School Fees: नोएडा-दिल्ली-गुरुग्राम के स्कूल फीस (School Fees) की लूट पर कोई विचार नहीं कर रहा है। वहीं अभिभावकों की तमाम कोशिश के बाद भी स्कूल फीस पर लगाम लगा पाना नामुमकिन सा होता जा रहा है। ज्यादातर प्राइवेट स्कूल (Private School) मनमानी फीस वसूल रहे हैं। इससे अभिभावकों पर अतिरिक्त बोझ पड़ रहा है। हाल ही में गुरुग्राम (Gurugram) में रहने वाले एक शख्स ने सोशल मीडिया X पर बेटे की स्कूल फीस से जुड़ा अपना दर्द शेयर किया है। वह काफी चिंतित हैं कि अपने बेटे की फीस कैसे चुका पाएंगे? पढ़िए पिता का दर्द…
ये भी पढ़ेः नोएडा-ग्रेटर नोएडा के स्कूल बसों पर कार्रवाई शुरू..वजह जान लीजिए
ख़बरीमीडिया के Whatsapp ग्रुप को फौलो करने के लिए tau.id/2iy6f लिंक पर क्लिक करें
आपको बता दें कि एक पिता ने X पर अपना दुख जाहिर किया है। शख्स का कहना है कि उसके बेटे की फीस (Fees) हर साल बढ़ती जा रही है। वे अपने बच्चे को अच्छे स्कूल (School) में पढ़ना चाहते हैं ताकि उसका भविष्य बेहतर हो। जब एडमिशन कराया था तब की फीस में और आज में काफी अंतर आ गया है। X पर पोस्ट करते हुए शख्स ने लिखा है कि फिलहाल वे अपने बेटे की हर महीने स्कूल फीस 30 हजार भरते हैं।
हर साल बढ़ जाती है फीस
उनका कहना है कि हर साल उनके बेटे की फीस मनमानी ढंग से बढ़ रही है। स्कूल 10 प्रतिशत सालाना हाईक कर रहा है। हालांकि स्कूल यह बताता भी नहीं है कि इतनी फीस (Fees) वे क्यों बढ़ा रहे हैं। शख्स के मुताबिक जब मात-पिता स्कूल से इस बात की शिकायत करते हैं तो मैनेजमेंट कहता है कि वे अपने बेटे का एडमिशन किसी और स्कूल में करा दें।
शख्स का नाम उदित भंडारी (Udit Bhandari) है। वे गुरुग्राम में एक रियल एस्टेट सलाहकार हैं। उन्होंने सोशल मीडिया X पर अपना दर्द बयां किया है। उनका बेटा फिलहाल तीसरी क्लास में है। उन्होंने पोस्ट में कहा, मेरा बेटा गुरुग्राम के एक प्रतिष्ठित सीबीएसई स्कूल में जाता है और महीने में 30,000 उसकी स्कूल फीस भरता हूं। भंडारी ने कहा कि अगर इसी तरह यह स्कूल हर साल अपनी फीस में 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी जारी रखता है, तो उन्हें अपने बेटे के 12वीं कक्षा में पहुंचने पर हर साल 9,00,000 फीस भरनी होगी।
ये भी पढ़ेः दिल्ली के प्राइवेट स्कूल में हैवानियत..बच्चे की आंतें फटी..मां का छलका दर्द
हर महीने चुका रहे हैं 30 हजार रुपये फीस
उदित भंडारी (Udit Bhandari) ने आगे लिखा, इस पोस्ट से बहुत लोग कनेक्टेड फील कर रहे हैं। मेरा बेटा तीसरी कक्षा में है और वह गुरुग्राम के प्रतिष्ठित सीबीएसई स्कूल का छात्र है। स्कूल की फीस भोजन सहित (बस को छोड़कर) 30000 प्रति महीने है। अगर यह 10 प्रतिशत वृद्धि जारी रहती है तो इसके 12वीं तक पहुंचते-पहुंचते स्कूल फीस 9 लाख रुपये सालाना के करीब हो जाएगी। इस पर एक शख्स ने कमेंट में लिखा- आईबी स्कूल की फीस 80 हजार रुपये मासिक है।
हजार से ज्यादा लोगों ने किया रीट्वीट
स्कूल फीस हमेशा ही एक चर्चित मुद्दा रहा है। (School Fees Hike) देशभर के अभिभावक लगातार इसको लेकर अपनी चिंता व्यक्त कर रहे हैं। उदित भंडारी के इस ट्वीट को 1100 से ज्यादा लोग रीट्वीट कर चुके हैं। वहीं, 6.3 हजार से ज्यादा लोगों ने वायरल पोस्ट (Viral Post Trending) को लाइक किया है और 9 लाख 37 हजार से ज्यादा यूजर्स इसे देख चुके हैं।
एक यूजर ने लिखा, “मुझे भारत में प्राइवेट स्कूलों द्वारा मनमानी ढंग से अधिक फीस वसूलने के कई कारण दिखते हैं- प्राइवेट स्कूल को विनियमित नहीं किया जाता है। वे बड़े व्यवसाय हैं और लाभ के लिए चल रहे हैं। मांग-आपूर्ति में भारी अंतर है। ज्यादातर मामलों में माता-पिता के पास केवल । ही बच्चा होता है, और वे अपना सर्वश्रेष्ठ देना चाहते हैं। सरकारी स्कूल दयनीय हैं। होम स्कूलिंग अभी तक भारत में शुरू नहीं हुई है।”
एक अन्य यूजर ने कहा, “सरकार को हस्तक्षेप करना चाहिए और प्राइवेट स्कूल की फीस पर सीमा लगानी चाहिए लेकिन ऐसा लगता है कि मैं सरकार से बहुत ज्यादा उम्मीद कर रहा हूं।”
वहीं एक अन्य यूजर ने कहा कि यही हाल रहा तो भविष्य में बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलाना सबके बस की बात नहीं रह जाएगी। हमारी शिक्षा प्रणाली इसी दिशा में जा रही है…। इस बारे में आपकी राय क्या है।