Noida News: वाहन चालकों को जल्द राहत मिलने की संभावना है। जून से भंगेल एलिवेटेड रोड (Bhangel Elevated Road) की एक लेन को खोल दिया जाएगा। इसके जरिए दोनों ओर से वाहन आ-जा सकेंगे। मंत्री ने इसे लेकर जानकारी दी है।
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आपको बता दें कि भंगेल एलिवेटेड रोड का एक हिस्सा जून 2024 तक बनकर तैयार हो जाएगा। यह हिस्सा सेक्टर 41 आगाहपुर से फेज टू की तरफ का होगा। इसके जरिए दोनों ओर से वाहन आ-जा सकेंगे। इससे वाहन चालकों को काफी राहत मिलेगी।
राज्य मंत्री कुंवर ब्रजेश सिंह के पास पीडब्ल्यूडी विभाग (PWD Department) का चार्ज है। यह विभाग ही उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम के माध्यम से भंगेल एलिवेटेड रोड का निर्माण करा रहा है। मंत्री ब्रजेश सिंह ने बताया कि भंगेल एलिवेटेड रोड के निर्माण का निरीक्षण किया। इस दौरान सेतु निगम और प्राधिकरण के अधिकारी मौजूद थे। सेतु निगम के अधिकारियों की तरफ से मंत्री को काम से संबंधित अपडेट बताया गया। कुछ जगह जाकर मंत्री ने चल रहे काम को भी देखा।
राज्य मंत्री ने कहा कि जून 2024 तक सेक्टर 41 से फेज टू की तरफ जाने वाले हिस्से को वाहनों के लिए खोल दिया जाएगा। यह सड़क 11 मीटर चौड़ी है। ऐसे में फेज टू की तरफ से भी आधे हिस्से में वाहन सेक्टर 41 की तरफ आ सकेंगे। ऐसे में एक ओर के ही हिस्से में दोनों ओर का ट्रैफिक चलाया जाएगा। जून 2025 तक पूरा एलिवेटेड रोड बनकर तैयार हो जाएगा। राज्य मंत्री ने बताया कि लागत को लेकर सेतु निगम और प्राधिकरण के बीच चल रहा विवाद खत्म हो गया है। प्राधिकरण ने सेतु निगम को भुगतान करना भी शुरू कर दिया है।
अभी पिलर संख्या 60, 122 और 145 पर पियर कैप बनाने का काम चल रहा है। पूरे ट्रैक पर लगभग 12 पियर कैप होने बाकी हैं। कुल 145 बनने हैं। एलिवेटेड रोड के बनने से भंगेल-सलारपुर का जाम खत्म हो जाएगा। सेतु निगम और प्राधिकरण के बीच लागत विवाद के कारण इस साल करीब 7 से 8 महीने तक काम बंद पड़ा रहा था।
प्राधिकरण ने मार्च तक डेडलाइन दी थी
प्राधिकरण ने सेतु निगम को मार्च 2024 तक एलिवेटेड रोड के एक हिस्से का काम पूरा करने की डेडलाइन दी थी। जबकि अगस्त-सितंबर 2024 तक पूरा काम करने का दावा किया गया था। इस एलिवेटेड रोड का निर्माण 8 जून 2020 को शुरू हुआ था। अनुबंध के तहत इसका काम 7 दिसंबर 2022 तक पूरा कर लिया जाना चाहिए था। एलिवेटेड रोड तैयार होने में एक साल का समय लगेगा।
करीब 139 करोड़ रुपये लागत बढ़ गई
प्राधिकरण और सेतु निगम के बीच आपसी सहमति से अतिरिक्त लगभग 139 करोड़ रुपये लागत तय की जा चुकी है। अभी तक एलिवेटेड रोड की कुल लागत 468 करोड़ रुपये तय है। सेतु निगम निर्माण सामग्री के रेट बढ़ने के कारण प्राधिकरण से अतिरिक्त रुपये मांग रहा था। अब प्राधिकरण और सेतु निगम के बीच 97 करोड़ के अलावा 48 की बजाए 42 करोड़ रुपये देने पर सहमति बनी। नोएडा प्राधिकरण ने 15 करोड़ रुपये दे भी दिए है।