Bihar News: उप मुख्यमंत्री -सह – कृषि मंत्री विजय कुमार सिन्हा (Vijay Kumar Sinha) ने कहा कि शारदीय शब्द खरीफ का, वसंतीय फसल रबी का तथा ग्रीष्म कालीन फसल गरमा का सरल भाषा है। हमारे किसान फसल कटनी के समय के अनुसार अपनी मातृभाषा और नक्षत्रों का उपयोग सामान्यतः करते है। सिन्हा ने कहा कि केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री, भारत सरकार शिवराज सिंह चौहान से वे पत्र के माध्यम से अपील करेंगे कि हमारे किसान जिस भाषा का उपयोग करते है उसी भाषा को हमें अपनाना चाहिए और मुगलकालीन भाषा से अब हमें छोड़ देना चाहिए क्योंकि यह हमारी विरासत को कमजोर करता है।
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उन्होंने कहा कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री और बिहार के लोकप्रिय मुख्यमंत्री के नेतृत्व में हम ‘एक देश, एक कृषि, एक टीम’ के मंत्र के साथ एक दिशा में आगे बढ़ेंगे और कृषि को विकसित बनाने के साथ साथ सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देंगे।
मंत्री ने कहा कि आज राज्य के सभी जिलों में जिला स्तरीय कर्मशाला का आयोजन किया जा रहा है जहां जिलों को शारदीय फसलों के आच्छादन के लक्ष्य, उपादानों की स्थिति, बीज की व्यवस्था, केंदीय प्रायोजित और राज्य योजना की जानकारी दी जा रही हैं। इस कर्मशाला का नामांकरण शारदीय (फसल) 2025 महाभियान सह प्रशिक्षण किया गया है ताकि सभी पदाधिकारी और कर्मी किसान की भाषा का उपयोग करे।

