Punjab News: पंजाब के सीएम भगवंत मान (CM Bhagwant Mann) ने कहा कि गम पालकर ना बैठें आगे सफलता जरूर मिलेगी। बता दें कि बठिंडा और फरीदकोट (Faridkot) संसदीय सीट में जीत के करीब आने के बावजूद मिली हार से निराश विधायकों और अन्य नेताओं में शनिवार को सीएम मान ने फिर से जोश भरा। उन्होंने कहा है कि लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) में मिली हार का गम पालकर न बैठें। चुनाव में जीत और हार चलती रहती है। पढ़िए पूरी खबर…
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सीएम भगवंत मान (CM Bhagwant Mann) ने आने वाले उपचुनाव, पंचायत चुनाव और नगर निगम व पालिकाओं के चुनाव के लिए खुद को तैयार करने की बात कही। मुख्यमंत्री चंडीगढ़ में फरीदकोट और बठिंडा के विधायकों, बोर्ड कारपोरेशन के चेयरमैन और संसदीय सीटों के उम्मीदवारों के साथ बैठक कर रहे थे।
हमारी 2 सीटें पिछले चुनाव के मुकाबले बढ़ी हैं: सीएम मान
सीएम भगवंत मान (CM Bhagwant Mann) ने पार्टी नेताओं को आश्वस्त करते हुए कहा कि पार्टी ने साल 2019 के मुकाबले में अपनी सीटों को बढ़ाया है। जबकि बाकी सभी पार्टियों को नुकसान हुआ है। उन्होंने बताया कि 2019 में हमारे पास केवल एक सीट थी और आज हमारे पास 3 हैं।
अन्य पार्टियों में शिरोमणि अकाली दल और कांग्रेस को जहां 1-1 सीट का नुकसान हुआ है वहीं, बीजेपी को 2 सीटों का नुकसान हुआ है। हमारी तो 2 सीटें पिछले चुनाव के मुकाबले बढ़ी हैं। हमारा वोट बैंक भी कांग्रेस के बराबर आया है।
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पंजाब में पंथक लहर के कारण बाजी पलट गई: कमलजीत
फरीदकोट के प्रत्याशी कमलजीत अनमोल (Kamaljeet Anmol) सहित अन्य विधायकों ने भी कहा कि फरीदकोट में हम जीत के बहुत करीब थे लेकिन पिछले एक सप्ताह में चली पंथक लहर के कारण बाजी पलट गई। हमें इस लहर को रोकने का समय ही नहीं मिला।
बैठक में बठिंडा के नेताओं ने विधायकों के विरोध की बात भी रखी और कहा कि हर जगह विधायकों से नाराजगी के कारण उम्मीदवारों को खामियाजा भुगतना पड़ा है। गांवों में सस्ते अनाज के राशन कार्ड कटने के कारण गरीब वर्ग बहुत नाराज रहा है।
खास बात यह है कि मुख्यमंत्री की ओर से जिस प्रकार से पिछले 3 दिन से की जा रही बैठकों में राशन कार्ड कटने की बातें सामने आ रही हैं, उससे लग रहा है कि इन चुनाव में सबसे बड़ा मुद्दा यही रहा है।