Punjab News: पंजाब में लोकसभा चुनाव 2024 की तारीख को लेकर विवाद हो गया है। निर्वाचन आयोग (Election Commission) ने पंजाब में 7वें चरण में वोटिंग (Voting) करवाने का शेड्यूल जारी किया है। 1 जून को राज्य में वोट होगा, जबकि 4 जून को नतीजे घोषित किए जाएंगे। इस बात को लेकर राजनीतिक दल (Political Party) और किसान अंतिम चरण में चुनाव को साजिश बता रहे हैं।
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दलील दे रहे हैं कि ऐसा जानबूझकर किया जा रहा है। उस समय किसान अपने काम में व्यस्त होंगे। इससे मतदान का प्रतिशत गिरेगा। कांग्रेस के सीनियर प्रताप सिंह बाजवा (Pratap Singh Bajwa) ने तो चुनाव की तारीख बदलने की मांग निर्वाचन आयोग से की है। जिससे इन चुनावों को स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से करवाया जा सकें। साथ ही एक पार्टी को इसका फायदा न मिल पाए।
फायदा उठाने के लिए आखिरी दौर में रखे चुनाव
कांग्रेस के सीनियर नेता प्रताप सिंह बाजवा (Pratap Singh Bajwa) का कहना पंजाब की एक ही कैश क्रॉप धान है। ऐसे में जब चुनाव की तारीख रखी गई है, उस समय पंजाब के 70 प्रतिशत किसान व खेत मजदूर अपने खेतों में व्यस्त होंगे। यह सब एक साजिश के अनुसार यह सब किया गया है।
पंजाब में धान का सीजन मई के तीसरे हफ्ते से शुरू होकर जुलाई के दूसरे हफ्ते तक चलता है। एक जून में तो किसान अपने खेतों में होंगे। इस वजह से 4 से 5 प्रतिशत किसान वोटिंग (Farmer Voting) कम करेंगे। इसका फायदा एक पार्टी को मिलेगा। वहीं, उस पार्टी के नेता भी सभी राज्यों को निपटाकर यहां आ जाएंगे। ऐसे में वह चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश करेंगे।
चुनाव के समय किसान खेतों में होंगे व्यस्त
किसान नेता व यूनियन पहले दिन से कह रहे हैं कि जानबूझकर चुनाव का शेड्यूल लटकाया गया है। किसान नेता स्वर्ण सिंह पंधेर (Swarn Singh Pandher) का कहना है कि जून के महीने में किसान अपने कामों में व्यस्त हो जाता है। जबकि इस बार किसानों का संघर्ष भी चल रहा है। ऐसे में इस वजह से भी देरी हुई है। लेकिन उनका कहना है कि हमारा संघर्ष चलता रहेगा। 10 जून तक जो भी नई सरकार आ जाएगी इस बार चुनाव को 44 दिन मिले हैं, जबकि गत बार 39 दिन मिले थे।
जून तक किसान हो जाएंगे फ्री
बीजेपी के सीनियर नेता अशोक झा (Ashok Jha) के अनुसार चुनाव का शेड्यूल तो निर्वाचन आयोग की बनाता है। जहां तक जून में चुनाव की बात है तो तब तक किसान अपनी गेहूं की फसल संबंधी सारा काम पूरा कर चुका होगा। वहीं, मतदान में शामिल हो पाएंगे। लेकिन मई आखिरी में पंजीरी आदि लगाने का काम शुरू होता है।
जानिए कब शुरू होता है धान का सीजन?
पंजाब में वैसे तो धान (Paddy) लगाने का शेड्यूल 10 जून के बाद ही शुरू होता है। गत वर्ष के धान लगाने के शेड्यूल की बात करें तो सरकार ने 10 जून से रोपाई शुरू की थी। इस मौके पूरे राज्य को 4 जोन में बांटा गया था।
सबसे पहले बार्डर एरिया में धान लगाने को प्रमुखता दी गई थी, जबकि संगरूर और पटियाला में सबसे आखिर का प्रोग्राम था। यहां पर 21 जून के बाद का समय तय हुआ था। जबकि साल 2022 में 4 जोन में बांटकर धान की रूपाई शुरू हुई थी। इसमें 18 जून से 24 जून का शेड्यूल था। एक ग्रुप में 5 से 6 जिले थे। साल 2021 मे 13 जून के बाद धान की रोपाई शुरू हुई थी।
वोट प्रतिशत बढ़ाने के लिए यह है प्लानिंग
निर्वाचन आयोग (Election Commission) ने इस बार मतदान का लक्ष्य 70 प्रतिशत से अधिक का रखा है। वहीं लोग मतदान के लिए आगे आए, इसके लिए कई तरह के प्रोग्राम बनाए गए हैं। क्रिकेटर शुभमन गिल और पंजाबी गायक व कलाकार तरसेम जस्सर को यूथ आइकन बनाया गया है। पहली बार इस बार 5 लाख 18 से 19 साल के युवा मतदान करेंगे।
वहीं, आयोग (Commission) का कहना है कि उनकी तरफ से चुनाव को शांतिपूर्ण तरीके से करवाने के लिए सारे इंतजाम किए गए हैं। पोलिंग बूथों पर वैसे तो सारी सुविधाएं रहेंगी, लेकिन गर्मी होने के चलते छबील लगाई जाएगी। सभी इंटर स्टेट नाकों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।