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Cab: Ola-उबर-रैपिडो से सफ़र करने वालों की जेब कटने वाली है!

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Cab: सरकार ने जारी की नई गाइडलाइंस

Cab News: सड़क और परिवहन मंत्रालय ने कैब (Cab) और बाइक टैक्सी सेवाएं देने वाली कंपनियों के लिए नई मोटर व्हीकल एग्रीगेटर्स गाइडलाइंस (MVAG) जारी की हैं। इन गाइडलाइंस के तहत अब कंपनियां पीक आवर्स (Peak Hours) में बेस फेयर से दोगुना किराया वसूल सकेंगी, जिससे ओला, उबर और रैपिडो (Rapido) जैसी सेवाओं का उपयोग करने वालों की जेब पर अतिरिक्त बोझ पड़ सकता है। इसके अलावा, प्राइवेट (व्हाइट नंबर प्लेट) बाइकों को भी बाइक टैक्सी के रूप में इस्तेमाल करने की अनुमति दी गई है, बशर्ते राज्य सरकार की मंजूरी हो। पढ़िए पूरी डिटेल्स…

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पीक आवर्स में दोगुना किराया

नई गाइडलाइंस (New Guidelines) के तहत कैब और बाइक टैक्सी कंपनियां पीक आवर्स में बेस फेयर से दोगुना किराया वसूल सकेंगी। पहले यह सीमा 1.5 गुना थी। इसके अलावा, कंपनियां बेस फेयर पर अधिकतम 50 प्रतिशत तक की छूट भी दे सकेंगी। इसका मतलब है कि यात्रियों को व्यस्त समय में ज्यादा किराया चुकाना पड़ सकता है, जबकि ऑफ-पीक समय में सस्ती सवारी का विकल्प भी मिलेगा।

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प्राइवेट बाइकों को टैक्सी की मंजूरी

बाइक टैक्सी सर्विस के लिए अब तक सिर्फ कमर्शियल (येलो नंबर प्लेट) बाइकों का इस्तेमाल हो सकता था। नई गाइडलाइंस में प्राइवेट (व्हाइट नंबर प्लेट) बाइकों को भी टैक्सी के रूप में इस्तेमाल करने की अनुमति दी गई है, बशर्ते राज्य सरकार इसकी मंजूरी दे। यह बदलाव रैपिडो जैसी बाइक टैक्सी कंपनियों के लिए बड़ा फायदा है, क्योंकि अब उनके लिए बाइकों की उपलब्धता बढ़ जाएगी।

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ड्राइवर्स के लिए नए नियम

कंपनियों को ड्राइवरों के साथ जुड़ने से पहले उनका पुलिस वेरिफिकेशन करवाना अनिवार्य होगा। ड्राइवर के पास वैलिड ड्राइविंग लाइसेंस, बैंक अकाउंट, गाड़ी का इंश्योरेंस और फिटनेस सर्टिफिकेट होना जरूरी है। किराए के बंटवारे में, अगर ड्राइवर अपनी गाड़ी चला रहा है, तो उसे किराए का 80 प्रतिशत मिलेगा। कंपनी की गाड़ी चलाने पर ड्राइवर को 60 प्रतिशत हिस्सा मिलेगा। पेमेंट डेली, वीकली या 15 दिन में निपटाना होगा।

यात्रियों के लिए क्या बदलेगा?

कंपनियों को अपने ऐप हिंदी, अंग्रेजी और उस राज्य की आधिकारिक भाषा में उपलब्ध कराने होंगे। दिव्यांगजनों के लिए भी ऐप को सुलभ बनाना होगा। हर कंपनी को 24/7 कॉल सेंटर स्थापित करना होगा, ताकि यात्री और ड्राइवर शिकायत दर्ज कर सकें। राइड कैंसिलेशन पर भी नियम सख्त किए गए हैं। अगर ड्राइवर या यात्री राइड कैंसिल करता है, तो कुल किराए का 10 प्रतिशत या 100 रुपये (जो भी कम हो) चार्ज कटेगा।

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उबर और रैपिडो ने किया स्वागत

उबर ने इन गाइडलाइंस को ‘दूरदर्शी कदम’ करार दिया है, जबकि रैपिडो ने इसे ‘मील का पत्थर’ बताया। रैपिडो का कहना है कि प्राइवेट बाइकों को टैक्सी के रूप में मान्यता देने से लाखों लोगों के लिए किफायती परिवहन के विकल्प खुलेंगे। यह गाइडलाइंस लगभग पांच साल बाद जारी की गई हैं और ऐप-आधारित कैब व बाइक टैक्सी सर्विस देने वाली सभी कंपनियों पर लागू होंगी।