Greater Nodia News: ग्रेटर नोएडा में ग्रीन बेल्ट में घर बनाने वालों एक्शन लिया जा रहा है। बता दें कि नॉलेज पार्क (Knowledge Park) वन में बनी अवैध इमारत को एनजीटी (NGT) के आदेश पर तोड़ा जा रहा है। प्राधिकरण की टीम 253 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में हुए अवैध निर्माण को मजदूरों द्वारा लगातार दूसरे दिन भी तुडवाया गया। पूरी कार्रवाई एनजीटी के आदेश पर हो रही है। इस कार्रवाई के तार तुस्याना भूमि घोटाले (Land Scam) से भी रहा है। यह भूमि घोटाला काफी चर्चित में था।
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जानिए क्या है पूरा मामला ?
आपको बता दें कि तुस्याना भूमि घोटाले (Tusyana Land Scam) के आरोपी राजेंद्र सिंह की इमारत के अवैध हिस्से पर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण तोड़ने की कार्रवाई कर रही है। नॉलेज पार्क में बने एक अस्पताल के पास स्थित इस इमारत को प्राधिकरण द्वारा पहले ही सील किया गया था। तुस्थाना भूमि घोटाले के आरोपी राजेंद्र सिंह की कुछ दिन पहले ही मौत हो गई है। इस पूरे मामले में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण (Greater Noida Authority) के अधिकारियों की भूमिका कुछ संदिग्ध मानी जा रही है। आरोप है कि प्राधिकरण के कुछ अधिकारियों ने राजेन्द्र सिंह के साथ मिलकर इस भूमि घोटाला किया है। जमीन का मुआवजा लेने के बाद प्राधिकरण ने इस जमीन का 6 फीसदी आबादी का प्लॉट तुस्याना से उठाकर कर नॉलेज पार्क-1 में कर दिया था। इस पूरे खेल में नियमों को पूरी तरह से नियम की अनदेखी की गई।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण (Greater Noida Authority) के एसीईओ आशुतोष द्विवेदी ने कहा एनजीटी ने वाद संख्या-ओए 908/2022 के अंतर्गत सच सेवा समिति व्यास बनाम पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय व अन्य में 29 सितंबर 2023 को ग्रीन बेल्ट में हुए अवैध निर्माण को तोड़ने का आदेश दिया है। इसके अनुपालन में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के उद्यान विभाग, परियोजना विभाग और भूलेख विभाग की टीम मिलकर अवैध निर्माण को तोड़ रही है। उन्होंने आगे कहा कि आवंटी को 691 वर्ग मीटर प्लॉट का आवंटन किया गया था, लेकिन आवंटी ने 944 वर्ग मीटर एरिया पर बना लिया है।
इस तरह ग्रीन बेल्ट की 253 वर्ग मीटर एरिया अधिक कब्जा कर लिया गया है और उसपर व्यावसायिक गतिविधि कर रहा था। एनजीटी के आदेश पर ग्रीन बेल्ट की जमीन पर अवैध निर्माण को हटाने के लिए प्राधिकरण की ओर से आवंटी को नोटिस जारी की गई, लेकिन अवैध निर्माण न तोड़ने पर प्राधिकरण ने निर्माण को तोड़ने की कार्रवाई शुरू कर दी है। एसीईओ आशुतोष द्विवेदी ने प्राधिकरण के अधिसूचित क्षेत्र में किसी भी तरह से अवैध निर्माण करने वालों के खिलाफ इसी तरह की कठोर कार्रवाई करने की चेतावनी दी है।