उद्भव त्रिपाठी, ख़बरीमीडिया
आगामी विधानसभा चुनाव और 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने कमर कस ली है। कांग्रेस ने विधानसभा और लोकसभा चुनाव के लिए अपनी टीम में बड़ा बदलाव किया है। कांग्रेस ने आगामी चुनावों के लिए नई टीम का गठन किया है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पार्टी की सबसे सबसे ताकतवर समिति का गठन किया है। इस समिति में 39 लोगों को शामिल किया गया है।
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कांग्रेस के नई कार्य समिति की लिस्ट में सचिन पायलट, शशि थरूर, नसीर हुसैन, अलका लांबा, सुप्रिया श्रीनेत, प्रणीति शिंदे, पवन खेड़ा, गणेश गोदियाल, यशोमती ठाकुर शामिल हैं। इसके अलावा मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी, मनमोहन सिंह, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, एके एंटनी, अंबिका सोनी, अधीर रंजन चौधरी, दिग्विजय सिंह, चरणजीत सिंह चन्नी, आनंद शर्मा, समेत कुल 39 नेता समिति में शामिल हैं।
समिति के विशेष आमंत्रित सदस्यों में पवन खेड़ा, सुप्रिया श्रीनेत और अलका लांबा के नाम शामिल हैं। शशि थरूर का नाम इस लिस्ट में शामिल होना दिलचस्प माना जा रहा है। आपको बता दें कि कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए खड़गे को चुनौती दी थी
गांधी परिवार के तीन सदस्य, मनमोहन भी शामिल
कांग्रेस की नई कार्यसमिति में कुल 84 लोगों को रखा गया है। जिसमें 15 महिलाएं हैं। कार्यसमिति के 39 अहम सदस्यों में खरगे, गांधी परिवार के तीनों सदस्यों सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी, और राहुल गांधी का नाम शामिल है। इस लिस्ट में पूर्व पीएम मनमोहन सिंह को भी शामिल किया गया हैं।
प्रमोद, पुनिया और लल्लू बाहर को नहीं मिली जगह
राज्यसभा सदस्य यूपी कांग्रेस के बड़े नेता प्रमोद तिवारी को इस कमेटी में जगह नहीं मिल पाई है। विशेष आमंत्रित सदस्य पीएल पुनिया और अजय कुमार लल्लू भी इस बार लिस्ट से बाहर हैं।
वर्तमान नहीं पूर्व सीएम को मिली जगह
नई गठित कांग्रेस की कार्यसमिति में वर्तमान मुख्यमंत्रियों को जगह नहीं मिली है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को इससे बाहर रखा गया है। हालांकि राजस्थान की सियासत से सचिन पायलट को जगह दी गई है। इस लिस्ट में छत्तीसगढ़, हिमाचल और कर्नाटक के मुख्यमत्रियों को भी हिस्सा नहीं बनाया गया है। लेकिन पूर्व मुख्यमंत्रियों और पूर्व केन्द्रीय मंत्रियों की भरमार है।
संतुलन बनाने की कोशिश
नई टीम में एससी, एसटी, ओबीसी अल्पसंख्यक, महिला और युवा वर्ग को जगह दी गई है। इस टीम में नए और पुराने चेहरों को मौका मिला है। पार्टी में करीब करीब सभी चर्चित चेहरे हैं। समिति में अजय माकन को प्रमोशन देकर मुख्य समिति में जगह दी है. पवन खेड़ा, देवेन्द्र यादव, मनीष चित्ररथ, जैसे नेताओं को भी शामिल किया गया है।
लिस्ट में यूपी के नेता नदारद, कैसे होगी जीत
एक वरिष्ठ पत्रकार के मुताबिक कांग्रेस की नई वर्किंग कमेटी में सबसे बड़ी कमी ये है कि कई बड़े राज्यों को पूरी तरह से उपेक्षित कर दिया गया है। ऐसा लग रहा है कि यूपी के बारे में सोचा भी नहीं गया है। कमेटी में यूपी से प्रमोद तिवारी को कोई जगह नहीं दी गई है। जबकि किसी भी पार्टी के लिए सबसे बड़ी चुनौती यूपी ही है। अगर पार्टी ने यूपी को ही दरकिनार रखा है तो इंडिया वर्सेज एनडीए कैसे माना जा सकता है।
गांधी परिवार का दबदबा, लेकिन कामयाबी तय नहीं
वरिष्ठ पत्रकार ने आगे कहा कि कांग्रेस की वर्किंग कमेटी का पुनर्गठन में कुछ की छुट्टी तो कुछ की एंट्री कितना कारगर होगी, यह तो वक्त बताएगा, लेकिन एक बात तो साफ है कि गांधी परिवार का दबदबा इस बार भी कायम है। गांधी परिवार के तीन सदस्य तो हैं ही, बाकी भी उनके कट्टर समर्थक हैं। पहले लोकसभा चुनाव के वक्त जो सीडब्ल्यूसी थी, उसके तीन ही सदस्य चुनाव जीत पाए थे। इसलिए कमेटी जैसी भी हो, कांग्रेस और उसके नेतृत्व को जब तक जनस्वीकृति नहीं मिलती, तब तक इसे सिर्फ औपचारिकता माननी चाहिए।