कुमार विकास, ख़बरीमीडिया
महिला आरक्षण बिल 20 सितंबर को लोकसभा में 2 तिहाई बहुमत से पास हो गया है। नारी शक्ति वंदन अधिनियम विधेयक को लोकसभा में कुल 454 वोट मिले।जबकि विरोध में केवल 2 वोट हो पड़े। असदुद्दीन ओवैसी और इम्तियाज जलील ने विरोध में वोट किया। 19 सितंबर को नई संसद में इस बिल को लाया गया था और अब लोकसभा में महिला आरक्षण बिल 2 तिहाई बहुमत के साथ पास हो गया है। अब 21 सितंबर को इसे राज्यसभा में लाया जाएगा।
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महिला आरक्षण के समर्थन में कांग्रेस से लेकर लगभग इंडिया गठबंधन की सभी पार्टियां चाहे वो नीतीश कुमार की पार्टी हो या समाजवादी पार्टी हो.. सभी ने खुलकर महिला आरक्षण बिल का समर्थन किया और भरपूर वोट दिया।
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महिला आरक्षण बिल क्या है ?
महिला आरक्षण बिल में महिलाओं के लिए लोकसभा और सभी राज्यों की विधानसभाओं में 33 फीसद या एक तिहाई रिजर्वेशन के लिए प्रस्ताव है. 33 फीसट कोटे में से एक तिहाई सीटों पर अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति की महिलाओं के आरक्षण की भी बात कही गई है. विधेयक में यह भी प्रस्ताव दिया गया है कि हर आम चुनाव के बाद आरक्षित सीटों को रोटेट किया जाना चाहिए. राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के विभिन्न निर्वाचन क्षेत्रों में आरक्षित सीटों को रोटेशन द्वारा आवंटित किया जा सकता है।