कुमार विकास, ख़बरीमीडिया
Bihar: बिहार के गोपालगंज (Gopalganj) से एक बहुत ही दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है जहां जिले के सबसे बड़े पंडाल में भगदड़ मचने से एक मासूम सहित 2 महिलाओं की दर्दनाक मौत हो गई तो वहीं दर्जन भर लोग घायल हो गए। सभी घायलों का इलाज सदर अस्पताल में किया जा रहा है। घटना 23 अक्टूबर की शाम की है जब गोपालगंज के सबसे बड़े पंडाल राजा दल में श्रद्धालुओं की भीड़ अचानक से इतनी बढ़ गई कि पूरा पंडाल ही लोगों से भर गया और आने जाने में भी लोगों को दिक्कत होने लगी और भीड़ पुलिस के कंट्रोल से बाहर हो गई।
ये भी पढ़ेंः Diwali पर केंद्रीय कर्मचारियों की मौज़..इतना बोनस दे रही है सरकार
ये भी पढ़ेंः Vastu Tips: दिवाली के दिन भूलकर भी इस ओर न जलाएं दीपक, देवी लक्ष्मी हो जाएंगी नाराज
हादसे का मुख्य कारण
हादसे की सबसे बड़ी वजह बनी जगह-जगह सड़क पर प्रसाद का वितरण। इस रोड में भी जगह-जगह और राजा दल पूजा पंडाल से थोड़ी दूरी पर आसपास में प्रसाद का वितरण किया जा रहा था। इस प्रसाद की वितरण की वजह से ही यहां पर एक तरफ का ट्रैफिक जाम हो गया था। ऐसे में लोगों के आने-जाने के लिए एक ही तरफ का रास्ता बच गया था। इसी दौरान भीड़ में भगदड़ मच गई।
और तभी इसी भीड़ में एक बच्चे के गायब होने की खबर फैली जिसे 2 महिलाओं ने ढूढने की कोशिश शुरू की और फिर चारो तरफ भगदड़ मच गया और इसी भगदड़ में 5 साल के मासूम सहित 2 महिलाओं की मौत हो गई जबकि दर्जन भर से ज्यादा लोग घायल हो गए।
हादसे के बाद गोपालगंज डीएम (Gopalganj DM) और एसपी (SP) सहित कई अधिकारी सदर अस्पताल पहुचे थे उन्होंने घायलों के इलाज का जायजा लिया। डीएम डॉ नवल किशोर चौधरी ने बताया कि इस भीड़ में 5 साल का एक बच्चा नीचे गिर गया था। अत्यधिक भीड़ होने की वजह से मासूम बच्चे को बचाने के लिए दो बुजुर्ग महिलाएं नीचे झुकी। डीएम ने बताया कि उन महिलाओं को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। इसी दौरान भीड़ से आगे निकलने के लिए लोग धक्क मुक्की करने लगे। गोपालगंज डीएम डॉ नवल किशोर चौधरी ने बताया कि जब तक इन महिलाओं को बाहर निकाल कर सदर अस्पताल पहुंचाया जाता, तब तक उनकी मौत हो गई थी। डीएम ने कहा कि सूचना मिलते ही तत्काल मौके पर राहत और बचाव का काम तेज कर दिया गया था। अब प्रशासन के लिए आज भी सबसे बड़ी चुनौती है क्योंकि आज दशहरा है और इस दौरान भी गोपालगंज में भीड़ सड़कों पर उतरेगी। ऐसे में जिला प्रशासन ने लोगों को भीड़ से बचने और एक जगह इकट्ठे नहीं होने की सलाह दी है।
हादसे का जिम्मेदार कौन
हादसे के बाद हर किसी के मन में बस एक ही सवाल है कि इस हादसे का जिम्मेदार आखिरी कौन है। क्या प्रशासन को इस बात भी बिल्कुल भनक नहीं थी कि राजा दल मेले में इतनी भीड़ आएगी या वो भीड़ रोकने में कामयाब नहीं हो पाए। पुलिस प्रशासन भले ही अपनी सफाई में ये कहे कि भीड़ के मद्देनजर इस रोड में जिला प्रशासन ने पहले से ही गाड़ियों के आने जाने पर रोक लगा दी थी और पूरे शहर में सभी एंट्री पॉइंट पर बैरिकेडिंग भी कर दी गई थी। लेकिन फिर सवाल यही उठता है कि आखिर कैसे अचानक पुलिस को चकमा देकर भीड़ इतनी बढ़ गई और 3 लोगों की इस लापरवाही ने जान ले ली।