Maharashtra: महाराष्ट्र से बड़ी खबर सामने आ रही है। आपको बता दें कि पहले से ही संकट का सामना कर रही कांग्रेस को एक ओर झटका लगा है। कांग्रेस के बड़े नेता ओर महाराष्ट्र के पूर्व सीएम अशोक चव्हाण (Ashok Chavan) ने कांग्रेस (Congress) से इस्तीफा दे दिया है।
ये भी पढ़ेंः MP News: CM मोहन यादव का मंत्रियों को ‘गुरुमंत्र’
भूतपूर्व सीएम ने छोड़ी पार्टी
लोकसभा चुनाव-2024 से पहले कांग्रेस की मुश्किलें कम होने का नाम ही नहीं ले रही है। कांग्रेस को अब महाराष्ट्र में बड़ा झटका लगा है। महाराष्ट्र में कांग्रेस के बड़े नेता और पूर्व सीएम अशोक चव्हाण ने कांग्रेस का साथ छोड़ दिया है। आज सुबह उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर से मुलाकात की और विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद अपने विधायक पद से भी इस्तीफा सौंपा है। विधानसभा स्पीकर ने चव्हाण का इस्तीफा मंजूर कर लिया है।
चव्हाण ने कांग्रेस की प्राइमरी पोस्ट से भी इस्तीफा दे दिया है। यह इस्तीफा उन्होंने नाना पटोल को भेजा है। कांग्रेस को महाराष्ट्र में यह एक बड़ा झटका बताया जा रहा है। चर्चा है कि अशोक चव्हाण छोडऩे के बाद भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ले सकते हैं। उनके इस्तीफे पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फणनवीश ने भी प्रतिक्रिया दी है और कहा है कि आगे-आगे देखिए होता है क्या ?
जानिए क्यों छोड़ी कांग्रेस?
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अशोक चव्हाण महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले से काफी नाराज थे। सूत्रों ने जानकारी दी है कि उन्हें पार्टी ने लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए कहा था। लेकिन उन्होंने इससे इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि बीजेपी की लहर लग रही है। अशोक चव्हाण नाना पटोले के विधानसभा अध्यक्ष पद छोड़ने से भी नाराजगी में थे, उनका मानना था कि पटोले की वजह से ही महाराष्ट्र में सरकार गिरी। सूत्रों ने कहा कि अशोक चव्हाण ने पार्टी हाईकमान से कहा था कि नाना पटोले को अध्यक्ष पद से हटाकर उन्हें महाराष्ट्र कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया जाए। फिलहाल अशोक चव्हाण के इस्तीफे के बीच नाना पटोले दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं।
अशोक चव्हाण का अब तक का राजनैतिक सफर
आपको बता दें कि अशोक चव्हाण 2008 से 2010 तक महाराष्ट्र के सीएम रह चुके हैं। उनके पिता शंकरराव चव्हाण भी महाराष्ट्र के सीएम रहे हैं। चव्हाण 2015 से 2019 तक महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष भी थे। वो 1987 में पहली बार लोकसभा के सांसद चुने गए थे। इसके बाद 1999 से 2014 तक 3 बार विधायक रहे। साल 2014 में दूसरी बार सांसद चुने गए थे।