Punjab News: पंजाब के सीएम भगवंत सिंह मान ने केन्द्र सरकार (Central Government) पर बड़ा हमला बोला है। सीएम भगवंत सिंह मान (CM Bhagwant Singh Mann) ने कहा कि देश की लड़ाई लड़ रहा है पंजाब। आज सरकार-व्यापार मिलनी के दौरान जनसभा को संबोधित करते हुए सीएम भगवंत सिंह मान (CM Bhagwant Singh Mann) ने कहा कि राज्य सरकार पंजाब का सर्वांगीण विकास करके राज्य के चेहरा बदलने के लिए अथक मेहनत कर रही है। उन्होंने कहा कि वह दूषणबाज़ी करने की बजाय ‘कार्य की राजनीति’ कर रहे हैं, जिससे राज्य का विकास करने के साथ-साथ लोगों की भलाई की जा सके। भगवंत सिंह मान ने कहा कि ऐसा बहुत पहले हो जाना चाहिए था, जिससे लोगों को इसका लाभ मिल सकता।
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मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने लोक कल्याण और विकास के एजंडे को राष्ट्रीय केंद्र के स्तर पर ले जाने के लिए ‘आप’ के हाथ मज़बूत करने के लिए लोगों से भरपूर समर्थन और सहयोग की माँग की। उन्होंने कहा कि आम लोगों को राष्ट्रीय राजनीति का केंद्र बिंदु बनाने का सेहरा अरविन्द केजरीवाल को जाता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने फूट डालो राजनीति को नकारते हुए नैतिक-मूल्यों पर अधारित राजनीति की शुरुआत करके राजनीति में परिवर्तन लाया है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाब के लोगों को आगामी लोक सभा चुनाव में ‘आप’ का समर्थन करना चाहिए, जिससे राष्ट्रीय स्तर पर इसकी मज़बूती को सुनिश्चित बनाया जा सके, जिससे वह पंजाब के मुद्दों को ज़ोरदार ढंग से उठा सकें।
सीएम मान ने कहा कि सरहदी क्षेत्र के निवासी ही असली देश-भक्त हैं क्योंकि वह हर तरह से देश की सेवा करते हैं। उन्होंने कहा कि यह कोई पिछड़ा इलाका नहीं है बल्कि यह राज्य का पहला इलाका है जो देश के दुश्मनों का डटकर मुकाबला करता है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि जब इस कस्बे में आतंकवादी हमला हुआ था तो उस समय पर वह संसद के सदस्य थे और उन्होंने भारत सरकार द्वारा पैरा-मिलिटरी फोर्स के लिए 7.5 करोड़ रुपए की माँग करने के कदम का ज़ोरदार विरोध किया था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने केंद्र सरकार को यह रकम उनके एम.पी.एल.ए.डी. फंड में से काटने के लिए कहा था जिसके बाद केंद्र सरकार ने अपना यह फ़ैसला वापस ले लिया था। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि फ़ौज को किराये पर ऐसे राज्य में भेजा जा रहा है, जो देश में सबसे अधिक सैनिक पैदा करता है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाब ने देश की एकता, अखंडता और प्रभुसत्ता को कायम रखते हुए देश की जंग लड़ी है।
मुख्यमंत्री ने राज्य को बर्बाद करने के लिए विरोधी पक्ष के नेताओं सुखबीर बादल, प्रताप बाजवा, बिक्रम मजीठिया और नवजोत सिद्धू की सख़्त आलोचना की। उन्होंने कहा, ‘‘कॉन्वेंट स्कूलों के पढ़े-लिखे यह नेता पंजाबी माँ-बोली का उच्चारण तक भी नहीं कर सकते। इन लोगों ने अपने स्वार्थी हितों के लिए राज्य को बर्बाद कर दिया है और केवल अपने परिवार के लाभ को प्राथमिकता दी।’’
