CJI Chandrachud: पूर्व CJI चंद्रचूड़ को रिटायरमेंट के 6 महीने बाद मिली यहां नई नौकरी, पढ़िए पूरी डिटेल
CJI Chandrachud: भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ (DY Chandrachud) को रिटायरमेंट के 6 महीने बाद बड़ी जिम्मेदारी दी गई है। आपको बता दें कि पूर्व सीजेआई डी वाई चंद्रचूड़ (CJI DY Chandrachud) को नई नौकरी मिली है। उन्हें अब राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय, दिल्ली (NLU Delhi) में प्रतिष्ठित प्रोफेसर (Distinguished Professors) के रूप में नियुक्त किया गया है। संस्थान ने इसे भारतीय विधि शिक्षा (Indian Legal Education) में एक परिवर्तनकारी अध्याय बताया है। पूर्व सीजेआई को यह जिम्मेदारी उनके रिटायरमेंट के 6 महीने बाद सौंपी गई है। वह नवंबर महीने में सीजेआई पद से रिटायर हुए थे।
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एनएलयू, दिल्ली (NLU, Delhi) ने गुरुवार को न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ की नियुक्ति की घोषणा करते हुए सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा कि हम भारत के पूर्व प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति डॉ. डी. वाई. चंद्रचूड़ का राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय दिल्ली में प्रतिष्ठित प्रोफेसर के रूप में स्वागत करते हुए बेहद सम्मानित महसूस कर रहे हैं। पोस्ट में एनएलयू के कुलपति जी. एस. बाजपेयी के साथ चंद्रचूड़ के साथ साझा तस्वीर भी शेयर की गई है।
एनएलयू के कुलपति बाजपेयी ने इस घटनाक्रम को कानूनी शिक्षा जगत के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण बताते हुए कहा कि यह ऐतिहासिक जुड़ाव भारतीय कानूनी शिक्षा में एक परिवर्तनकारी अध्याय का प्रतीक है, जो हमारे सबसे प्रगतिशील न्यायविदों में से एक को अगली पीढ़ी के कानूनी दिमागों का मार्गदर्शन करने के लिए लाता है। उन्होंने आगे कहा कि न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ की उपस्थिति हमारे शैक्षणिक पारिस्थितिकी तंत्र को और समृद्ध करेगी।
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आपको बता दें कि न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ भारत के 50वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में दो साल के कार्यकाल के बाद नवंबर 2024 को सेवानिवृत्त हुए थे। उन्हें न्यायपालिका में एक प्रगतिशील आवाज के रूप में माना जाता है। न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने सुप्रीम कोर्ट में 13 मई 2016 से शुरू कार्यकाल में 38 संविधान पीठों में हिस्सा लिया तथा अयोध्या भूमि विवाद, सहमति से समलैंगिक संबंधों को अपराध की श्रेणी से बाहर करने, निजता के अधिकार तथा अनुच्छेद 370 को हटाने सहित कई मुद्दों पर ऐतिहासिक फैसले दिए।
कितनी होगी पूर्व CJI चंद्रचूड़ को सैलरी?
नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी (NLU) की ओर से पूर्व सीजेआई की सैलरी को लेकर अभी तक आधिकारिक जानकारी नहीं आई है लेकिन लेकिन 7वें वेतन आयोग (AGP-15) के न्यूनतम मानकों के आधार पर उनकी मासिक सैलरी का अनुमान लगाया गया है।
7वें वेतन आयोग के पे लेवल 15 के अनुसार, जस्टिस चंद्रचूड़ का वेतन
मूल वेतन: 1,82,200 रुपये
महंगाई भत्ता (DA): 55% (2025 तक संशोधित दर के आधार पर), यानी 1,00,210 रुपये
यात्रा भत्ता (TA): 11,160 रुपये
हाउस रेंट अलाउंस (HRA): दिल्ली (X कैटेगरी शहर) के लिए 30% (2025 तक संशोधित दर), यानी 54,660 रुपये
कुल वेतन: 3,48,230 रुपये (मूल वेतन + DA + HRA + TA)
क्या-क्या कटता है सैलरी से?
एनपीएस (राष्ट्रीय पेंशन योजना), सीजीएचएस (केंद्रीय सरकार स्वास्थ्य योजना), और आयकर के रूप में: 70,298 रुपये
नेट सैलरी: 3,48,230 – 70,298 = 2,48,691 रुपये (लगभग ₹2.48 लाख मासिक)
आपको बता दें कि ये कैलकुलेशन AGP-15 के न्यूनतम मानकों पर आधारित है। जस्टिस चंद्रचूड़ जैसे प्रतिष्ठित व्यक्ति के लिए, NLU दिल्ली विशेष अनुबंध के तहत अतिरिक्त भत्ते (जैसे अनुसंधान अनुदान, सचिवीय सहायता, या आवास सुविधा) प्रदान कर सकता है, जिससे सैलरी में और भी बढ़ोत्तरी हो सकती है।

