Sikandar Satyajit Tamba: महाराष्ट्र की राजनीति में एक नाम खूब चर्चा में बना हुआ है, वह है सत्यजीत तांबे (Sikandar Satyajit Tamba) का। एक साल पहले महाराष्ट्र की राजनीति में बतौर निर्दलीय उम्मीदवार चुनाव लड़ने, चुनाव जीतकर महाराष्ट्र की राजनीति में नया अध्याय लिखने वाले सत्यजीत तांबे कांग्रेस से बगावत करके निर्दलीय पार्षद बने हैं। वैसे तो कांग्रेस (Congress) में बगावत की खबरें न तो चौंकाती है और न ही आकर्षित करती हैं, लेकिन बगावत जब कांग्रेस के खानदानी परिवारों से होती है, तो चर्चा का विषय बन जाती है।
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उत्तर महाराष्ट्र के खानदानी कांग्रेसियों में शामिल है तांबे-पाटील परिवार। इसी परिवार की मौजूदा पीढ़ी के नायक हैं सत्यजीत तांबे। उनके पिता डॉ. सुधीर तांबे (Sudhir Tambe) के विधान परिषद के पूर्व सदस्य हैं। उनकी मां दुर्गादेवी तांबे संगमनेर नगर परिषद की नगराध्यक्ष हैं। उनके मामा बालासाहेब थोरात (Balasaheb Thorat) महाराष्ट्र में कांग्रेस विधायक दल के नेता हैं। वह खुद महाराष्ट्र प्रदेश युवक कांग्रेस के अध्यक्ष पद रह चुके हैं।
सत्यजीत विधान परिषद का चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन कांग्रेस पार्टी ने उनके पिता को ही नासिक स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से दोबारा अपना उम्मीदवार बनाया। आम तौर पर खानदानी कांग्रेसी पार्टी के आदेश को सर्वोपरि मानकर चलते हैं, लेकिन सत्यजीत तांबे ने ऐसा नहीं किया था।
एक अच्छे राजनेता
आपको बता दें कि सत्यजीत पढ़े-लिखे युवा, संवेदनशील इंसान, दो बच्चों के पिता और एक महत्वाकांक्षी राजनेता हैं। उनके पिछले राजनीतिक करियर की बात करें तो काफी शानदार रहा है। सत्यजीत प्रबंधन और राजनीति विज्ञान में मास्टर्स हैं। उन्होंने अमेरिका की हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के जॉन एफ कैनेडी स्कूल से भी पढ़ाई की है। केवल 24 साल की उम्र में उन्होंने जिला परिषद का चुनाव जीत लिया और ऐसा करने वाले सबसे कम उम्र के सदस्य बने। वह 2017 तक जिला परिषद के सदस्य रह चुके हैं।
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साल 2018 में सत्यजीत महाराष्ट्र प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष पद का चुनाव जीते थे। बतौर यूथ कांग्रेस अध्यक्ष उन्होंने पिछले विधानसभा चुनाव के लिए अलग से ‘युवा घोषणा पत्र’ भी जारी किया। राजनीति से इतर सत्यजीत के पसंदीदा विषय शहरी विकास, युवा सशक्तिकरण और अंतरराष्ट्रीय राजनीति हैं।
उन्होंने 2016 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में एक स्वयंसेवक के रूप में काम किया है। वह पढ़ने लिखने के शौकीन हैं और कॉलम लिखते रहते हैं। उन्होंने आंदोलन नामक एक पुस्तक भी लिखी है, जो भारत में होने वाले आंदोलनों और आंदोलनों की संस्कृति और महत्व के बारे में जानकारी का एक ऐतिहासिक दस्तावेज के रूप में है।
उनकी एक और किताब सिटीजनविल प्रकाशित हुई है। यह किताब कैलिफोर्निया के लेफ्टिनेंट गवर्नर गेविन न्यूसम की किताब का मराठी अनुवाद है। न्यूसम जब सैनफ्रांसिस्को को महापौर थे, उनके तबके अनुभव इस किताब में लिखी गई है। मूल रूप से इस किताब की विषय वस्तु में सुशासन और जन-भागीदारी को अहम जगह दी गई है। इस किताब का विमोचन सत्यजीत तांबे ने महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस के हाथों कराया था। इसी विमोचन समारोह ने फडणवीस ने सत्यजीत पर उनकी नजर होने की टिप्पणी की थी।