Bihar News: बिहार में बिजली उपभोक्ताओं को सटीक और पारदर्शी सेवा प्रदान करने के उद्देश्य से राज्य में स्मार्ट प्रीपेड मीटरों का व्यापक स्तर पर अधिष्ठापन किया जा रहा है। माननीय ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने बताया कि अब तक राज्य में लगभग 56.03 लाख स्मार्ट प्रीपेड मीटर सफलतापूर्वक अधिष्ठापित किए जा चुके हैं, जिनमें से 18 लाख मीटर शहरी क्षेत्रों में और 38.03 लाख मीटर ग्रामीण क्षेत्रों में लगाए गए हैं। यह प्रक्रिया शहरी क्षेत्रों से शुरू की गई थी और इसके सतत निरीक्षण और कुशलतापूर्वक संपादन के बाद इसे ग्रामीण क्षेत्रों में विस्तारित किया गया।
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माननीय मंत्री ने कहा कि स्मार्ट प्रीपेड मीटर के अधिष्ठापन की प्रक्रिया निविदा के माध्यम से पूरी पारदर्शिता के साथ की गई है। इसकी न्यायिक समीक्षा माननीय उच्च न्यायालय, पटना और माननीय सर्वोच्च न्यायालय में भी की गई है, जिसमें कोई गड़बड़ी नहीं पाई गई।
मीटरों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए
भारतीय मानक ब्यूरो के मापदंडों IS15959, IS16444, IS13779 के नवीनतम संशोधन के अनुरूप निर्मित स्मार्ट प्रीपेड मीटर ही अधिष्ठापित किए जा रहे हैं। स्मार्ट मीटर के निर्माणोपरांत मीटर उत्पादक द्वारा प्रत्येक मीटर का रूटीन टेस्ट किया जाता है जिसके अंतर्गत स्मार्ट मीटर की सटीकता की जांच की जाती है।
इसके अलावा इन मीटरों की जांच आपूर्ति से पहले और बाद में बीआईएस द्वारा निर्धारित सैंपलिंग और टेस्टिंग प्रक्रिया के तहत की जाती है। इसके फलस्वरूप उपभोक्ता एवं आमजनों के बीच काफी हद तक भ्रांतियां दूर हो गई है एवं इसके अधिष्ठान कार्य में गति आई है।
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ऊर्जा विभाग के सचिव एवं बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कंपनी लिमिटेड के सीएमडी पंकज कुमार पाल ने कहा कि उपभोक्ताओं के बीच स्मार्ट प्रीपेड मीटर को लेकर फैली भ्रांतियों को दूर करने के लिए स्मार्ट प्रीपेड मीटर के साथ-साथ पुराने मीटरों को भी कुछ समय के लिए लगाकर उनकी तुलनात्मक कार्यप्रणाली दिखाने की व्यवस्था की गई।
इसके अतिरिक्त, बिजली कंपनियों के विभिन्न कार्यालयों में उपभोक्ताओं को स्मार्ट प्रीपेड मीटर की उपयोगिता समझाने और जागरूकता बढ़ाने के लिए डिजिटल माध्यम, पंपलेट, नुक्कड़ नाटक आदि के जरिये जानकारी दी जा रही है।