UP Politics: जयंत चौधरी कुछ बड़ा सोच रहे हैं क्या ?

उत्तरप्रदेश
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Jyoti Shinde, Editor

पिछले कुछ समय से जयंत चौधरी और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश के बीच बढ़ती अनबन की चर्चा चल रही है। RLD-एसपी 2019 के लोकसभा चुनावों से सहयोगी रहे, पिछले साल का विधानसभा चुनाव एक साथ लड़े थे, दोनों युवा नेताओं ने सौहार्दपूर्ण छवि पेश की थी।

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चुनाव परिणामों ने साझेदारी की सफलता को मजबूत किया, दोनों पार्टियों ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अपनी जमीन फिर से हासिल कर ली। लेकिन अब समीकरण ठीक नहीं चल रहे हैं।

लेकिन अब यह कयास लगाया जा रहा है कि अखिलेश और जयंत के बीच फूट पड़ गई है। इस बात में गहराई तब और बढ़ गयी जब बीते दिनों अखिलेश का जन्मदिन था और जयंत ने अपने सहयोगी को एक बधाई तक नहीं दी। इसी को लेकर रविवार को एक कार्यक्रम के लिए उत्तर प्रदेश में आए केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने मीडियाकर्मियों से कहा कि चौधरी आने वाले दिनों में एनडीए में शामिल होंगे। इसीलिए जयंत चौधरी विपक्षी दलों की पटना बैठक में नहीं गए। वह अखिलेश यादव से नाखुश हैं और हमारे साथ आ सकते हैं।

रामदास अठावले के इस बयान ने सियासी पारा और गरमा दिया। अठावले की टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर चौधरी ने बागपत में संवाददाताओं से कहा, मेरा रुख बिल्कुल स्पष्ट है। इससे क्या फर्क पड़ता है कि वे क्या कहते हैं? रालोद प्रमुख ने महाराष्ट्र में राजनीतिक उथल-पुथल को भी अधिक महत्व बताया। उन्होंने कहा कि यह कोई मुद्दा नहीं है। ऐसी बातें होती रहती हैं। राजनीति में ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है।

दरअसल जयंत चौधरी 23 जून को पटना में विपक्ष की बैठक में उपस्थित नहीं थे। इसपर उनकी पार्टी ने कहा कि उन्हें पूर्व-निर्धारित पारिवारिक कार्यक्रम के लिए जाना था। अगला दौर 17-18 जुलाई को बेंगलुरु में निर्धारित है। चौधरी ने कहा अगले दौर की वार्ता में मैं हिस्सा लूंगा।

समान नागरिक संहिता (यूसीसी) पर उनके विचारों के बारे में पूछे जाने पर, जिस पर विपक्षी दल विभाजित हैं, चौधरी ने कहा कि हम नहीं जानते कि इस यूसीसी का स्वरूप क्या है। फिर, इस पर चर्चा करने का क्या मतलब है? जहां तक ​​महिला सशक्तिकरण का सवाल है…अगर किसी भी तरह से महिलाओं का अपमान हो रहा है तो वह रुकना चाहिए। आधुनिक भारत और लोकतंत्र में, पुरुषों और महिलाओं के बीच उनके संबंधों में समानता होनी चाहिए। अब, सरकार यह कैसे करती है यह एक अलग मुद्दा है।

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