CM Nayab Singh Saini: हरियाणा की सियासत में एक बार फिर से सुर्खियों में आ गयी है। तीन निर्दलीय विधायकों ने बीजेपी (BJP) से अपना समर्थन वापस ले लिया है जिसके बाद सीएम नायब सिंह सैनी (CM Nayab Singh Saini) की सरकार मुश्किल में आ गई है। इस बीच बीजेपी की सहयोगी रह चुकी जननायक जनता पार्टी (JJP) के नेता दुष्यंत चौटाला ने राज्यपाल को चिट्ठी लिखकर फ्लोर टेस्ट कराने की मांग की है।
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इसी तरह की मांग कांग्रेस के नेता दीपेंद्र सिंह हुड्डा (Deepender Singh Hooda) ने भी की है। कांग्रेस और जेजेपी की इस मांग पर सीएम नायब सिंह सैनी ने कहा कि ये लोग मुंगेरी लाल के सपने देखते रहते हैं।
जानिए क्या कहा सीएम सैनी ने
आपको बता दें कि सीएम नायब सिंह सैनी (CM Nayab Singh Saini) ने कहा कि काम इन्होंने (Congress) किए नहीं और काम नहीं किया तो जनता ने इन्हें नकार दिया है। जब जनता ने नकार दिया है तो ये लोग सत्ता में नहीं आने वाले हैं ही नहीं। जब भी कांग्रेस पार्टी सत्ता में आती है तो भ्रष्टाचार होने लगता है। लोगों को प्रताड़ित करने का काम कांग्रेस वाले करते हैं। लोग इनकी बातों में नहीं आने वाले हैं। आने वाले समय में जब विधानसभा के चुनाव होंगे तो बड़ी संख्या के साथ राज्य में तीसरी बार बीजेपी की सरकार आएगी। लोकसभा चुनाव में भी हम सभी 10 सीटें जीतेंगे।
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जानिए पूरा मामला
आपको बता दें कि हरियाणा के तीन निर्दलीय विधायकों ने सात मई को सैनी सरकार से समर्थन वापस लेने का फैसला किया और कहा था कि वो कांग्रेस का समर्थन करेंगे। ये निर्दलीय विधायक हैं सोमबीर सांगवान (दादरी), रणधीर सिंह गोलन (पुंडरी) और धर्मपाल गोंदर (नीलोखेड़ी)। इनके विधायकों के ऐलान के साथ ही नायब सिंह सैनी सरकार अल्पमत में आ गई।
क्या कहा दुष्यंत चौटाला ने
मार्च महीने में ही बीजेपी (BJP) ने जेजेपी (JJP) से गठबंधन तोड़ दिया था और मनोहर लाल खट्टर की जगह नायब सिंह सैनी को सीएम बनाया गया। खट्टर सरकार में दुष्यंत चौटाला उपमुख्यमंत्री थे।
अब चौटाला ने बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। दुष्यंत चौटाल ने कहा कि प्रदेश में वर्तमान राजनीतिक परिस्थितिओं को देखते हुए यह स्पष्ट है कि वर्तमान राज्य सरकार अल्पमत में आ गई है। इसे देखते हुए मैंने हरियाणा के महामहिम राज्यपाल महोदय को पत्र लिखकर विधानसभा का सत्र बुलाकर फ्लोर टेस्ट की मांग की है। हम मौजूदा सरकार का समर्थन नहीं करते हैं और हरियाणा में किसी भी दूसरे राजनीतिक दल (कांग्रेस) द्वारा सरकार बनाने में समर्थन के लिए हमारे दरवाजे खुले हैं।
कांग्रेस ने ये कहा
इस मामले को लेकर पूर्व सीएम भूपेंद्र सिहं हुड्डा के बेटे और सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि हरियाणा में जिस तरह से 3 निर्दलीय विधायकों ने अपना समर्थन वापस लेकर कांग्रेस को समर्थन दिया है, उससे सैनी सरकार अल्पमत में आ गई है। अल्पमत सरकार को कोई नैतिक अधिकार नहीं है। इस सरकार को तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए। अगर सीएम इस्तीफा नहीं देते हैं तो राज्यपाल को मामले का संज्ञान लेना चाहिए और हरियाणा में राष्ट्रपति शासन लगाकर चुनाव कराना चाहिए।