देश में स्पैम की समस्या पर अंकुश लगाने के लिए एक अग्रणी कदम उठाते हुए, भारती एयरटेल (“एयरटेल”) ने आज भारत का पहला नेटवर्क-आधारित, एआई-संचालित स्पैम डिटेक्शन समाधान लॉन्च किया, जो इसके ग्राहकों के लिए स्पैम कॉल और संदेशों की समस्या का काफी हद तक समाधान कर देगा।
ये भी पढ़ेः CIBIL Score: RBI ने सिविल स्कोर के लिए बनाया नया नियम..loan के लिए ज़रूरी खबर
देश में किसी दूरसंचार सेवा प्रदाता द्वारा अपनी तरह का यह पहला समाधान, ग्राहकों को सभी संदिग्ध स्पैम कॉल और एसएमएस के बारे में वास्तविक समय में सचेत कर देगा। यह समाधान निःशुल्क है और सभी एयरटेल ग्राहकों के लिए बिना किसी अनुरोध या ऐप डाउनलोड किए स्वयं सक्रिय हो जाएगा।
गोपाल विट्टल, प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी, भारती एयरटेल ने कहा, “स्पैम ग्राहकों के लिए एक खतरा बन गया है। हमने इस समस्या को हल करने के लिए पिछले बारह महीनों में काफी काम किया हैं। आज उठाया जा रहा है यह कदम एक मील का पत्थर साबित होगा क्योंकि हम देश का पहला एआई-संचालित स्पैम मुक्त नेटवर्क लॉन्च कर रहे हैं जो हमारे ग्राहकों को घुसपैठ और अवांछित संचार के निरंतर हमले से बचाएगा”।
ख़बरीमीडिया के Whatsapp ग्रुप को फौलो करें https://whatsapp.com/channel/0029VaBE9cCLNSa3k4cMfg25
उन्होंने आगे कहा, “दोहरी परत वाली सुरक्षा के रूप में डिज़ाइन किए गए इस समाधान में दो स्तरीय फ़िल्टर हैं – पहला नेटवर्क स्तर पर और दूसरा आईटी सिस्टम स्तर पर। हर कॉल और एसएमएस इस दोहरी परत वाली एआई शील्ड से होकर गुज़रता है। दो मिलीसेकंड में हमारा समाधान हर दिन 150 करोड़ मैसेज और 250 करोड कॉल प्रोसेस करता है। यह एआई की शक्ति का उपयोग करके वास्तविक समय के आधार पर 10 खरब रिकॉर्ड को प्रोसेस करने के बराबर है। हमारा समाधान हर दिन आने वाले 10 करोड़ संभावित स्पैम कॉल और 30 लाख स्पैम एसएमएस की सफलतापूर्वक पहचान करने में सक्षम है। हमारे लिए, अपने ग्राहकों को सुरक्षित रखना एक सर्वोच्च प्राथमिकता है।”
एयरटेल के डेटा वैज्ञानिकों द्वारा इन-हाउस विकसित, एआई-संचालित समाधान कॉल और एसएमएस को “संदिग्ध स्पैम” के रूप में पहचानने और वर्गीकृत करने के लिए एक मालिकाना एल्गोरिदम का उपयोग करता है। अत्याधुनिक एआई एल्गोरिदम द्वारा संचालित नेटवर्क वास्तविक समय के आधार पर कॉल करने वाले या भेजने वाले के उपयोग पैटर्न, कॉल/एसएमएस आवृत्ति, कॉल अवधि जैसे कई अन्य मापदंडों का विश्लेषण करता है। ज्ञात स्पैम पैटर्न के विरुद्ध इस जानकारी को क्रॉस-रेफ़रेंस करके, सिस्टम संदिग्ध स्पैम कॉल और एसएमएस को सटीक रूप से चिह्नित करता है।
इसके अतिरिक्त, यह समाधान ग्राहकों को एसएमएस के माध्यम से प्राप्त दुर्भावनापूर्ण लिंक के बारे में भी सचेत करता है। इसके लिए, एयरटेल ने ब्लैकलिस्ट किए गए यूआरएल का एक केंद्रीकृत डेटाबेस बनाया है और हर एसएमएस को वास्तविक समय में अत्याधुनिक एआई एल्गोरिदम द्वारा स्कैन किया जाता है ताकि उपयोगकर्ताओं को संदिग्ध लिंक पर गलती से क्लिक करने से सावधान किया जा सके। यह समाधान बार-बार आईएमईआई परिवर्तन जैसी विसंगतियों का भी पता लगा सकता है – जो धोखाधड़ी के व्यवहार का एक विशिष्ट संकेत है। इन सुरक्षात्मक उपायों को लागू करके, कंपनी यह सुनिश्चित कर रही है कि उसके ग्राहकों को स्पैम और धोखाधड़ी के खतरों के उभरते परिदृश्य के खिलाफ अधिकतम स्तर की सुरक्षा मिल सके।
ये भी पढ़ेः 1 October से यहां Driving License का काम होगा बंद..वजह जान लीजिए
भारत का एआई-संचालित स्पैम मुक्त नेटवर्क कैसे काम करता है?
भारत सरकार (जीओआई) ने सेवा और लेन-देन संबंधी कॉल के लिए 160 उपसर्ग के साथ 10 अंकों की संख्या आवंटित की है। ग्राहक इन 160-उपसर्ग श्रृंखलाओं से कॉल प्राप्त करने की उम्मीद कर सकते हैं जो बैंकों, म्यूचुअल फंड, बीमा कंपनियों, स्टॉकब्रोकर, अन्य वित्तीय संस्थानों, कॉरपोरेट्स, उद्यमों, एसएमई, बड़े और छोटे व्यवसायों द्वारा लेन-देन और सेवा कॉल करने के लिए उपयोग किए जाते हैं।
इसके अतिरिक्त, जिन ग्राहकों ने डू-नॉट-डिस्टर्ब (डीएनडी) का विकल्प नहीं चुना है और प्रमोशन कॉल प्राप्त करने के लिए सदस्यता ले ली है, उन्हें 140 उपसर्ग वाले 10 अंकों वाले नंबर से कॉल प्राप्त होते रहेंगे।