Noida News: नोएडा में बन रहे इंटरनेशनल एयरपोर्ट को लेकर तेजी से विकास के कार्य हो रहे हैं। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर आने वाले यात्रियों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए पूरे इंतजाम किए जा रहे हैं। इसी क्रम में सरकार नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) के परी चौक (Pari Chowk) तक कनेक्टिविटी के लिए अब पॉड टैक्सी के स्थान पर लाइट रेल (Light Rail) चलाने की तैयारी में है। आपको बता दें कि लाइट रेल सामान्य रेलों से थोड़ी अलग होती है, आइए विस्तार से जानते हैं लाइट रेल के बारे में..
ये भी पढ़ेंः Gaur City में ब्लास्ट का वीडियो..सामान जल गया..फ्लैट का ढांचा रह गया
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार (Yogi Sarkar) की तरफ से एलआरटी (Light Rail Transit) की रिपोर्ट तैयार कराई जा रही है। इसके लिए यमुना प्राधिकरण ने सीमेंस और इंडियन पोर्ट रेल एंड रोपवे कारपोरेशन लिमिटेड को रिपोर्ट तैयार करने की जिम्मेदारी दी है। इसी महीने की 30 जून तक रिपोर्ट प्राधिकरण को मिल जाएगी। लाइट रेल चलने से दोनों शहरों के बीच आवाजाही तो आसान होगी ही एयरपोर्ट तक बेहतर कनेक्टिविटी भी मिलेगी।
पॉड टैक्सी की जगह चलेगी लाइट ट्रेन
यमुना प्राधिकरण ने नोएडा एयरपोर्ट से फिल्म सिटी तक पहले पॉड टैक्सी चलाने की योजना बनाई थी लेकिन अब शासन ने पॉड टैक्सी परियोजना की लागत, सीमित क्षमता, खर्च को देखते हुए इस प्लान को कैंसिल कर दिया गया था। यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह के मुताबिक नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से ग्रेटर नोएडा के परी चौक तक लाइट ट्रेन चलाने के लिए रिपोर्ट तैयार कराई जा रही है। यह 30 जून तक तैयार हो जाएगी।
ये भी पढ़ेंः डॉक्टर ने ऑनलाइन मंगवाई आइसक्रीम..फिर पढ़िए आगे क्या हुआ?
यहां बनेगा ट्रैक
यमुना एक्सप्रेस वे के समानांतर 60 मीटर चौड़ी सड़क के किनारे एलआरटी का ट्रैक बनाया जाएगा। 60 मीटर चौड़ी सड़क यमुना एक्सप्रेस वे के 0 प्वाइंट से शुरू होकर नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जाती है। सड़क के साथ साथ ही लाइट ट्रेन भी दौड़ेगी। ऐसे में सड़क से ट्रेन की कनेक्टिविटी भी बेहतर होगी।
दोनों शहरों की बेहतर होगी कनेक्टिविटी
ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण के सेक्टरों में लाइट ट्रेन के संचालन से आवाजाही बेहतर हो जाएगी। यह शहर की आंतरिक परिवहन सेवा के लिए अच्छा विकल्प साबित हो सकता है।
कम आएगा संचालन खर्च
एलआरटी 80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चक्कर लगाएगी। स्टील व्हील की वजह से ऊर्जा की कम खपत और संचालन खर्च भी कम आएगा। अभी विभिन्न देशों में लाइट ट्रेन चल रही है। लेकिन पॉड टैक्सी की अधिकतम रफ्तार 40 किमी प्रति घंटा ही है। साथ ही ये महंगी भी होती है।
लाइट ट्रेन को नमो भारत रेल से जोड़ा जाएगा
गाजियाबाद से ग्रेटर नोएडा वेस्ट होकर नोएडा एयरपोर्ट को कनेक्टिविटी देने के लिए नमो भारत रेल परियोजना भी तैयार हो रही है। इसके लिए सर्वे का काम भी हो चुका है। प्रदेश सरकार से लागत को लेकर फैसला होने का इंतजार है।
लाइट रेल का बढ़ाया जाए रूट
कन्फेडरेशन ऑफ रियल एस्टेट डेवलपर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (क्रेडाई) एनसीआर के अध्यक्ष और गौड़ ग्रुप के सीएमडी मनोज गौड़ ने कहा कि लाइट ट्रेन के संचालन को हरी झंडी मिलते ही, नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना सिटी के लाखों निवासी काफी खुश होंगे, चाहे बिल्डर हो, बायर हो या निवेशक। हम सब की मांग है कि लाइट ट्रेन के रूट को बढ़ाकर ग्रेटर नोएडा वेस्ट तक किया जाए जिससे वहां के लाखों लोगों को इसका फायदा मिले। वहीं, नोएडा, ग्रेटर नोएडा में जैसे-जैसे परिवहन का दायरा बढ़ रहा है, यहां नए-नए परिवहन के अत्याधुनिक साधन विकसित हो रहे है और नोएडा -ग्रेटर नोएडा हाईटेक सिटी के रूप में उभर रहा है।
प्रॉपर्टी में आएगा बूस्ट
ग्रुप 108 के मैनेजिंग डायरेक्टर संचित भूटानी के मुताबिक लाइट ट्रेन के इस नए रूट के बनने से यहां प्रॉपर्टी की मांग में काफी उछाल आ सकती है। प्रॉपर्टी की मांग के कारण से रेजिडेंशियल और कमर्शियल प्रॉपर्टी की कीमतें में बढ़ोत्तरी होगी। न सिर्फ एंड यूजर बल्कि निवेशकों का भी रुझान पिछले कुछ समय में नोएडा एक्सप्रेस वे और इसके आसपास के इलाकों में काफी बढ़ा है। एसकेए ग्रुप के डायरेक्टर संजय शर्मा के मुताबिक सरकार जेवर एयरपोर्ट को देश के हर हिस्से से शानदार तरीके से जोड़ने की योजना पर लगातार काम कर रही है। लाइट ट्रेन चलने से क्षेत्र में पहले की तुलना में निवेश और बढ़ेगा।