Jyoti Shinde,Editor
मुख्यमंत्री और दिल्ली के मुख्यमंत्री ने महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री को उनके जन्म दिवस के अवसर पर श्रद्धा-सुमन भेंट किये..साथ ही स्वतंत्रता संग्राम और आधुनिक भारत के निर्माण में दोनों नेताओं की भूमिका को सराहा
पटियाला पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने आज राष्ट्र पिता महात्मा गांधी जी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी को उनके जन्म दिवस के अवसर पर श्रद्धा-सुमन भेंट किये।
महात्मा गांधी जी को श्रद्धांजलि भेंट करते हुये भगवंत सिंह मान और अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि राष्ट्र पिता का जीवन, दर्शन और बलिदान हमेशा प्रकाश स्तंभ की तरह प्रकाशमान रहेंगे और हम सभी को समाज, राज्य और देश की निष्काम सेवा करने के लिए प्रेरित करते रहेंगे। उन्होंने लोगों को समान समाज का निर्माण करने के लिए महात्मा गांधी जी की तरफ से दिखाऐ शांति और अहिंसा के दर्शन पर चलने का न्योता दिया। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी जी ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम को एक जन आंदोलन में तबदील किया जिससे देश को बर्तानवी साम्राज्यवाद के चुंगल से मुक्त करवाया गया।
पंजाब के मुख्यमंत्री और दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि महात्मा गांधी जी विश्व नेता थे जिन्होंने अहिंसा की अपनी विचारधारा के द्वारा आज़ादी की लड़ाई जीती। उन्होंने कहा कि गांधी जी एक महान राजनेता और महान सख्शियत थे, जिन्होंने प्यार, शांति और अहिंसा के अपने दर्शन का प्रचार करने के लिए दुनिया भर की यात्रा की। उन्होंने कहा कि दुनिया भर के लोग महात्मा गांधी जी की विचारधारा के प्रशंसक और पैरोकार हैं।
लाल बहादुर शास्त्री जी को श्रद्धा-सुमन भेंट करते हुये पंजाब के मुख्यमंत्री और दिल्ली के मुख्यमंत्री ने उनको भारतीय राजनीति का एक ऐसा प्रकाश स्तंभ बताया जिसने भारत को अनाज उत्पादन में आत्म निर्भर बनाने के लिए मुख्य केंद्र के तौर पर काम किया। उन्होंने कहा की लाल बहादुर शास्त्री जी की तरफ से दिया गया ‘‘जय जवान, जय किसान’’ का नारा हमेशा हमारा मार्गदर्शन करने सहित भारत को एक आत्म-निर्भर और सुरक्षित राष्ट्र के तौर पर आगे बढ़ाने में मदद करता रहेगा।
लोगों को पूर्व प्रधानमंत्री की तरफ से प्रचारित किये गयेस्वै-अनुशासन, समर्पण और सख़्त मेहनत के मूल्यों को ग्रहण करने का न्योता देते हुये भगवंत सिंह मान और अरविन्द केजरीवाल ने कहा की लाल बहादुर शास्त्री जी ईमानदारी, नैतिकता और सादगी के प्रतीक थे और अपने देश के सर्वांगीण विकास और खुशहाली को यकीनी बनाने के लिए जोश के साथ काम करना ही उनको सच्ची श्रद्धांजलि होगी।