Greater Noida: अगर आप भी ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) में प्लॉट लेने की सोच रहे हैं तो जरा सावधान हो जाइए। आपको बता दें कि ग्रेटर नोएडा में कई अवैध कॉलोनियां (Illegal Colonies) बसाई जा रही हैं जिनपर यमुना प्राधिकरण (Yamuna Authority) ने सख्ती की है। यमुना प्राधिकरण ने ग्रेटर नोएडा में बड़ी कार्रवाई करते हुए सात अवैध कॉलोनियों पर बुलडोजर चलाया है। जेवर बांगर (Jewar Bangar), मंगरौली और मेवला गोपालगढ़ में काटी जा रही अवैध कॉलोनियों पर प्राधिकरण ने कार्रवाई कर निर्माण गिरा दिया।
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बता दें कि प्राधिकरण ने जेवर बांगर, मंगरौली और मेवला गोपालगढ़ (Mevla Gopalgarh) गांव में करीब 6.37 हेक्टेयर जमीन को अवैध कब्जे से मुक्त कराया है। इसकी बाजार मूल्य करीब 128 करोड़ रुपये है। जेवर में एयरपोर्ट बनने से पहले ही कॉलोनाइजर सक्रिय हो गए हैं और लगातार अवैध कॉलोनी काटने में लगे हैं। यमुना प्राधिकरण इनके खिलाफ कार्रवाई भी तेजी से कर रहा है। ओएसडी शैलेंद्र कुमार सिंह (OSD Shailendra Kumar Singh) की अगुवाई में अवैध कॉलोनी के खिलाफ ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की गई।
प्राधिकरण और पुलिस के दस्ते ने जेवर बांगर, मंगरौली (Mangrauli) और मेवला गोपालगढ़ में काटी जा रही सात अवैध कॉलोनियों के अवैध निर्माण को गिरा दिया है। इसके साथ ही यहां पर किए जा रहे अतिक्रमण को भी हटाया गया। अधिकारियों का कहना है कि प्राधिकरण ने तीनों गांव में करीब 6.37 हेक्टेयर जमीन को खाली करा ली है। यह जमीन प्राधिकरण के अधिसूचित क्षेत्र में है। इनके खिलाफ जेवर थाने में एफआईआर दर्ज कराई जा रही है।
ओएसडी शैलेंद्र कुमार सिंह ने जानकारी दी कि कोई भी व्यक्ति ऐसी कॉलोनी में खरीद फरोख्त बिल्कुल ना करे। अगर वह ऐसा करते हैं तो उसके लिए खुद जिम्मेदार होंगे। उन्होंने कहा कि प्राधिकरण के अधिसूचित क्षेत्र में किसी तरह का निर्माण करना नियमों के खिलाफ व गैरकानूनी है। निर्माण करने से पहले प्राधिकरण से अनुमति लेनी जरूर है। कार्रवाई के समय उपजिलाधिकारी जेवर अभय सिंह मौजूद रहे।
पार्कों के रखरखाव में लापरवाही पर जुर्माना
वहीं, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के ओएसडी संतोष कुमार ने आवासीय सेक्टर ओमीक्रॉन-2 के पार्कों और ग्रीन बेल्ट का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण में इनकी हालत देखकर संतोष कुमार ने काफी नाराजगी जाहिर की और संबंधित फर्म मैसर्स राजा कंस्ट्रक्शन पर एक लाख रुपये का जुर्माना लगाया।
औचक निरीक्षण के समय ओएसडी को सेक्टर ओमीक्रॉन-2 की ग्रीन बेल्ट में जूते-चप्पल और जगह-जगह कबाड़ फैले दिखाई पड़े। ग्रीन बेल्ट में झाड़ियां भी उगी हुई मिली। पार्कों की स्थिति भी खराब थी और उनका रखरखाव नहीं किया जा रहा था। पार्कों की जाली टूटी दिखी। लंबे समय से घास की कटिंग नहीं कराई गई थी। जगह-जगह पार्कों में सूखी पत्तियों के ढेर भी लगे दिखे।
सेक्टर के ब्लॉक ए-96 के सामने स्थित निवासियों ने अवैध कब्जा कर लिया गया है। सेक्टर में सिविल वर्क न होने से गेट टूटे पड़े हैं। ग्रीन बेल्ट की स्थिति खराब होने के कारण ओएसडी ने संबंधित फर्म मैसर्स राजा कंस्ट्रक्शन पर एक लाख रुपये का जुर्माना लगाया।