WFI: करीब 11 महीनों से चल रहे विवाद के बाद रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (WFI) की नई बॉडी का चुनाव हुआ था, जिसको खेल मंत्रालय (Sports Ministry) ने सस्पेंड कर दिया है। आपको बात दें कि 3 दिन पहले 21 दिसंबर को ही WFI के चुनाव हुए थे, जिसमें भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के करीबी संजय सिंह (Sanjay Singh) नए प्रेसिडेंट चुने गए थे। खेल मंत्रालय के इस फैसले पर साक्षी मलिक (Sakshi Malik) की मां कृष्णा मलिक ने खुशी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि मेरी बेटी कुश्ती से संन्यास के फैसले पर दोबारा विचार करेगी। इसके साथ ही प्रधानमंत्री आवास के बाहर फुटपाथ पर पद्मश्री रखकर आए पहलवान बजरंग पुनिया ने भी सम्मान वापस लेने की बात कही है।
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बृजभूषण (Brijbhushan) के करीबी को अध्यक्ष चुने जाने के बाद में ओलिंपिक मेडलिस्ट साक्षी मलिक ने कुश्ती से संन्यास का फैसला की थी। पहलवान बजरंग पुनिया (Bajrang Punia) ने भी पद्मश्री (Padmashree) लौटा दिया था। गूंगा पहलवान ने भी पद्मश्री लौटाने की घोषणा कर दी थी। नए अध्यक्ष चुने जाने के बाद WFI ने 28 दिसंबर से उत्तर प्रदेश के गोंडा में जूनियर नेशनल चैंपियनशिप टूर्नामेंट करने की घोषणा की थी। बता दें कि यूपी का गोंडा जिला भाजपा सांसद बृजभूषण का संसदीय क्षेत्र भी है। रेसलर्स ने बृजभूषण पर यौन शोषण का आरोप लगाया था। खेल मंत्रालय के WFI की नई टीम पर कार्रवाई के पीछे यही कारण माना जा रहा है।
WFI की पिछली बॉडी में बृजभूषण के अध्यक्ष थे और संजय सिंह जॉइंट सेक्रेटरी थे। संजय सिंह चुनाव में कॉमनवेल्थ चैंपियन अनीता सिंह श्योराण को हराकर नए अध्यक्ष चुने गए थे। संजय की जीत के बाद बृजभूषण के बेटे ने कहा था कि हमारा दबदबा पहले था और आगे भी रहेगा।
साक्षी मलिक ने भी गोंडा में टूर्नामेंट कराए जाने को लेकर कई सवाल उठाई थीं। उन्होंने कहा था कि मैंने कुश्ती छोड़ दी है पर कल रात से परेशान हूं। वे जूनियर महिला पहलवान क्या करें जो मुझे फोन करके बता रही हैं कि दीदी इस 28 तारीख से जूनियर नेशनल होने हैं और वो नई कुश्ती फेडरेशन ने नन्दनी नगर गोंडा में करवाने का फैसला किया है।
WFI के चुनाव में संजय सिंह के अध्यक्ष बनने के बाद से बृजभूषण के खिलाफ धरना देने वाले रेसलर नाराज थे। दिल्ली में गुरुवार शाम को रेसलर बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। इस दौरान साक्षी मलिक भावुक हो गईं और कुश्ती छोड़ने का घोषणा की। उन्होंने अपने जूते उतारकर टेबल पर रख दिए और वहां से उठकर चली गईं।
बजरंग पुनिया ने पद्मश्री लौटाया, PM के घर के बाहर रख आए अवॉर्ड
संजय सिंह के अध्यक्ष चुने जाने के बाद पहलवान बजरंग पूनिया ने 22 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सोशल मीडिया के जरिए चिट्ठी लिखकर पद्मश्री अवॉर्ड लौटाने का फैसला किया। बजरंग पूनिया ने लिखा कि मैं अपना पद्मश्री पुरस्कार प्रधानमंत्री जी को वापस लौटा रहा हूं। कहने के लिए बस मेरा यह पत्र है।
इस चिट्ठी में बजरंग पूनिया ने भारतीय कुश्ती संघ (WFI) पर बृजभूषण के करीबी संजय सिंह को अध्यक्ष चुने जाने का विरोध जताया था। बजरंग अवॉर्ड लौटाने प्रधानमंत्री आवास पर गए थे, लेकिन अंदर जाने की परमिशन नहीं मिली तो उन्होंने अवॉर्ड वहीं फुटपाथ पर रख दिया।
गूंगा पहलवान ने भी पद्मश्री अवॉर्ड लौटाने का किया ऐलान
23 दिसंबर को वीरेंद्र सिंह (गूंगा पहलवान) ने भी पद्मश्री अवॉर्ड लौटाने का ऐलान किया था। वीरेंद्र सिंह को 2021 में पद्मश्री सम्मान मिला था।गूंगा पहलवान ने सोशल मीडिया X पर लिखा- मैं भी अपनी बहन और देश की बेटी के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पद्मश्री लौटा दूंगा। मुझे अपनी बहन साक्षी मलिक पर गर्व है।