शिरोमणि अकाली दल की ‘पंजाब बचाओ यात्रा’ पर व्यंग्य कसते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अकाली दल की इस ड्रामेबाज़ी का असली नाम ‘परिवार बचाओ यात्रा’ है। उन्होंने अकाली नेताओं को यह बताने की चुनौती दी कि 15 साल राज्य की अंधी लूट करने के बाद वह अब किससे राज्य को बचाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अकालियों ने राज्य को बेरहमी से लूटा है और पंजाबियों के दिलों को गहरी ठेस पहुंचायी और यहाँ तक कि राज्य के अंदर माफियाओं को पनाह दी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि लोग अकालियों और बादल परिवार के दोगले किरदार से भली-भाँति अवगत हैं, जिस कारण अब इनकी नौटंकियां नहीं चलेंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब के लोग अकाली दल के संदिग्ध किरदार को नहीं भूले क्योंकि अकालियों ने पवित्र श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की बेअदबी करने के अलावा राज्य में नशों के कारोबार को भी सरपरस्ती दी थी। उन्होंने कहा कि अकाली लीडरशिप के हाथ पंजाब और पंजाबियों के ख़ून से रंगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि लोग इनके गुनाहों को कभी माफ नहीं करेंगे। भगवंत सिंह मान ने कहा कि समय आ गया है कि लोग इनको आगामी लोक सभा चुनाव के दौरान हराकर करारा सबक सिखाएं।
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा कि इस पवित्र धरती के एक-एक इंच को महान गुरूओं, संतों, पीरों, शहीदों और कवियों की चरण छू प्राप्त है। उन्होंने कहा कि पंजाबी ‘विश्व नागरिक’ हैं जिन्होंने अपनी मेहनत और लगन से वैश्विक स्तर पर अपनी काबिलियत का सबूत दिया है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाबियों को सख़्त मेहनत के अद्वितीय जज़्बे की बख़्शीश प्राप्त है, जिसके स्वरूप वह हरेक जगह अपनी पहचान बना लेते हैं।
लोक सभा मेंबर सनी देओल पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘फिल्मों में तो बॉलीवुड अदाकार सरहद पार कर धरती से हैंड पंप उखाड़ लेते हैं परन्तु संसद मेंबर के तौर पर उनकी कारगुज़ारी बहुत निराशाजनक रही है क्योंकि वह अपने हलके में लोगों को साफ़ पानी मुहैया करवाने के लिए हैंड पंप भी नहीं लगा सके।’’ उन्होंने कहा कि दूसरी ओर पंजाब सरकार ने लोगों की भलाई के लिए कई पहलें की हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि अब 90 प्रतिशत घरों को मुफ़्त बिजली मिल रही है, 40 हज़ार से अधिक नौजवानों को सरकारी नौकरियाँ मिली हैं और लोगों को स्वास्थ्य और शिक्षा की मानक सुविधाएं दी जा रही हैं।
मुख्यमंत्री ने आर.डी.एफ. और एन.एच.एम. के तहत फंडों को रोकने के लिए केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि केंद्र के इस पंजाब विरोधी कदम से राज्य के विकास को खतरे में डाला जा रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने 8000 करोड़ रुपए से अधिक के फंडों को गलत तरीके से रोका हुआ है, जो कि राज्य के साथ सरासर बेइन्साफ़ी है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि केंद्र सरकार को आने वाली लोक सभा चुनाव में हराकर सबक सिखाना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘सरकार-व्यापार मिलनी’ के तौर पर अपनी किस्म की इस पहली पहल का उद्देश्य व्यापारिक भाईचारे की भलाई को सुनिश्चित बनाना है। उन्होंने कहा कि राज्य के आर्थिक विकास को बढ़ावा देकर पुरातन शान बहाल करने की ओर यह एक सार्थक कदम है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि उद्योग और व्यापार अर्थव्यवस्था की रीढ़ की हड्डी है, जिस कारण इसको बढ़ावा दिया जाना चाहिए।