कुमार विकास, ख़बरीमीडिया
Delhi-NCR के बिल्डर सुपरेटक(Supertech) की मुसीबत कम होने की जगह बढ़ती ही जा रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रशासन अब सुपरटेक के हेड ऑफिस को सील करने की तैयारी में है। रेरा(RERA) के तहत 13 करोड़ से अधिक का बकाया है।
ये भी पढ़ें: Greater Noida: महागुन मंत्रा सोसायटी में बाल-बाल बची पिता-पुत्री की जान
ऐसे में सुपरटेक के चेयरमैन आरके अरोड़ा की प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की ओर से गिरफ्तारी के बाद फ्लैट खरीदार अंधेरे में है। उन्हें नहीं सूझ रहा कि क्या करना चाहिए। ऐसे में वह कानूनी राय लेने की बात कर रहे हैं। उन्होंने सरकार से भी इस मामले में एक्शन लेने की मांग की है।
ये भी पढ़ें: Noida-Greater Noida का एक और बिल्डर दिवालिया!
दरअसल, नोएडा-ग्रेटर नोएडा के 18 प्रोजेक्टों में करीब 27 हजार फ्लैट खरीदार ऐसे हैं जिनकी रजिस्ट्री होनी बाकी है। ज्यादातर खरीदार को अब तक फ्लैट पर कब्जा भी नहीं मिला है। प्रवर्तन निदेशालय के एक्शन के बाद फ्लैट खरीदार भारी संशय में हैं। हालांकि वह ईडी की कस्टडी की अवधि पूरी होने तक इंतजार करना चाहते हैं। उनका कहना है कि इसके बाद खुद ब खुद साफ होगा कि बिल्डर के साथ क्या होना है।
इस बारे में उनका यह भी कहना है कि जिन परियोजनाओं का मामला नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) में है, उन परियोजनाओं के इंटरिम रिजॉल्यूशन प्रोफेशनल (आईआरपी) से भी चर्चा कर अपना संशय दूर करेंगे। ताकि भविष्य में क्या कदम उठाना है यह तय कर सकें।
ये प्रोजेक्ट अधूरे हैं
नोएडा-ग्रेटर नोएडा के ईको विलेज-1 में 1355, अपकंट्री में 5132, ईको विलेज-2 में 1409, केपटाउन में 410, ईकोविलेज-3 में 2191, हिलटाउन में 2486, केपटाउन नॉर्थआई में 2109, ग्रीन विलेज में 1157, ईको सिटी में 15, रोमानो में 1591, सीजर सुइट्स में 405, रिवर क्रेस्ट में 1102 फ्लैटों समेत दूसरी अन्य परियोजनाओं में कई अन्य फ्लैटों का निर्माण अब तक अधूरा है। इसे पूरा कराने के लिए आगे और मशक्कत करनी पड़ेगी।