कुमार विकास, ख़बरीमीडिया
Worldcup: दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में विश्वकप के 38वें मैच में श्रीलंका और बांग्लादेश के मैच में पहली बार किसी इंटरनेशनल मैच में टाइम आउट दिया गया जिसको लेकर सोशल मीडिया (social media) पर बांग्लादेश (bangladesh) के कप्तान शाकिब अल हसन की आलोचना शुरू हो गई।
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दरअसल पहले बैटिंग कर रही श्रीलंका के टीम का जब 24.2 ओवर में सदीरा समरविक्रमा का विकेट गिरा तब उसके बाद मैथ्यूज बैटिंग करने के लिए आये लेकिन हेलमेट में दिक्कत के चलते उन्होंने दूसरा हेलमेट मंगवाया। हालांकि मैथ्यूज ने अपनी पहली गेंद का सामना नहीं किया था। समरविक्रमा का विकेट गिरने के बाद मैथ्यूज को तीन मिनट पूरे हो गए थे और उन्होंने कोई गेंद नहीं खेली थी।
इसी के चलते विरोधी कप्तान शाकिब अल हसन ने अंपायर से मैथ्यूज के टाइम आउट की अपील कर दी। हालांकि शाकिब की अपील के बाद मैथ्यूज ने अंपायर और शाकिब को टूटा हेलमेट भी दिखाया, जिसकी वजह ले उन्हें पहली गेंद खेलने में समय लग गया। लेकिन शाकिब ने अपने फैसले को नहीं बदला। इस तरह मैथ्यूज टाइम आउट होने वाले पहले बल्लेबाज़ बने।
इस घटना के बाद मैच में कमेंट्री कर रहे है कमेंटेटर से लेकर सोशल मीडिया तक हर जगह साकिब के इस अपील की आलोचना शुरू हो गई और उस घटना को क्रिकेट को शर्मसार कराने वाली घटना बताई गई।
ये है टाइम आउट का पूरा नियम
क्रिकेट के नियम बनाने वाली संस्था MCC के मुताबिक, बल्लेबाज़ के आउट या रिटायर होने के बाद अगले आने वाले बल्लेबाज़ को हर हाल में 3 मिनट के अंदर गेंद का सामना करना होगा, नहीं तो बल्लेबाज़ को आउट दे दिया जाएगा।