Oral Health: Oral Health की बात करें तो इसका मतलब केवल आपके दांतों की सेहत से नहीं बल्कि, इसमें दाँतों के आलावा मसूड़े भी शामिल होते हैं. यदि हमारी Oral Health खराब होती है तो न केवल बोलने में शर्मिंदगी महसूस होती है, बल्कि इसका असर बॉडी में भी खराब पड़ता है. Oral Health बॉडी के हर एक पार्ट्स में असर डालती है.
खराब Oral Health होने पर दांतों में गंदगी, सड़न और मुँह में बदबू, मसूड़ों से ब्लड आना, सेंस्टिविटी, दांतों का टूट जाना जैसे लक्षण दिखाई दे सकते हैं. यदि आपको इनमें से एक भी लक्षण दिखाई देते हैं तो आप डेंटिस्ट से जाँच करवा सकते हैं. लेकिन बहुत बार लोग मिथकों पर बिलीव कर अपनी Oral Health को खराब कर लेते हैं. जिनके बारे में जानना बहुत जरूरी है.
मीठी चीजें कैविटी का कारण होती हैं
केवल मीठी चीजें ही कैविटी का कारण नहीं होती है. जो भी चीज खाना खाने के बाद फंसकर रह जाती है, वही चीज कैविटी का कारण बनती हैं. खाने का दांत में फसें रहने की वजह से वे खराब होने या सड़ने का कारण बनती है. ये एसिड दांतों की ऊपरी परत को धीरे-धीरे करके गलाने लगता है, इसे ही कैविटी कहा जाता है.
ज्यादा तेज से ब्रश करने से दांत होते हैं साफ़
ये भी एक तरह का मिथक है कि ज्यादा तेजी से ब्रश करने से दांत साफ होते हैं. साफ़ होने के बजाय मसूड़े जख्मी जरूर हो जाते हैं. जिसके कारण दर्द भी हो सकता है. इसलिए हमेशा सॉफ्ट से ब्रिसल वाले ब्रश से कम दबाव के साथ ब्रश करें.
बच्चों के दांत स्थायी नहीं होते इसलिए खराब होना चिंता का कारण नहीं
ये बिलकुल गलत है. बच्चों के दांत भले ही स्थायी नहीं होते, लेकिन इस कारण से उन्हें खाना खाने में दिक्क्तें हो सकती हैं. दांतों में होने वाले सड़न के कारण दांत टूट जाते हैं. या उनका अलाइमेंट ख़राब हो सकता है.
रात को ब्रश करने के बजाय माउथ वाश का इस्तेमाल करना
माउथ वाश आप रिफ्रेशमेंट के लिए कर सकते हैं. लेकिन दिनभर के खाना खाने के बाद जो सड़न की वजह बन सकते हैं. माउथ वाश, बुरी स्मेल दूर करने में कारगर है. लेकिन इससे दांतों में एकत्रित हुई गंदगी साफ़ नहीं होती हो. इसलिए हमेशा रात को ब्रश करके ही सोया करें.