Greater Noida West: ग्रेटर नोएडा वेस्ट की इन 2 सोसायटी के लोग अपनी किस्मत को कोस रहे हैं। बता दें कि आम्रपाली गोल्फ होम्स (Amrapali Golf Homes) और किंग्सवुड सोसाइटी (Kingswood Society) में पिछले 15 दिनों से मेंटेनेंस कार्य ठप पड़े हुए हैं। सोसाइटी के निवासियों (Residents) को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। पूर्ण रूप से निर्मित फ्लैटों (Flats) के कब्जे नहीं मिल पा रहे हैं। पढ़िए पूरी खबर…
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सोसाइटी के निवासियों (Society Residents) को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। पूर्ण रूप से निर्मित फ्लैटों के कब्जे नहीं मिल पा रहे हैं। जिन्हें कोर्ट रिसीवर कार्यालय से पजेशन लेटर मिल चुके हैं, उन्हें फ्लैट की चाबियां नहीं मिल पा रही हैं और जिन्हें चाबियां मिल चुकी हैं, वे अपने घरों में शिफ्ट नहीं हो पा रहे हैं।
AOA ने इस्तीफे को स्वीकार नहीं किया
कोर्ट रिसीवर आर वेंकटरमनी (Court Receiver R Venkataramani) द्वारा नियुक्त की गई एड-हॉक एसोसिएशन ऑफ अपार्टमेंट ओनर्स (AOA) टीम ने इस्तीफा दे दिया है, लेकिन कोर्ट रिसीवर ने इसे स्वीकार नहीं किया है। निवासियों का आरोप है कि कोर्ट रिसीवर इस मामले में आंख मूंदे हुए हैं और उनकी समस्याओं पर ध्यान नहीं दे रहे हैं।
ज्ञापन देने के 21 दिनों बाद भी नहीं हुआ एक्शन
निवासियों ने उत्तर प्रदेश अपार्टमेंट एक्ट के अनुसार चुनाव करवाने के लिए कोर्ट रिसीवर कार्यालय (Court Receiver Office) में एक ज्ञापन दिया था और 21 दिनों के भीतर चुनाव कराने की मांग की थी, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। सोसाइटी के निवासियों ने शनिवार को कोर्ट रिसीवर कार्यालय में एक अनुस्मारक नोटिस दिया है, जिसमें अगले 14 दिनों के भीतर चुनाव प्रक्रिया शुरू करने की मांग की गई है।
निवासियों की ये हैं मांगें?
निवासियों (Residents) का कहना है कि बिना किसी जिम्मेदार संस्था के सभी कार्य ठप पड़े हुए हैं। उनका मानना है कि जब तक चुनावी प्रक्रिया पूरी नहीं हो जाती, तब तक या तो कोई अंतरिम समिति बनाई जाए जो मेंटेनेंस कार्यों को आगे बढ़ाए और समस्याओं का समाधान करे, या फिर पूर्ण फ्लैटों (Flats) का कब्जा दिया जाए और चाबियां वितरित की जाएं।
निवासियों की केवल एक ही मांग है कि कोई भी एओए या अंतरिम समिति घर खरीदारों के बीच चुनावी प्रक्रिया (Electoral Process) के माध्यम से ही बनाई जाए और न कि किसी भी मनमाने तरीके से थोपी जाए। उनका मानना है कि चुनावी प्रक्रिया से गुजरने वाली संस्था ही सभी मेंटेनेंस कार्यों को सही ढंग से कर सकती है और सोसायटी वासियों के बीच तालमेल बना रहेगा।