ख़बर ग्रेटर नोएडा वेस्ट की सोसायटी सुपरटेक इकोविलेज-1(Supertech Ecovillage-1) से आ रही है। जहां कुछ महीने पहले सुपरटेक ईको विलेज-1 के निवासी, उक्त बिल्डर और बिल्डर की सिस्टर कंसर्न फैसिलिटी की कु-व्यवस्था के ख़िलाफ़ “सर्वजन शांतिपूर्ण आंदोलन” तले अनिश्चितक़ालीन धरने पर बैठे थे। लेकिन वो मेहनत रंग लाती दिख रही है।
40 दिन लगातार भीषण गर्मी व बरसात में युवाओं, बुजुर्गों, महिलाओं के अथक सर्वजन शांतिपूर्ण आंदोलन व कई निवासियों को पुलिस प्रशासन द्वारा नोटिस पश्चात, पुलिस प्रशासन, क्षेत्र विधायक, ग्रेटर नोएडा ऑथोरिटी, NPCL टीम, बिल्डर व इकोविलेज़-1 निवासियोँ के प्रतिनिधि मंडल के बीच वार्तालाभ/ ओफिसियल मीटिंग हुई जिसमें बिल्डर द्वारा, बिजलीं के लोड बढ़वाने के चार्ज में रियायत की गई एवं फ्री ओपेन पार्किंग वाले सारे बायर्स को उनके लिए, जबतक कि ओपन स्पेस में उनको स्वयं के वाहन हेतु डेडिकेटेड स्लॉट सुपरटेक दे नही देता, तब तक के लिए उनके रिहायशी टावर के नज़दीक बेसमेन्ट अथवा पोडियम पर रिज़र्व स्लॉट, एलॉटमेंट लेटर के साथ उपलब्ध करवायेगा।
इसके साथ ही बिल्डर प्रतिनिधि श्री नीतीश अरोड़ा द्वारा ये ऑन रिकार्ड वादा किया गया कि ओपन पार्किंग वाले हर एक व्यक्ति को हम आजीवन के लिए डेडिकेड रिज़र्व स्लॉट फ्री में देंगे। साथ ही श्री नीतीश अरोड़ा द्वारा यह भी वादा किया गया कि सोसायटी में NPCL का मल्टी पॉइन्ट कनेक्शन के लिए वह पूरा का पूरा इंफ्रा दिसम्बर 2023 तक हर हाल पूर्ण कर NPCL को सौंप देंगे।
उक्त मीटिंग में ऑथोरिटी ने सख्त निर्देश दिया था कि पूरी सोयायटी में फायर फाइटिंग का अलार्म सिस्टम के साथ सारा कार्य तुरंत पूर्ण करो। सोसायटी के अनेक टॉवरों में लिफ्टों के लगाने को भी प्राथमिकता दी गई थी। ऐसे कई महत्वपूर्ण विन्दुओं पर गहराई से चर्चा हुई थी और बिल्डर को दिशानिर्देश मील थे, जिसमें IRP के फंड वाले बहाने को संज्ञान में लिया गया था कि जो ज़रूरी है वह तो करना ही है और इस मीटिंग के मिनट्स IRP श्री हितेश गोयल जी को भेजे जाएंगे, जिसके अनुसार ही वो भी इन ज़रूरी कार्यों को पूर्ण करना सुनिश्चित करेंगे।
मगर अब तक हुआ क्या ? सिर्फ बिजलीं के किलोवाट लोड चार्ज घटाना ही सुनिश्चित हो सका, थोड़ा बहुत फ्री ओपन पार्किंग वाले लोगों को टेम्परेरी कवर्ड पार्किग स्लॉट मिला, उनमें से बहुतों को उनके टावर से काफी दूर। बहुत ज्यादा संख्या में ऐसे लोग हैं जिनसे पार्किंग देने हेतु रिक्वेस्ट ले ली गई है मगर दी नही गई। इसके अलावा फायर फाइटिंग हो, लिफ्ट हो, अधूरे क्लब स्विमिंगपूल हो, STP हो, बेसमेन्ट पार्किंग हो, बिजलीं इंफ्रा NPCL के मल्टीपॉइंट कनेक्शन के लिए रेडी हो, व अनेकों अन्य लंबित कार्य, इनमें से कुछ भी नही हुआ, सब जस का तस हैं।
40 दिन लगातार चले आंदोलन के बाद ऑथोरिटी की संयुक्त मीटिंग में बिल्डर, ऑथोरिटी, रेजीडेंट्स की वर्किंग व असेसमेंट कमेटी का चयन हुआ था। इसी क्रम में आंदोलन की वर्किंग कमेटी ने बिल्डर की वादा- ख़िलाफ़ी को लेकर अथॉरिटी के साथ बातचीत जारी रखी और अंततः एक साझा मीटिंग फिक्स हुई। निश्चित तौर पर ये आंदोलन से जुड़े लोगों और सुपरटेक इकोविलेज-1 के निवासियों की बड़ी जीत कही जा सकती है।
इस साझा प्रयास में रंजना भारद्वाज, विजय चौहान, अभिषेक प्रताप सिंह , शेशमणि, G.S. वर्मा, B.S. त्रिपाठी,आलोक रस्तोगी, बिक्रम राणा, विवेक गुप्ता, सुमित गुप्ता, आमोद पाण्डेय, चितरंजन सिंह, शैलेन्द्र गुप्ता, मनोज गुप्ता, विजय सिंह बघेल, UK द्विवेदी, समीर भारद्वाज समेत तमाम रेजिडेंट्स ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।