जिसकी स्थापना वरिष्ठ पत्रकार ऋतु भारद्वाज ने की।
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10,000 से अधिक सदस्यों के समुदाय, 7 साल के कार्यों और 18 महीनों की तकनीकी तैयारी के बाद तैयार यह प्लेटफॉर्म संवाद, क्लिनिकल विशेषज्ञता और तकनीक के ज़रिए मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं को ज़्यादा लोगों तक पहुंचा रहा है- बिना सामाजिक झिझक, डर और जजमेंट के।
वेबसाइट: https://connectedmind.in/

