Aajtak Sonipat News: हरियाणा के सोनीपत में राजनीति का माहौल काफी गरमाया हुआ है। सोनीपत का जिक्र महाभारत काल में भी है। सोनीपत जिला 1977 में अपने अस्तित्व में आया। इसके पहले यह रोहतक जिले में आता था। सोनीपत लोकसभा सीट (Sonipat Lok Sabha Seat)को जाटलैंड भी कहा जाता है। जिसका मतलब है कि यहां की राजनीति जाट वोटरों के इर्द-गिर्द ही घूमती रही है।
2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी (BJP) के रमेश कौशिक को दूसरी बार जीत मिली थी। अब बड़ा सवाल यह है कि क्या सोनीपत की जनता एक बार फिर से बीजेपी (BJP) को जीत दिलाकर हैट्रिक लगावाती है या फिर दूसरे दलों के हिस्से में जीत जाती है।
इसी सवाल का जवाब तलाशने के लिए आजतक की टीम सीनियर एंकर अंजना ओम कश्यप (Anjana Om Kashyap) के साथ पहुंची हरियाणा के सोनीपत। और शुरु हुआ सवाल-जवाब का सिलसिला।
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सवाल की शुरूआत महिलाओं से हुई तो जवाब मिला की बात सिर्फ तीन ही मुद्दों पर ही बात होनी चाहिए शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार। जो भी सरकार इन मुद्दों पर ध्यान देगी और विकास करेगी हम उसी को वोट करेंगे।
फर्स्ट टाइम वोटर से जब सवाल किया गया तो जवाब आया कि हमारा पहला मुद्दा है रोजगार का। आज रोजगार एक बड़ा मुद्दा बनता ही जा रहा है। सरकार रोजगार देने की और ध्यान नहीं दे रही है जिससे युवा वर्ग काफी पेरशान है।
एक युवा ने कहा कि बीजेपी (BJP) ने इतने काम कर दिए हैं कि उसकी तुलना की ही नहीं जा सकती है। जनता ने एक बार फिर से बीजेपी को वोट करने का मन बना लिया है और फिर से पीएम नरेन्द्र मोदी बनने जा रहे हैं।
एक महिला ने कहा कि हम लोग विकास के नाम पर वोट करेंगे। दुनिया की नजर में भारत का मान सम्मान मोदी जी ने बढ़ाने का काम किया है हम सब लोग मोदी जी के कामों को देखते हुए उनको वोट करने जा रहे हैं और वह तीसरी बार प्रधानमंत्री बनेंगे।
बीजेपी पर हमला बोलते हुए एक युवक ने कहा कि बीजेपी (BJP) के नेता धर्म के नाम पर वोट मांग रहे हैं। विकास तो किया है ही नहीं कि विकास के नाम पर वोट मांगे। धर्म के नाम पर वोट मांग कर बीजेपी वाले भगवान को भी बदनाम करने का काम कर रहे हैं।
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एक महिला ने कहा कि एक कहावत है मीठा बोला, कलेजा छीला। वैसे ही बीजेपी (BJP) वालों ने मीठा मीठा बोलकर वोट ले लिया और विकास के नाम पर काम तक नहीं किया है। दस सालों से यहां बीजेपी के सांसद हैं लेकिन यहां विकास उस स्तर पर नहीं हुआ जैसे होना चाहिए था।
एक व्यक्ति ने कहा कि बीजेपी के सरकार में पेपर लीक बहुत बढ़ी समस्या है। इससे युवा परेशान होते हैं। यह उनके साथ धोखा है बीजेपी के लोगों को ऐसा नहीं करना चाहिए।
जानिए सोनीपत को
सोनीपत लोकसभा सीट जाटों के प्रभाव के अनुपात के लिहाज से हरियाणा की दूसरे नंबर की बड़ी सीट मानी जाती है। लेकिन यहां से दो बार अन्य उम्मीदवार भी बाजी मार चुके हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव बीजेपी के फिर रमेश कौशिक ने जीत हासिल करने में कामयाबी पाई थी। सोनीपत (Sonipat) लोकसभा में 2014 तक 11 बार चुनाव हुए हैं, जिसमें 9 बार जाट उम्मीदवार ने जीत हासिल की है। जबकि दो बार गैर जाट उम्मीदवार को कामयाबी मिली है। पहली बार 1996 में अरविंद शर्मा सोनीपत से निर्दलीय चुनाव लड़े थे और जीत हासिल की थी।
2019 का परिणाम
लोकसभा चुनाव 2019 में सोनीपत सीट से कुल 29 उम्मीदवार चुनावी मैदान में थे, बीजेपी ने एक बार फिर अपने मौजूदा सांसद रमेश चंद्र कौशिक को चुनाव मैदान में उतारा तो वहीं कांग्रेस ने कद्दावर नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा को अपना उम्मीदवार बनाया था। इस चुनाव में बीजेपी के रमेश चंद्र कौशिक ने जीत हासिल की और उन्हें 5,87,664 वोट मिले। वहीं कांग्रेस के भूपेन्द्र सिंह हुड्डा 4,22,800 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे और जेजेपी के दिग्विजय सिंह चौटाला 51,162 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे।
2014 का परिणाम
2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के रमेश चंद्र कौशिक ने कांग्रेस के जगबीर सिंह मलिक को हराया था। बीजेपी उम्मीदवार कौशिक को 3,47,203 वोट मिले थे जबकि कांग्रेसी उम्मीदवार को 2,69,789 वोट मिले थे। वहीं 2014 में सोनीपत के 2403 मतदाताओं ने नोटा के बटन का इस्तेमाल किया था।