Rent vs Own Home: खुद का घर हो यह तो सपना सभी का होता है लेकिन घरों के महंगे रेट सुनकर न जाने कितने लोग अपने सपने को दफ्न कर देते हैं तो वहीं कुछ लोग लोन का सहारा लेकर अपना सपना पूरा करते हैं। अक्सर हमारे मन में यह ख्याल जरूर आता है कि किराये पर घर (House On Rent) लेके रहना सही है या लोन लेके घर लेना यही होगा। इसी सवाल का जवाब हम इस खबर में लेकर आएं हैं। आइए जानते हैं विस्तार से
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घर खरीदना तो हमेशा से ही भावनाओं से जुड़ा होता है। ज्यादातर लोग अपना घर इसीलिए खरीदने की चाहत रखते हैं कि उनका परिवार अपनी छत के नीचे रहना सुरक्षित रहे। लेकिन, इमोशन को छोड़ दें तो आपके लिए रेंट पर रहना ज्यादा फायदे का सौदा साबित हो सकता है। एकबारगी तो यह सुनकर आपको जरूर हैरानी हुई होगी लेकिन आज आपको सिंपल कैलकुलेशन के जरिये हम बताएंगे कि आखिर मेट्रो शहरों में अपना मकान खरीदना ज्यादा फायदेमंद है या फिर किराये पर रहकर निवेश की रणनीति बनाना।
पहले समझें घर खरीदने का फंडा
मान लीजिए आप दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) में घर खरीदना चाहते हैं तो आपको 2बीएचके फ्लैट के लिए औसतन 50 लाख रुपये खर्च करने होंगे। एक मिडिल क्लास नौकरीपेशा आदमी मुश्किल से 10 से 20 फीसदी रकम ही डाउन पेमेंट दे पाता है। अगर आप 20 फीसदी यानी 10 लाख की रकम डाउन पेमेंट करते हैं तो मकान के लिए 40 लाख रुपये का लोन लेना पड़ेगा। इसके ऊपर से रजिस्ट्री, स्टांप ड्यूटी व ब्रोकरेज चार्ज अलग होते हैं। मकान लिया है तो फर्नीचर भी लेना पड़ेगा। इन सब काम में आपके आराम से 5 लाख रुपये तक और लग जाते हैं।
इस तरह सबकुछ देखें तो दिल्ली-एनसीआर में आपने 2बीएचके फ्लैट में रहने के लिए 15 लाख रुपये तक अपनी जेब से खर्च किए और 40 लाख रुपये का बैंक लोन लिया। मौजूदा समय में ब्याज दरें काफी ज्यादा हैं और अगर आपको 20 साल के लिए यह रकम 9 फीसदी ब्याज पर भी मिलती है तो हर महीने की ईएमआई 35,989 रुपये चुकानी होगी। आप पूरे टेन्योर में कुल 46,37,369 रुपये ब्याज के रूप में देंगे। सिर्फ इतना ही नहीं आप लोन चुकाने के लिए अगले 20 साल तक बंध जाएंगे।
अब देखें निवेश का गणित
अब अगर आप अपनी हर महीने की ईएमआई वाली 35,989 रुपये रकम को सिप में और 15 लाख रुपये के खर्चे वाली रकम को एकमुश्त निवेश करते हैं तो 20 साल में कितना रिटर्न मिल जाएगा। पहले बात करते हैं सिप की। अगर आप 20 साल तक हर महीने 35,989 रुपये सिप में निवेश करते हैं तो कुल निवेश आपका 86,37,360 रुपये हो जाएगा। इस पर 12 फीसदी का रिटर्न जोड़ लें तो सिर्फ ब्याज के रूप में आप 2,73,20,974 रुपये जुटा लेंगे, जबकि कुल रकम बढ़कर 3,59,58,334 रुपये हो जाएगी।
अब हम 15 लाख की रकम को एकमुश्त निवेश करके उसका रिटर्न देखते हैं। तो इस पर लगभग 12 फीसदी का रिटर्न देखें तो 20 साल में आपको 1.3 करोड़ रुपये सिर्फ ब्याज के ही मिल जाएंगे, जबकि आपकी कुल रकम बढ़कर 1.45 करोड़ रुपये हो जाएगी। इस प्रकार आप मकान खरीदने की रकम को कर्ज चुकाने के ही समय में बढ़ाकर 5.04 करोड़ रुपये कर सकते हैं। यानी आपने सिर्फ ईएमआई और डाउन पेमेंट की रकम को ही निवेश करके 5 करोड़ का फंड बना लिया।
मकान की कीमत कितनी बढ़ेगी
प्रॉपर्टी मार्केट का रेट हर साल 10 फीसदी की दर से बढ़ रहा है। अगर आज कोई फ्लैट 50 लाख का है तो 10 साल बाद वह 1 करोड़ और 20 साल बाद 2 करोड़ का हो जाएगा। आपके पास 5 करोड़ का फंड है तो आप इसी तरह के फ्लैट को खरीदकर भी 3 करोड़ बचा सकते हैं। इसके साथ ही यह भी ध्यान देने वाली बात है कि आज खरीदा गया मकान 20 साल बाद नए मकान जितना कीमती नहीं रह जाएगा।